News.04.10.2019_B


संभागीय जनसंपर्क कार्यालय-जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
नर्मदा तट को हरा-भरा बनाने रोपे जायेंगे 15 लाख पौधे
एसईसीएल लगायेगा पौधे और पांच साल तक देखरेख भी करेगा
जबलपु, 04 अक्टूबर, 2019
      जबलपुर, मंडला, डिंडौरी और नरसिंहपुर जिले में माँ नर्मदा के तट पर 15 लाख पौधे रोपे जायेंगे । पौधा रोपण का यह दायित्व कार्पोरेट सोशल रिस्पांबिलिटी के तहत साउथ ईस्टर्न कोल लिमिटेड (एसईसीएल) का होगा और आने वाले पांच साल तक लगाये गये पौधों की देखरेख की जिम्मेदारी भी एसईसीएल ही संभालेगी । यह जानकारी आज यहां वित्त मंत्री श्री तरूण भनोत की पहल पर कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में विधानसभा अध्यक्ष श्री नर्मदा प्रसाद प्रजापति की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में दी गई ।
 वित्त मंत्री श्री तरूण भनोत एवं बरगी क्षेत्र के विधायक श्री संजय यादव, जबलपुर, मंडला, डिंडौरी एवं नरसिंहपुर के जिला कलेक्टर सहित एसईसीएल, नर्मदाघाटी विकास प्राधिकरण, प्रदूषण नियंत्रण मंडल व खनिज विभाग के अधिकारी, पूर्व मंत्री श्री चंद्रकुमार भनोत, महंत स्वामी नरसिंहदास जी महाराज तथा विभिन्न सामाजिक एवं धार्मिक संगठनों के पदाधिकारी भी इस बैठक में मौजूद थे ।
      बैठक में एसईसीएल के अधिकारियों को अप्रैल 2017 में हुई मालचुआ ओपन कास्ट प्रोजेक्ट के मूल्यांकन के संबंध में एक्सपर्ट एप्रेजल कमेटी की बैठक में लिये गये निर्णय के मुताबिक अपर नर्मदा बेसिन में पौधारोपण का कार्य शीघ्र प्रारंभ करने के निर्देश दिये गये हैं ।
      वित्त मंत्री श्री तरूण भनोत ने इस अवसर पर चारों जिलों के कलेक्टरों से कहा कि पौधारोपण की प्रारंभिक तैयारियों के तहत पन्द्रह दिनों में अपने-अपने जिलों में नर्मदा किनारे भूमि चिनिहत कर लें, पौधारोपण की गाइड लाइन तैयार करें तथा एसईसीएल द्वारा किये जाने वाले पौधारोपण एवं लगाये गये पौधों की देखरेख के कार्य की मॉनीटरिंग के लिए इस क्षेत्र में कार्य कर रहे संगठनों तथा धार्मिक संस्थाओं को सूचीबद्ध कर लें ।
      विधानसभा अध्यक्ष श्री प्रजापति ने बैठक में कहा कि एसईसीएल को एक्सपर्ट एप्रेजल कमेटी के समक्ष किये गये अपने वादे के अनुसार नर्मदा बेसिन में पौधारोपण का काम शीघ्र प्रारंभ करना होगा । उन्होंने कहा कि यदि इस दिशा में किसी प्रकार की प्रक्रियागत अड़चनें आ रही हैं तो उन्हें दूर करने के लिए जरूरत पड़ने पर मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में उच्च स्तरीय बैठक भी बुलाई जा सकती है । श्री प्रजापति ने कहा कि नर्मदा किनारे बसे शहरों के मास्टर प्लान बनाते वक्त समान रूप से नर्मदा तट के दोनों ओर की 300 मीटर की भूमि को रिजर्व रखने और पर्यावरणीय गतिविधियों के अलावा किसी भी अन्य कार्य के लिए इसकी अनुमति नहीं दिये जाने का प्रावधान किया जाये । विधानसभा अध्यक्ष ने एसईसीएल द्वारा किये जाने वाले पौधारोपण के लिए बनाई जाने वाली कार्ययोजना में जबलपुर, नरसिंहपुर, मंडला एवं डिंडौरी जिले के बराबर-बराबर क्षेत्र पर पौधारोपण किये जाने की बात भी कही ।
श्री प्रजापति ने बैठक में एसईसीएल के माध्यम से नर्मदा तटों को हरा-भरा बनाने की पहल करने के लिए वित्त मंत्री की तारीफ भी की ।  उन्होंने कहा कि अब जो पौधे रोपे जायेंगे उनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी भी तय की जायेगी ।  उन्होंने तटों पर जहां ज्यादा कटाव हुआ है वहीं पौधारोपण को प्राथमिकता देने की जरूरत भी बताई ।
      वित्त मंत्री श्री भनोत ने बैठक में चारों जिलों के कलेक्टरों से कहा कि पौधारोपण के लिए तय की जाने वाली गाइड लाइन में उन क्षेत्रों को भी शामिल करें जहां पूर्व में नर्मदा सेवा मिशन के तहत पौधारोपण दर्शाया गया है लेकिन वास्तव में या तो यह हुआ ही नहीं अथवा लगाये गये पौधे अब वहां नहीं हैं ।  उन्होंने कहा कि ऐसे स्थानों को चिन्हित करने के पहले उनकी वीडियोग्राफी एवं फोटोग्राफी भी करा ली जाये ।
 वित्त मंत्री श्री भनोत ने बैठक में कहा कि एसईसीएल से शुरूआत कराने के बाद प्रदेश में औद्योगिक इकाइयां लगाने वाली अन्य सार्वजनिक एवं निजी क्षेत्र की कंपनियों को भी नर्मदा तटों पर सीएसआर के तहत पौधारोपण करने की जिम्मेदारी दी जायेगी । श्री भनोत ने कहा कि नर्मदा तट हरे-भरे हो गये जैसा कि इस सरकार का संकल्प भी है तो यहां पर्यटन एवं अन्य गतिविधियां स्वाभाविक तौर पर बढ़ेंगी । 
      बैठक में स्वामी नरसिंहदास जी महाराज ने भी अपने विचार रखे और नर्मदा तट पर लगाये जाने वाले पौधों की सुरक्षा को प्राथमिकता देने की बात कही ।
क्रमांक/1783/अक्टूबर-39/जैन 


धान खरीदी केन्द्रों पर हो किसानों की सुविधा के मुताबिक सभी जरूरी इंतजाम
कलेक्टर ने अधिकारियों की बैठक लेकर दिये खरीदी की तैयारियां
अभी से प्रारंभ करने के निर्देश
जबलपुर, 04 अक्टूबर, 2019
      कलेक्टर श्री भरत यादव ने आज शाम उपार्जन व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों की बैठक लेकर धान खरीदी की तैयारियां अभी से प्रारंभ करने के निर्देश दिये हैं ।  श्री यादव ने धान के भंडारण के लिए समुचित इंतजाम के साथ-साथ खरीदी केन्द्रों पर तौल-कांटे, माईस्चर मीटर, बिजली, पानी की व्यवस्थाओं के साथ-साथ किसानों की हर सुविधा का ध्यान रखने की हिदायत भी दी है ।
      कलेक्टर ने बैठक में धान उपार्जन के लिए 16 अक्टूबर तक हर हाल में पंजीयन करा लेने के लिए किसानों को प्रेरित करने के निर्देश दिये ।  उन्होंने कहा कि नये किसानों के पंजीयन के साथ-साथ पूर्व में पंजीयन करा चुके किसानों को भी पंजीयन केन्द्रों पर जाकर अपने डेटा को अपडेट कराने के लिए कहा जाये ताकि उन्हें भुगतान में किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े ।
      श्री यादव ने बैठक में कहा कि इस बार जिले में हुई अच्छी बारिश के फलस्वरूप धान की उत्पादकता भी बढ़ेगी और उसी मात्रा में उपार्जन भी ज्यादा होगा । अधिकारियों को इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए भंडारण के पुख्ता इंतजाम भी सुनिश्चित करने होंगे ।  कलेक्टर ने अधिकारियों से धान के भंडारण के लिए गोदामों को अभी से चिन्हित करने की कार्यवाही शुरू करने के निर्देश दिये साथ ही ओपन कैप की स्थापना के लिए स्थान तय करने की हिदायत दी ।
धान की उत्पादकता निर्धारित:
      कलेक्टर श्री यादव ने बैठक के माध्यम से सभी किसानों को 16 अक्टूबर तक निर्धारित केन्द्रों में अपना पंजीयन कराने का आग्रह किया ।  उन्होंने बताया कि इस बार अच्छी वर्षा होने के कारण प्रति हेक्टेयर सिंचित और असिंचित धान की उत्पादकता में ज्यादा अंतर नहीं रखा गया है । किसानों से उपार्जन के लिए धान की प्रति हेक्टेयर उत्पादकता में पिछले वर्ष की तुलना में वृद्धि भी की गई है ।  श्री यादव ने बताया कि कुंडम तहसील को छोड़कर जिले की सभी तहसीलों में प्रति हेक्टेयर सिंचित धान की उत्पादकता 50 क्विंटल एवं असिंचित धान की उत्पादकता 45 क्विंटल निर्धारित की गई है ।  जबकि कुंडम तहसील में प्रति हेक्टेयर सिंचित धान की उत्पादकता 45 एवं असिंचित धान की प्रति हेक्टेयर उत्पादकता 40 क्विंटल तय की गई है ।
क्रमांक/1787/अक्टूबर-43/जैन
 


खादी के वस्त्रों और अन्य उत्पादों पर 30 प्रतिशत तक छूट
जबलपुर 04 अक्टूबर 2019
प्रदेश में गांधी जयंती के अवसर पर पूरे अक्टूबर माह खादी के वस्त्रों और अन्य उत्पादों की खरीदी पर 30 प्रतिशत तक छूट दी जा रही है। खादी ग्रामोद्योग बोर्ड द्वारा संचालित एम्पोरियम पर खरीदी करने पर यह छूट मिलेगी। खादी के वस्त्रों की खरीदी पर 30 प्रतिशत और विंध्या वैली ब्रांड के मसालों की खरीदी पर 20% प्रतिशत छूट रहेगी।
क्रमांक/1784/अक्टूबर-40/जैन  

शुद्ध के लिये युद्ध अभियान में 31 मिलावटखोरों पर रासुका में कार्रवाई
जबलपुर 04 अक्टूबर 2019
प्रदेश में विगत 19 जुलाई से मिलावटी खाद्य पदार्थ निर्माताओं और विक्रेताओं के खिलाफ चलाये जा रहे शुद्ध के लिये युद्ध अभियान में अब तक 31 कारोबारियों के विरुद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) में कार्यवाही की गई है। इसके अलावा 87 मामलों में एफआईआर दर्ज की गई है। अभियान पूरे प्रदेश में निरन्तर जारी है।
अभियान के अन्तर्गत अब तक दूध, दुग्ध उत्पादों और अन्य खाद्य पदार्थों तथा पान मसाला सहित कुल 6,463 नमूने जाँच के लिये एकत्रित किये गये। राज्य खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला ने 1484 नमूनों के जाँच प्रतिवेदन जारी किये हैं। इसमें से 491 नमूने अमानक, 112 नमूने मिथ्या छाप, 29 नमूने अपदृव्य, 27 नमूने असुरक्षित, 803 नमूने मानक स्तर और 22 नमूने प्रतिबंधित स्तर के घोषित किये गये हैं।
क्रमांक/1785/अक्टूबर-41/जैन  

भारत भवन न्यास का पुनर्गठन : : नये सदस्य मनोनीत
जबलपुर 04 अक्टूबर 2019
राज्य शासन ने सार्वजनिक न्यास अधिनियम-1951 की धारा-36 (2) के तहत एक मार्च, 2008 की अधिसूचना के अंतर्गत वर्तमान भारत भवन न्यास को विघटित कर दिया है। अब न्यास में साहित्य, फिल्म, नृत्य, दृश्य-कला, नाटक और संगीत के क्षेत्र में ख्याति प्राप्त 6 नये सदस्यों को मनोनीत किया गया है।
संस्कृति विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार भारत भवन न्यास में श्री गुलजार (साहित्य),
श्री श्याम बेनेगल (फिल्म), श्री अस्ताद देबू (नृत्य), श्री गुलाम मोहम्मद शेख (दृश्य-कला), सुश्री संजना कपूर (नाटक) और उस्ताद बहाउद्दीन डागर (संगीत) को सदस्य बनाया गया है।
भारत भवन न्यास के पुनर्गठन का आदेश जारी होने की दिनांक से वर्तमान सदस्यों का कार्यकाल स्वत: समाप्त माना जायेगा।
क्रमांक/1786/अक्टूबर-42/जैन