संभागीय जनसंपर्क कार्यालय-जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
नौ
अगस्त को आदिवासी दिवस पर शासकीय अवकाश की घोषणा
शौर्य,
बलिदान और महिला सशक्तिकरण की प्रतीक हैं वीरांगना रानी दुर्गावती
--ओमकार
सिंह मरकाम
रानी
दुर्गावती के बलिदान दिवस पर बारहा में आयोजित कार्यक्रम में आदिम जाति कल्याण
मंत्री
जबलपुर, 24 जून, 2019
प्रदेश
के आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री ओमकार सिंह मरकाम ने रानी दुर्गावती को शौर्य का
प्रतीक बताते हुए कहा कि वे सही मायने में नारी शक्ति और नारी सशक्तिकरण का स्वरूप
हैं । उन्होंने कहा कि वीरांगना रानी
दुर्गावती ने देश की रक्षा के लिए जो बलिदान दिया वह आज भी आदिवासियों सहित
संपूर्ण देश और समाज के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बना हुआ है । श्री मरकाम ने आदिवासी
दिवस पर नौ अगस्त को संपूर्ण प्रदेश में शासकीय अवकाश की घोषणा भी कार्यक्रम में
की ।
श्री
मरकाम आज यहां गोंडवाना साम्राज्य की साम्राज्ञी रानी दुर्गावती के 455वें बलिदान
दिवस पर बारहा स्थित रानी के समाधि स्थल पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे
। इस मौके पर बरगी के विधायक श्री संजय यादव, जिला पंचायत सदस्य श्रीमती ज्योति
तीरथ कुंजाम, पूर्व विधायक नन्हेंलाल धुर्वे, कलेक्टर श्री भरत यादव एवं आदिवासी
समाज के गणमान्य नागरिक मौजूद थे ।
श्री
मरकाम ने कार्यक्रम के प्रारंभ में रानी दुर्गावती की समाधि स्थल पर पूजा अर्चना
कर श्रृद्धासुमन अर्पित किये । उन्होंने रानी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया तथा
स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान पर केन्द्रित चित्र प्रदर्शनी का अवलोकन भी
किया । इस अवसर पर आदिम जाति कल्याण मंत्री ने रानी के पुत्र वीरनारायण की प्रतिमा
पर भी माल्यार्पण कर श्रृद्धांजलि दी ।
श्री मरकाम ने बारहा में 22.35 लाख की लागत से आदिवासी समाज के लिए बनने
वाले सामुदायिक भवन का भूमिपूजन भी कार्यक्रम के प्रारंभ में किया ।
श्री
मरकाम ने अपने संबोधन में आदिवासी समाज के उत्थान और बेहतरी के लिए प्रदेश सरकार
की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा कि आदिवासी समाज के देव स्थलों का विकास करने
का निर्णय भी मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के नेतृत्व वाली प्रदेश सरकार ने लिया है ।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री तीर्थदर्शन योजना के तहत भी आदिवासियों के धार्मिक
स्थलों को शामिल करने का फैसला इस सरकार ने लिया है ।
आदिम
जाति कल्याण मंत्री ने कार्यक्रम में बड़ी संख्या में मौजूद आदिवासी समाज के लोगों
को बताया कि रानी दुर्गावती के नाम पर भोपाल में मंत्रालय के समीप 28 करोड़ की लागत
से आदिवासी भवन का निर्माण भी सरकार करा रही है । उन्होंने बताया कि आदिवासी समाज
में शिक्षा के प्रसार को इस सरकार ने प्राथमिकता में शामिल किया है । आदिवासियों
के बच्चों के लिए नये छात्रावास और आश्रम प्रदेश भर में बनाये जा रहे हैं । इसके साथ ही पूर्व में बनाये गये छात्रावासों
और आश्रमों की क्षमता 30 सीटों से बढ़ाकर 50 सीट की जा रही है ।
श्री
मरकाम ने बताया कि गोंडी भाषा को भी मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ के नेतृत्व वाली
सरकार ने पाठ्यक्रम में शामिल करने की अनुमति प्रदान कर दी है । उन्होंने समाज में शिक्षा के प्रसार पर बल देते
हुए आदिवासी समाज के लोगों से आव्हान किया कि वे अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा
दिलायें । श्री मरकाम ने युवाओं को नशे की
गिरफ्त से दूर रखने में सहयोग का आग्रह समाज के लोगों से किया । उन्होंने कहा कि
समाज को प्रगति के पथ पर अग्रसर करना है तो समाज के लोगों को सरकार के प्रयासों
में भागीदार बनना होगा राह में आने वाली चुनौतियों का सामना करना होगा । श्री
मरकाम ने आदिवासी समाज के लोगों से मेढ़-बंधान और तालाब निर्माण जैसे जल संरक्षण के
कार्यों को अपनाने का आव्हान भी किया ।
कार्यक्रम
को संबोधित करते हुए विधायक श्री संजय यादव ने रानी दुर्गावती के शौर्य और बलिदान
को देश एवं समाज के लिए प्रेरणा का स्त्रोत बताया । उन्होंने कहा कि सूचना क्रांति
के इस युग में यदि कहीं भारतीय संस्कृति की झलक दिखाई तो वो आदिवासी समाज ही है
। श्री यादव ने इस मौके पर जबलपुर जिले
में पानी की कमी से जूझ रहे शहपुरा, चरगंवा और कुंडम के आदिवासी क्षेत्रों में जल
आपूर्ति के लिए प्रयासों की जानकारी दी । उन्होंने पायली परियोजना के क्रियान्वयन
की चर्चा करते हुए कहा कि जनवरी माह से इस परियोजना पर काम शुरू हो गया है और इससे
चरगंवा एवं बरगी क्षेत्र के 194 गांवों को जलापूर्ति होगी ।
कार्यक्रम
में गोंडी संस्कृति पर केन्द्रित लोकनृत्य भी प्रस्तुत किये गये । इस अवसर पर आदिवासी समाज के गणमान्य नागरिकों
का सम्मान भी आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री ओमकार सिंह मरकाम ने किया । कार्यक्रम के समापन पर कलेक्टर श्री भरत यादव
ने आभार माना ।
क्रमांक/792/जून-260/जैन
वन
मंत्री ने की रानी की समाधि स्थल के विकास के लिए
दो
लाख देने की घोषणा
जबलपुर, 24 जून, 2019
वन
मंत्री श्री उमंग सिंघार ने आज अपने जबलपुर प्रवास के दौरान बारहा स्थित समाधि
स्थल पहुंचकर वीरांगना रानी दुर्गावती को श्रृद्धांजलि अर्पित की । श्री सिंघार ने
यहां वीरांगना के बलिदान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए समाधि स्थल
के विकास के लिए अपनी ओर से दो लाख रूपये देने की घोषणा भी की ।
वन
मंत्री ने कार्यक्रम में कहा कि वनभूमि पर स्थित देव स्थानों का अधिकार आदिवासी
समाज को दिलाया जायेगा । इसके लिए सामूहिक
दावे के प्रकरणों को स्वीकार किया जायेगा और आदिवासी समाज को ऐसे धार्मिक स्थलों
का सामूहिक हक प्रदान किया जायेगा ।
वन
मंत्री ने इस अवसर पर बताया कि प्रदेश की सरकार ने तेंदूपत्ता का संग्रहण करने
वाले वनवासियों को पारिश्रमिक का नगद भुगतान करने का निर्णय लिया है । श्री सिंघार ने वन समितियों को उनके अधिकार
वापस सौंपे जाने की जानकारी देते हुए कहा कि औषधीय पौधों की खेती के लिए
आदिवासियों को प्रोत्साहित भी किया जायेगा ।
क्रमांक/793/जून-261/जैन
मध्यप्रदेश में अब घोषणा नहीं,
काम करने
वाली सरकार
: मुख्यमंत्री श्री
नाथ
मुख्यमंत्री द्वारा झाबुआ में "स्कूल चलें हम" अभियान का शुभारंभ
मुख्यमंत्री ने सामूहिक विवाह समारोह में नव-दम्पत्तियों को दिया आशीर्वाद
मुख्यमंत्री ने सामूहिक विवाह समारोह में नव-दम्पत्तियों को दिया आशीर्वाद
जबलपुर, 24 जून, 2019
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा है कि प्रदेश में अब घोषणा करने वाली नहीं, काम करने वाली सरकार है। यह सरकार पहले दिन से हर वर्ग के लिए काम कर रही है। मुख्यमंत्री ने आज आदिवासी बहुल झाबुआ जिले में 'स्कूल चलें हम' अभियान का शुभारंभ किया और 700 जोड़ों के सामूहिक विवाह समारोह में नव-दम्पत्तियों को आशीर्वाद दिया।
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि हम अपने वायदों को पूरा करने तेजी से काम कर रहे हैं। यह पहली सरकार है जिसने पहले दिन से जनता से किए गए वायदों पर काम करना शुरू किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के अन्नदाता किसानों का 2 लाख तक का कर्ज माफ कर हमने प्रदेश के इतिहास की सबसे बड़ी योजना को ऐसी स्थिति में पूरा किया, जब पूर्ववर्ती सरकार पूरा खजाना खाली छोड़कर गई थी।
मुख्यमंत्री श्री नाथ ने कहा कि किसानों की कर्ज माफी मात्र राहत है। हमारा लक्ष्य तो किसानों के जीवन में खुशहाली लाना है। श्री नाथ ने कहा कि नौजवानों को रोजगार देना भी उनकी प्राथमिकता में शामिल है। युवा स्वाभिमान योजना के जरिए शहरी युवाओं को 100 दिन का रोजगार दिया जा रहा है। रोजगार की संभावना वाले निवेश को प्रोत्साहित करने की कोशिश हमारी जारी है और कई क्षेत्रों में हम सफल हुए हैं। जो उद्योग स्थानीय स्तर पर 70 प्रतिशत लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाएंगे, हम उन्हें ही सुविधाएँ उपलब्ध करवाएंगे।
जय किसान फसल ऋण माफी योजना के दूसरे चरण की शुरूआत
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने झाबुआ में जय किसान फसल ऋण माफी योजना के दूसरे चरण का शुभारंभ किया। उन्होंने किसानों को फसल ऋण माफी के प्रमाण-पत्र वितरित किए। दूसरे चरण में 6,930 किसानों के 49.87 करोड़ के फसल ऋण माफ होंगे। पहले चरण में 46,419 किसानों के 212.50 करोड़ के ऋण माफ किए गए है।
हर बच्चा स्कूल जाए
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने कहा कि शिक्षा के माध्यम से पिछड़ेपन को दूर करने के लिए हम सभी का यह दायित्व है कि हर बच्चा स्कूल जाए। उन्होंने कहा कि हमें प्रदेश को शिक्षित राज्य बनाना है। शिक्षा ही हर व्यक्ति के जीवन में उन्नति लाती है। उन्होंने कहा कि शैक्षिक वातावरण बनाने के लिए राज्य सरकार ने सारे इंतजाम किए हैं। जरूरत इस बात की है कि शिक्षक और समाज के जागरूक लोग और जन-प्रतिनिधि हर बच्चे को स्कूल तक पहुँचाएँ और उनके अभिभावकों को प्रेरित करें कि उनका बच्चा स्कूल जाए।
बच्चों को साइकिल वितरित
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने अभियान का शुभारंभ करते हुए स्कूली बच्चों को 3,125 साइकिलें वितरित की। उन्होंने सर्व शिक्षा अभियान के प्रचार रथ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री ने पौधा-रोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया। श्री नाथ ने स्कूली बच्चों को पुस्तकों का वितरण किया तथा खेल और शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को मेडल प्रदान कर सम्मानित किया।
700 नव-दम्पत्तियों को आशीर्वाद
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ झाबुआ में आज मुख्यमंत्री कन्या विवाह एवं निकाह योजना में हुए 700 जोड़ों के सामूहिक विवाह कार्यक्रम में शामिल हुए। श्री नाथ ने सभी नव दम्पत्तियों को आशीर्वाद दिया। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस योजना के जरिए गरीब वर्गों को दी जाने वाली सहायता राशि को दोगुना कर दिया है। उन्होंने बताया कि अब प्रत्येक नव-दम्पत्ति को 51 हजार रुपये सहयोग राशि दी जा रही है। उन्होंने नव-दम्पत्तियों को फलदार पौधे भेंट कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प दिलवाया।
140 करोड़ के विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ ने झाबुआ प्रवास के दौरान 140 करोड़ 15 लाख 47 हजार लागत के निर्माण कार्यों का लोकार्पण और भूमि-पूजन किया। इनमें बी.टी. रोड, गौ-शाला निर्माण, नदी पुनर्जीवन, निस्तार तालाब, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क, सी.सी. रोड, बैराज निर्माण, नल-जल योजना तथा महाविद्यालय भवन का लोकार्पण शामिल है। मुख्यमंत्री ने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को हितलाभ वितरित किए। इस मौके पर पर्यटन मंत्री श्री सुरेन्द्र सिंह बघेल, उच्च शिक्षा मंत्री श्री जीतू पटवारी और पूर्व सांसद श्री कांतिलाल भूरिया उपस्थित थे।
क्रमांक/794/जून-262/मनोज
मिन्टो हॉल में "अजा-अजजा वर्ग
के प्रति
संवेदनशीलता प्रशिक्षण
मुख्यमंत्री श्री कमल नाथ का उद्बोधन 27 जून को
जबलपुर, 24 जून, 2019
प्रदेश में अजा-अजजा वर्ग के प्रति आमजन में संवेदनशीलता का वातावरण निर्मित करने के लिये 26-27 जून को मिन्टो हॉल में पुलिस मुख्यालय की अजाक शाखा द्वारा दो-दिवसीय राज्य-स्तरीय प्रशिक्षण आयोजित किया जा रहा है। जनजातीय कल्याण मंत्री श्री ओमकार सिंह मरकाम 26 जून को सुबह 10.30 बजे प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारंभ करेंगे। मुख्यमंत्री
श्री कमल नाथ 27 जून को शाम 4.30 बजे प्रशिक्षण के समापन सत्र को संबोधित करेंगे।
क्रमांक/795/जून-263/मनोज
संत रविदास स्मृति
पुरस्कार और श्री विष्णु कुमार
पुरस्कार का नाम परिवर्तन
जबलपुर, 24 जून, 2019
राज्य शासन ने संत रविदास स्मृति पुरस्कार और श्री विष्णु कुमार पुरस्कार का नाम परिवर्तित कर दिया है। अनूसूचित जाति कल्याण विभाग द्वारा जारी आदेश के अनुसार अब संत रविदास स्मृति पुरस्कार का नाम 'संत रविदास कर्मणा स्मृति पुरस्कार'' और श्री विष्णु कुमार पुरस्कार का वर्ष 2016-17 तथा 2017-18 के लिये 'श्री विष्णु कुमार स्मृति पुरस्कार'' कर दिया गया है। दोनों पुरस्कारों के लिये चयन प्रक्रिया के लिये निर्णायक मण्डल का गठन किया गया है।
क्रमांक/796/जून-264/मनोज