News.19.06.2019_A


संभागीय जनसंपर्क कार्यालय-जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
हरियाली और बेहतर पर्यावरण जबलपुर की पहचान
इसे पुन: हासिल कर संजोना है - वृक्षारोपण कार्यशाला में संभागायुक्त श्री बहुगुणा
शहर में एक लाख 25 हजार पौधे लगाने की कार्ययोजना
जबलपुर, 19 जून, 2019
      संभागायुक्त राजेश बहुगुणा ने कहा है कि हरियाली, खुलापन और बेहतर पर्यावरण जबलपुर की पहचान रही है ।  इसे वृहद स्तर पर वृक्षारोपण और जल संरक्षण-संवर्धन द्वारा पुन: हासिल करना है और संजो कर रखना है ।
      संभागायुक्त श्री बहुगुणा मानस भवन सभागार में आयोजित वृक्षारोपण-पौधारोपण कार्यशाला को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे । कार्यशाला में मुख्य वन संरक्षक, कलेक्टर भरत यादव, वनमंडलाधिकारी, राज्य वन अनुसंधान संस्थान के संचालक, जिला पंचायत जबलपुर की मुख्य कार्यपालन अधिकारी रजनी सिंह, अपर कलेक्टर राहुल फटिंग, अपर कलेक्टर डॉ. सलोनी सिडाना, जिले में वृक्षारोपण और जल संरक्षण के लिये सक्रिय एजियों, सामाजिक संस्थाओं, शासकीय एवं निजी शैक्षणिक संस्थाओं के प्रतिनिधि, स्वयंसेवी कार्यकर्त्ता, अधिकारी-कर्मचारी, गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में मौजूद थे ।
      संभागायुक्त ने अपने उद्बोधन में कहा कि वृक्षारोपण कर शहर और पूरे जिले को हरा-भरा बनाने का जोश और जरूरत हर व्यक्ति और बच्चे के मन में लानी है ।  इस कार्य की निरन्तरता की आवश्यकता हर व्यक्ति को जाननी होगी । 
      संभागायुक्त ने कहा कि नेशनल हाइवे के दोनों ओर बड़े वृक्षों का होना जरूरी है ।  इसके लिये नेशनल हाइवे के स्टेट क्वार्डिनेटर से चर्चा की गयी है ।  बड़े वृक्ष छाया के साथ पर्यावरण को बेहतर बनाते है ।  उन्होंने कहा मदन महल पहाड़ियों में सघन वृक्षों का अस्तित्व शहर के लिए फेफड़ों का काम करेगा ।  नगर निगम द्वारा वृहद वृक्षारोपण की योजना सराहनीय है ।  उन्होंने कहा कि हम सभी को बच्चों के भविष्य, समाज और राष्ट्र के लिये किये गये कार्यों का मूल्यांकन स्वयं करना चाहिये ।
      कलेक्टर भरत यादव ने कहा कि आज जिले में सामाजिक संस्थाओं, एंजियो द्वारा वृक्षारोपण के लिये सराहनीय कार्य किया जा रहा है । आगे भी समन्वय और सकारात्मकता के साथ कार्य करने की जरूरत है ।  जिला प्रशासन का वृक्षारोपण-जल संरक्षण के लिये पूरा सहयोग मिलेगा ।  ऑनलाइन कामन प्लेटफार्म बनाया जा रहा है ।  जिसमें कलेक्ट्रेट और जिला पंचायत की वेबसाइट को लिंक किया जाएगा ।  लोग वृक्षारोपण के लिये पंजीयन करा सकेंगे ।  उन्हें यह जानकारी मिल पायेगी कि कहां और कब वे पौधारोपण कर सकते हैं ।
      कलेक्टर ने कहा कि सभी शासकीय कार्यालय भवनों में वाटर हारवेस्टिंग के लिये निर्देश जारी होंगे । मदन महल पहाड़ियों में वैज्ञानिक ढंग से वृक्षारोपण तथा जैव विविधता के साथ उपयुक्त प्रजाति के वृक्षों के पौधों का रोपण होगा ।
      मुख्य वन संरक्षक ने कहा कि वृहद वृक्षारोपण के लिये वन विभाग द्वारा पूरी तैयारी कर ली गयी है ।  वन नर्सरी में पौधे तैयार कर लिए गये हैं ।  हर जिले को 20 हजार पौधे नि:शुल्क दिये जा रहे हैं ।  पौधारोपण के लिये संस्थायें पौधे खरीद सकती हैं ।  उन्होंने पौधारोपण के लिए गड्ढ़ा खनन, खाद का उपयोग तथा सिंचाई के वैज्ञानिक तरीके से अवगत कराया । उन्होंने कहा कि पौधारोपण के साथ जल संरक्षण-संवर्धन के लिये परकुलेशन टैंक, चेकडेम, बोरी बंधान आदि पानी रोकने के कार्य भी होने चाहिये ।  वनमंडलाधिकारी ने वृक्षारोपण के लिये वन विभाग की योजना की जानकारी दी ।  किसानों को बांस रोपण के लिये प्रोत्साहित किया जा रहा है ।  इस योजना में अनुदान भी है ।  बांस का पर्यावरण संरक्षण के साथ औद्योगिक उपयोग भी है ।  उन्होंने बताया कि वृक्ष जल ग्रहण की क्षमता को प्रभावित करते हैं ।  ग्लोबल वार्मिंग को कम करने में सहायक हैं ।  तापमान स्तर को कम कर अनेक बीमारियों के प्रकोप से बचा जा सकता है ।  
      डॉ. जितेन्द्र जामदार ने कहा कि नर्मदा जी की कृपा के कारण जबलपुर में जल की कमी नहीं है ।  लेकिन वृक्षों की संख्या में लगातार हो रही कमी के कारण नर्मदा नदी का प्रवाह कम होता जा रहा है ।  उन्होंने कहा पौधारोपण के बाद पौधे की बच्चे की तरह परवरिश की जरूरत होती है ।  पौधा फेंसिंग, ट्री गार्ड से सुरक्षित रहे, उसे लगातार पानी मिलता रहे तो वह वृक्ष बन जायेगा ।  वैज्ञानिक ढंग से गड्ढ़ा बनाना, खाद का उपयोग यह सब तकनीकी ज्ञान का प्रचार-प्रसार जरूरी है । उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों में अधिक संख्या में वृक्ष लगाने, नेशनल हाइवे के दोनों तरफ वृक्ष लगाने की जरूरत रेखांकित की । उन्होंने कदम तथा नमामि देवि नर्मदे मिशन के वृक्षारोपण के लिये किये गये कार्य का उल्लेख किया ।
      संस्कार कावड़ी यात्रा के प्रतिनिधि सदस्य ने बताया कि कावड़ियों द्वारा 35 किलोमीटर दूर कैलाशधाम मंदिर से लगी पहाड़ी में वृक्षारोपण कर उसे हरा-भरा कर दिया गया है ।  इन भक्तों ने अपने घर-खेतों में भी 25 हजार से अधिक वृक्ष लगाये हैं ।  इस वर्ष भी बड़ी संख्या में पौधे रोपे जायेंगे ।  वृक्षारोपण को आस्था से जोड़ा गया है । रोटरी क्लब के वैभव शुक्ला, पत्रकार प्रभाकर मिश्रा, राष्ट्रीय सेवा योजना के डॉ. राणा और वृक्षारोपण से जुड़ी संस्थाओं ने वृक्षारोपण के लिये अपनी तैयारियों की जानकारी दी ।
      कार्यशाला के प्रारंभ में वृक्षारोपण के लिये नगर निगम जबलपुर और जिला पंचायत की कार्ययोजना का प्रस्तुतीकरण हुआ ।  बताया गया कि नगर निगम क्षेत्र में एक लाख 25 हजार पौधे रोपने की कार्ययोजना बनायी गयी है ।  मदन महल पहाड़ी में 25 हजार, डुमना नेचर पार्क में 25 हजार, रोड साईड में 25 हजार, डिवाइडर में 10 हजार और वार्डों के खुले क्षेत्रों में 40 हजार पौधे रोपने की योजना है ।
      मदन महल पहाड़ी में राज्य वन अनुसंधान संस्थान द्वारा तकनीकी सहायता और पौधों की उपलब्धता से रोपण किया जायेगा ।  मदन महल पहाड़ी क्षेत्र में अतिक्रमण से मुक्त हुई भूमि पर मिट्टी की परत डाल कर भूमि सुधार किया गया है ।  प्रथम चरण में देवताल से गढ़ा थाने तक करीब 24 एकड़ क्षेत्र में 25 हजार पौधे नगर निगम और स्मार्ट सिटी के संयुक्त प्रयास से लगाये जायेंगे ।  19 संस्थाओं को एक-एक एकड़ क्षेत्र में तीन वर्षों तक पौधों की जवाबदारी हेतु तैयार किया जा रहा है । इन संस्थाओं से एमओयू किया जायेगा ।  वालेंटियर्स को रोपण का प्रशिक्षण दिया जायेगा ।  आई.टी. सिस्टम द्वारा पौधों की निरन्तर निगरानी का कार्य किया जायेगा । डिवाइडर में पौधारोपण तथा देखभाल के लिये टेंडर करने की योजना है ।  शहर में पौधारोपण के लिये समाज के हर वर्ग एवं संस्थाओं का सक्रिय सहयोग लिया जायेगा । पूर्व वर्षों में किये गये पौधारोपण में सुधार भी किया जायेगा ।
      जिला पंचायत ने ग्रामीण क्षेत्र में 62 हजार पौधे लगाने की कार्ययोजना बनायी है ।  इसे शासकीय-अशासकीय भूमि में किया जायेगा । वृक्षारोपण शासकीय शाला भवन, पंचायत भवन, सामुदायिक, आंगनबाड़ी भवन, खेल मैदान के चारों ओर, शांतिधाम, स्टेडियम, अशासकीय भूमि अन्तर्गत प्रधानमंत्री आवास परिसर, एनआरएलएम के समूह, निजी गोदाम स्टोरेज परिसर, मनरेगा योजनान्तर्गत पूर्व वर्षों में किये गये पौधारोपण, परियोजनाओं में गेप फिलिंग कार्य अंतर्गत, जनभागीदारी के माध्यम से वृक्षारोपण कराया जायेगा ।  कार्यशाला के अंत में आभार प्रदर्शन जिला पंचायत सीईओ रजनी सिंह ने किया ।
क्रमांक/733/जून-201/खरे
चौरई तालाब को दिया जायेगा नया स्वरूप
कलेक्टर ने किया निरीक्षण
अधिकारियों को दिये कार्ययोजना बनाने के निर्देश
जबलपुर, 19 जून, 2019
      कलेक्टर श्री भरत यादव ने आज बरगी के समीप ग्राम चौरई के तालाब का निरीक्षण किया और इसके गहरीकरण के साथ-साथ इसे नया स्वरूप प्रदान करने की कार्ययोजना तैयार करने के निर्देश अधिकारियों को दिये ।
      श्री यादव ने चौरई तालाब के निरीक्षण के दौरान इसके तटबंध की पिचिंग करने के निर्देश भी दिये ।  उन्होंने इस तालाब में मत्स्य पालन के लिए उपयुक्त बताते हुए स्थानीय मछुओं के समूह को पट्टे पर दिये जाने की कार्यवाही करने की बात कही ।
      कलेक्टर ने तालाब के कैचमेंट एरिया को डेवलप करने की जरूरत बताई ।  इसके साथ ही उन्होंने ऊपरी स्थान पर सब्जियाँ लगाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिये । श्री यादव ने तालाब के गहरीकरण के लिए सीएसआर मद से सहयोग के लिए निजी कंपनियों से चर्चा करने का सुझाव अधिकारियों को दिया । कलेक्टर ने इस अवसर पर तालाब में नौका विहार की संभावनाओं का परीक्षण करने तथा प्रस्ताव तैयार करने की बात अधिकारियों से की । 
      चौरई तालाब के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर के साथ एसडीएम नम:शिवाय अरजरिया, सरपंच कमला प्रसाद पटेल, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन यंत्री श्री खटीक, जनपद पंचायत जबलपुर के मुख्य कार्यपालन अधिकारी भी मौजूद थे ।
क्रमांक/734/जून-202/जैन

कलेक्टर ने किया रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों के लिए स्थल का मुआयना
अधिकारियों को दिए जरूरी दिशा-निर्देश
जबलपुर 19 जून 2019
      रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर 24 जून को नर्रई स्थित वीरांगना की समाधि स्थल पर आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों की तैयारियों का कलेक्टर श्री भरत यादव ने आज मौके पर जाकर जायजा लिया।
      श्री यादव ने इस दौरान समाधि स्थल की रंगाई-पुताई एवं साफ-सफाई के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने आयोजन स्थल पर एम्बुलेंस और स्वास्थ्य विभाग के अमले को तैनात करने की जरूरत बताई तथा साफ पानी के टैंकरों और मोबाईल टायलेट की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए।
      कलेक्टर ने स्थल निरीक्षण के दौरान मंचीय कार्यक्रम के लिए चयनित स्थल के समतलीकरण के निर्देश नगर निगम के अधिकारियों को दिए। श्री यादव ने रानी दुर्गावती के पुत्र वीरनारायण की प्रतिमा स्थल का भी अवलोकन किया और यहां भी रंग-रोगन के निर्देश दिए।
      कलेक्टर ने समाधि स्थल पर जल आपूर्ति की स्थाई व्यवस्था के लिए लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी को उपयुक्त स्थल पर नलकूप खनन के लिए निर्देशित किया। श्री यादव ने बरगी बांध की नहर से जलापूर्ति के प्रबंध करने के स्थानीय नागरिकों से मिले सुझावों का परीक्षण करने की बात नर्मदा घाटी विकास प्राधिकरण के अधिकारियों से कही। उन्होंने समाधि स्थल  पर बने स्टॉप डेम में वर्षा जल को रोकने की व्यवस्था करने के निर्देश भी अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों की रूपरेखा पर भी अधिकारियों में चर्चा की तथा कार्यक्रमों को भव्य स्वरूप प्रदान करने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिए।
      ज्ञात हो कि वीरांगना रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर नर्रई स्थित रानी के समाधि स्थल पर 24 जून को कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। इस अवसर पर वीरांगना को श्रृद्धांजलि देने के साथ-साथ सशस्त्र बल द्वारा सलामी दी जाएगी। रानी के शौर्य गाथा और स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान पर केन्द्रित चित्र प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इसके साथ ही मंचीय कार्यक्रम का आयोजन भी किया जाएगा जिसमें राज्य शासन के मंत्रीगण शामिल होंगे। कार्यक्रमों में गोंडी संस्कृति पर केन्द्रित लोकनृत्यों एवं लोकगीतों की प्रस्तुति भी होगी।
      रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों के स्थल निरीक्षण के दौरान कलेक्टर के साथ एसडीएम नम:शिवाय अरजरिया, नगर निगम के उपायुक्त राकेश अयाची, आदिवासी विकास विभाग के संभागीय अधिकारी श्री भारती, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास पूजा द्विवेदी, लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के कार्यपालन यंत्री एम.के. श्रीवास्तव, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा के कार्यपालन यंत्री श्री खटीक, जबलपुर टूरिज्म प्रमोशन काउंसिल के सीईओ हेमंत सिंह एवं अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
क्रमांक/735/जून-203/जैन॥

दस्तक अभियान :-
कलेक्टर ने नर्रई में दस्तक अभियान का जायजा लिया
जबलपुर 19 जून 2019
पांच वर्ष तक की आयु के बीमार एवं कुपोषित बच्चों को चिन्हित करने तथा उनके उपयुक्त इलाज की व्यवस्था करने जिले में चलाए जा रहे दस्तक अभियान का आज बुधवार को कलेक्टर श्री भरत यादव ने  समाधि मार्ग स्थित ग्राम नर्रई  में जायजा लिया  
श्री यादव ने अभियान के तहत ग्राम नर्रई में घर-घर दस्तक देने पहुँचे स्वास्थ कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी  कार्यकर्त्ता एवं आशा कार्यकर्त्ता से पिछले एक सप्ताह की गतिविधियों की जानकारी ली
कलेक्टर ने इस मौके पर एकत्र हुए ग्रामीणों से भी चर्चा की तथा उन्हें दस्तक अभियान के  आयोजन के उद्देश्य एवं महत्व को समझाते हुए बच्चों के स्वास्थ के प्रति सचेत रहने एवं अभियान में भागीदार बनने का आग्रह किया
क्रमांक/736/जून-204/जैन॥

तिलहरी में विस्थापितों हेतु लगाया गया स्वरोजगार योजना शिविर
जबलपुर 19 जून 2019
मदनमहल पहाड़ी के विस्थापितों के लिये उद्योग विभाग एवं नगर निगम जबलपुर द्वारा स्वरोजगार ऋण योजना संचालित करने वाले सभी विभागों के साथ आज बुधवार को तिलहरी स्थित पुनर्वास स्थल पर स्वरोजगार शिविर का आयोजन किया गया।शिविर मे विभागो द्वारा  योजनाओ की जानकारी दी गई एवं स्वरोजगार से जुडने, आनलाईन आवेदन करने हेतु मार्गदर्शन प्रदान प्रदान किया गया। शिविर में करीब 75 विस्थापितों ने स्वरोजगार स्थापित करने की इच्छा व्यक्त की  शिविर में स्वरोजगार स्थापित करने के इच्छुक इन विस्थापित की सूची तैयार कर की गई। शिविर मे सेन्ट्रल बैंक एवं भारतीय स्टेट बैंक के प्रतिनिधि भी उपस्थित थे।
क्रमांक/737/जून-205/जैन॥


वर्षा ऋतु के मद्देनजर नागरिकों को मौसमी बीमारियों से बचने की सलाह
जबलपुर 19 जून 2019
      जिले के नागरिकों से स्वास्थ्य विभाग ने वर्षा ऋतु में गंदा व दूषित पानी पीने से परहेज करने, बासी भोजन न करने की सलाह दी है। साथ ही साफ-सफाई न होने एवं स्वास्थ्य संबंधी सावधानियां न रखने के कारण अनेक प्रकार की संक्रामक बीमारियां जैसे उल्टी-दस्त, टाईफाईड, मलेरिया, डेंगू, बुखार आदि फैलने लगती हैं। इन बीमारियों से बचाव हेतु पर्याप्त सावधानियां बरतने की अपील की गई है।
      नागरिकों से कहा गया है कि साफ पानी पिएं, पानी उबालकर छानकर पिएं, पीने योग्य पानी हेतु मटके या घड़े में एक क्लोरीन टेबलेट डालकर शुद्ध करें। बासी भोजन का सेवन न करें, बाहर से खाने-पीने से यथासंभव बचें, घर का बना ताजे भोजन का सेवन करें। बाहर से आने के उपरांत स्वच्छ पानी से चेहरे, हाथ, पैर आदि साबुन से अच्छी तरह धो लें। अपने क्षेत्र में पानी जमा न होने दें, कूलर, हौज, फूलदानी, शोप्लांट आदि में भरे पानी को बदलते रहें, पानी कहीं भी जमा न होने दें। सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग अवश्य करें। उल्टी दस्त लगने, ठंग लगने, बुखार आने पर तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर जाकर इलाज कराएं, चिकित्सकीय सलाह लेकर ही दवाओं का सेवन करें। कुएं एवं हैण्डपम्प के शुद्धीकरण हेतु ब्लीचिंग पाऊडर का उपयोग करें। अपने क्षेत्र के पार्षद, सरपंच आदि से मिलकर कुएं, हैण्डपम्पों एवं पीने के पानी के जलस्त्रोतों की साफ-सफाई एवं शुद्धता हेतु प्रयास करें।  
क्रमांक/738/जून-206/मनोज॥

लोकसभा चुनाव-
फेसिलिटेशन कार्यक्रम में अभ्यर्थियों व चुनाव अभिकर्त्ताओं को व्यय लेखा प्रस्तुत करने के
तौर तरीके बताए गए
जबलपुर, 19 जून, 2019
      लोकसभा निर्वाचन हेतु गठित एक्सपेंडीचर मॉनीटरिंग सेल की विगत दिनों कलेक्ट्रेट परिसर स्थित आयुष भवन में एक दिवसीय फेसिलिटेशन कार्यक्रम का आयोजन किया गया और निर्वाचन व्यय लेखे के प्रस्तुतीकरण के संबंध में विस्तृत जानकारी प्रदान की गई ।
      निर्वाचन व्यय लेखा के संबंध में ई.एम.सी. सदस्य सुब्रतो बनर्जी ने अभ्यर्थियों और निर्वाचन व्यय एजेंटों को लेखे की फाइलिंग प्रक्रिया की पूर्ण जानकारी प्रदान की ।  इस दौरान संभागीय पेंशन अधिकारी और नोडल अधिकारी एक्सपेंडीचर मॉनीटरिंग सेल ए.के. महोबिया भी मौजूद थे ।  संबंधितों को दाखिल किए जाने वाले फार्म एवं शपथ पत्रों को भरते समय होने वाली त्रुटियों, अनुसूची 1 से 9 तक के कॉलमों की पूर्ति और निर्वाचन व्ययों का सार विवरण की प्रपत्र में जानकारी देने की प्रक्रिया बताई गई । इसके अलावा समाचार पत्र व टी.व्ही. चैनल में आयोग के निर्देशानुसार आपराधिक पृष्ठभूमि बावत् जानकारी प्रकाशन व प्रसारण पर हुए खर्च के बारे में भी बताया गया ।
क्रमांक/739/जून-207/मनोज

मिलावट और कम तौल करने वाले व्यापारियों के विरुद्ध विशेष अभियान चलाने के निर्देश
5 माह में 25 हजार संस्थाओं की जाँच, तीन हजार से अधिक प्रकरण दर्ज 
जबलपुर, 19 जून, 2019
खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री प्रद्युमन सिंह तोमर ने प्रदेश में मिलावट और कम नाप-तौल करने वाले व्यापारियों के विरुद्ध विशेष अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि ऐसी संस्थाओं और दुकानदारों के विरुद्ध अभियोजन की कार्रवाई की जाए।
प्रदेश में पिछले 5 माह में लगभग 25 हजार संस्थाओं की जाँच की गई। इनमें से 3,463 मामलों में प्रकरण दर्ज किये गये। इन संस्थाओं से 836 लाख रुपये जुर्माना राशि वसूली गई
मंत्री श्री तोमर ने कहा कि प्रदेशवासियों को मिलावट रहित तथा पूर्ण मात्रा में सामग्री, गैस, डीजल, पेट्रोल प्राप्त हो सके, यह राज्य सरकार का दायित्व है। उन्होंने बताया कि नाप-तौल अमले द्वारा माह जनवरी से मई तक 716 एल.पी.जी. संस्थान एवं हॉकर्स की आकस्मिक जाँच की गई। इनमें से 149 के विरुद्ध प्रकरण दर्ज कराये गये। इसी प्रकार 1280 प्रकरणों में एम.आर.पी. की जाँच कर 107 प्रकरण, 1584 उपार्जन खरीदी केन्द्रों के धर्मकाटा की जाँच कर 31 प्रकरण, शासकीय/अर्ध-शासकीय संस्थान के 1614 खरीदी केन्द्रों की जाँच कर 25 प्रकरण तथा 1704 पैकेज घोषणाओं की जाँच कर 188 प्रकरण दर्ज किये गये।
क्रमांक/740/जून-208/मनोज