संभागीय जनसंपर्क कार्यालय-जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार
दस्तक अभियान में जनप्रतिनिधियों और स्वैच्छिक संगठनों
की सहभागिता भी
सुनिश्चित की जाय
नोडल अधिकारियों की बैठक में कलेक्टर के निर्देश
जबलपुर, 08 जून, 2019
कलेक्टर श्री भरत यादव ने बच्चों में जन्मजात बीमारियों, विकृतियों और कुपोषण की पहचान के लिये जिले में दस जून से चलाए जाने वाले दस्तक अभियान के प्रति जन -जागरूकता पैदा करने की जरूरत बताते हुए इस अभियान में जनप्रतिनिधियों, सामाजिक, स्वैच्छिक एवं गैर सरकारी संस्थाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं ।
श्री यादव आज शनिवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में दस्तक अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु नियुक्त नोडल अधिकारियों की बैठक को सम्बोधित कर रहे थे । कलेक्टर ने कहा कि बच्चों के स्वास्थ्य जैसे सामाजिक सरोकार से जुड़े इस महत्वपूर्ण अभियान की सफलता के लिए हर एक को अपने - अपने स्तर पर व्यक्तिगत रुचि लेकर कार्य करना होगा । उन्होंने नोडल अधिकारियों से कहा कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में एक साथ चलाए जा रहे इस अभियान की हर गतिविधियों की उन्हें निगरानी करनी होगी । श्री यादव ने बच्चों के सर्वे के लिए घर-घर दस्तक देने नियुक्त दस्तक दल के कामकाज की मॉनिटरिंग करने तथा प्रतिदिन का फीडबैक जिला स्तर पर देने के निर्देश नोडल अधिकारियों को दिए ताकि अभियान की कमियों को तुरन्त किया जा सके और इसका बेहतर क्रियान्वयन किया जा सके।
कलेक्टर ने अभियान के लिए तैयार माइक्रो प्लान पर भी नोडल अधिकारियों के साथ चर्चा की । उन्होंने नोडल अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने के निर्देश दिये कि दस्तक अभियान के तहत आयोजित स्वास्थ्य सभाओं में बच्चों के स्वास्थ्य के साथ-साथ स्वच्छता सम्बंधित आदतों एवं व्यवहार, भोजन में आवश्यक पोषक तत्व जैसे मुद्दों पर चर्चा की जाये तथा जरूरी परामर्श एवं सुझाव बच्चों के अभिभावकों को दिये
जायें । उन्होंने स्वास्थ्य सभाओं में भी स्थानीय
जनप्रतिनिधियों, पंच-सरपंच, जिला एवं जनपद सदस्यों को आमंत्रित करने के निर्देश
देते हुए कहा कि जनप्रतिनिधियों के प्रभाव का इस्तेमाल बच्चों के अभिभावकों को
स्वास्थ्य संबंधी समझाइश देने में किया जा सकता है ।
श्री यादव ने
स्वास्थ्य सभाओं में बारिश के मौसम में होने वाले जल जनित रोगों से बचाव के उपायों
पर भी चर्चा करने की बात कही । उन्होंने
कहा कि पौधारोपण सहित अन्य विषयों को भी स्वास्थ्य सभाओं में शामिल किया जा सकता
है ।
कलेक्टर ने दस्तक
अभियान के तहत ग्राम स्तर पर आयोजित की जाने वाली स्वास्थ्य सभाओं में महिलाओं के
साथ-साथ पुरूषों को भी शामिल करने पर विशेष जोर दिया । उन्होंने कहा कि माँ तो बच्चों के स्वास्थ्य के
प्रति चिंतित रहती है लेकिन पिता इस मामले में बेखबर रहते हैं अथवा इसे प्राथमिकता
नहीं देते और बच्चों को इलाज के लिए बाहर भेजने जल्दी तैयार भी नहीं होते ।
कलेक्टर ने बैठक में दस्तक अभियान के तहत गंभीर रोगों से ग्रसित बच्चों के रेफरल
तैयार करने और उन्हें क्या उपचार दिया जा रहा है इसका फालोअप भी नियमित रूप से
लेने के निर्देश नोडल अधिकारियों को दिये ।
बैठक में बताया गया कि दस्तक अभियान के तहत
बच्चों में जन्मजात रोगों एवं विकृतियों की पहचान के लिए स्वास्थ्य कार्यकर्त्ता,
आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता एवं आशा कार्यकर्त्ताओं के दल बनाये गये हैं । ये दल पांच वर्ष तक की आयु वाले प्रत्येक परिवार
के घर-घर जाकर दस्तक देंगे और बच्चों के स्वास्थ्य एवं अक्सर होने वाली बीमारियों
की जानकारी लेंगे । इसके साथ ही परिवार को स्वच्छता संबंधी परामर्श भी दस्तक दलों
द्वारा घरों में भेंट के दौरान दी जायेगी । दस्तक दल बच्चों के पोषण स्तर, टीकाकरण
के बारे में अभिभावकों से चर्चा करेंगे तथा छह माह से पांच वर्ष तक की आयु के
बच्चों को विटामिन “ए” की खुराक पिलायेंगे ।
उल्टी-दस्त से ग्रसित होने वाले बच्चों के परिवारों को ओआरएस एवं जिंक के
पैकेट का वितरण दस्तक दलों द्वारा किया जायेगा तथा एनीमिया के शिकार बच्चों की
पहचान भी इनके द्वारा की जायेगी । दस्तक दलों
को एक दिन में घरों में दस्तक देने तथा एक परिवार के साथ 25 से 30 मिनट तक बच्चों
के स्वास्थ्य एवं स्वच्छता पर परिवारजनों को समझाइश देने के निर्देश दिये गये हैं
।
बैठक में बताया गया कि 20 जुलाई तक चलने वाले इस
अभियान का माइक्रो प्लान तैयार किया गया है तथा इसके प्रभावी क्रियान्वयन के लिए
उप स्वास्थ्य केन्द्र स्तर पर नोडल अधिकारियों की नियुक्ति की गई है तथा खंड स्तर
पर एसडीएम के नेतृत्व में टास्क फोर्स समिति का गठन किया गया है । बैठक में जिला पंचायत की सीईओ रजनी सिंह, मुख्य
चिकित्सा अधिकारी डॉ. मुरली अग्रवाल भी मौजूद थे । बैठक में बताया गया कि दस्तक अभियान का संचालन
स्वास्थ्य, महिला एवं बाल विकास तथा जिला पंचायत के सहयोग से किया जायेगा ।
क्रमांक/615/जून-83/जैन
श्रमोदय आवासीय विद्यालय प्रवेश परीक्षा आज
जबलपुर, 08 जून, 2019
श्रमोदय आवासीय
विद्यालय प्रवेश परीक्षा रविवार 9 जून को प्रात: 9 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक शासकीय
एमएलबी कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में आयोजित की गई है ।
प्रवेश परीक्षा
के प्रवेश पत्र मध्यप्रदेश राज्य मुक्त स्कूल शिक्षा बोर्ड के पोर्टल
www.mpsos.nic.in से तथा www.shramodayvidyalay.mp.gov.in पर उपलब्ध लिंक से डाउनलोड
किया जा सकता है ।
क्रमांक/616/जून-84/मनोज
शासकीय मानसिक रूप से अविकसित बालगृह में प्रवेश जारी
जबलपुर 08 जून 2019
शासकीय मानसिक रूप से अविकसित बालगृह में मानसिक
मंदबुद्धि बालक-बालिकाओं का प्रवेश शुरू है । गढ़ा में देवताल हितकारिणी स्कूल के पास
स्थित बालगृह में मंदबुद्धि बालक-बालिकाओं को शिक्षण, प्रशिक्षण और फिजियोथेरेपी की
नि:शुल्क व्यवस्था शासन द्वारा की जाती है ।
बालगृह के अधीक्षक ने बताया कि बालगृह में प्रवेश
के लिये विद्यार्थी की उम्र 6 से 12 वर्ष होना चाहिए । प्रवेश में समय बुद्धि परीक्षण
का प्रमाण पत्र, दो छायाचित्र, मूल निवासी प्रमाण पत्र, समग्र आई.डी. और विकलांग का
प्रमाण पत्र होना अनिवार्य है ।
नगर निगम जबलपुर की सीमा में निवासी अभिभावकों
के बालकों को दैनिक छात्र के रूप में प्रवेश दिया जायेगा। प्रवेशित बालक-बालिकाओं के
लिये शिक्षण प्रशिक्षण सामग्री, भोजन, आवासीय छात्रावास नि:शुल्क प्रदान किया जाता
है। शिक्षण सत्र जुलाई से शुरू होगा । अधिक जानकारी के लिये अभिभावक कार्यालय प्रमुख
से संपर्क कर सकते हैं । कार्यालय का दूरभाष
क्रमांक-0761-2670072 मोबाइल नंबर 9425159225, 9425829078 है ।
क्रमांक/617/जून-85/मनोज
प्रदेश में पर्यावरण के प्रति जागरूकता के लिये राष्ट्रीय हरित-कोर योजना
जबलपुर, 08 जून, 2019
मध्यप्रदेश में
विद्यालयीन और महाविद्यालयीन विद्यार्थियों में
पर्यावरण के प्रति जागरूकता के
मक़सद से राष्ट्रीय हरित-कोर योजना का संचालन पर्यावरण नियोजन एवं समन्वय संगठन (एप्को) द्वारा किया जा रहा है।
योजना में प्रदेश के
51 जिलों में 12 हजार 750 विद्यालयों में
ईको क्लब और 100 ईको क्लब महाविद्यालयों में
गठित किये गये हैं। क्लब के माध्यम से छात्र-छात्राओं की
पर्यावरण पर केन्द्रित विभिन्न प्रतियोगिताएँ निरंतर आयोजित की
जा रही हैं। विद्यालयीन छात्रों में प्रकृति, पर्यावरण तथा जैव-विविधता के संबंध में व्यवहारिक ज्ञान विकसित करने के उद्देश्य से
मोगली बाल उत्सव का आयोजन 6 राष्ट्रीय उद्यानों एवं अभ्यारणों में
इस वर्ष मार्च माह में किया गया।
क्रमांक/618/जून-86/मनोज
आर्थिक गणना के लिए राज्य स्तरीय
समन्वय समिति गठित
जबलपुर, 08 जून, 2019
राज्य शासन ने प्रदेश में सातवीं आर्थिक गणना के सुचारू संचालन के लिए राज्य स्तरीय समिति का गठन किया है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में गठित समिति में प्रमुख सचिव योजना, आर्थिक एवं सांख्यिकी को राज्य नोडल अधिकारी और आयुक्त आर्थिक एवं सांख्यिकी को सदस्य सचिव बनाया गया है।
ग्यारह सदस्यीय समिति में अपर मुख्य सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास, श्रम, उद्योग नीति एवं निवेश प्रोत्साहन, वित्त, नगरीय विकास एवं आवास और राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव को सदस्य बनाया गया है। उप महानिदेशक, क्षेत्रीय कार्यालय राष्ट्रीय सैंपल सर्वेक्षण आर्गेनाईजेशन तथा स्टेट हेड कामन सर्विस सेंटर भी समिति सदस्य होंगे।
समिति, राज्य स्तर पर गणना की तैयारियों,प्रगति और कार्य में आ रही बाधाओं की निगरानी करेगी। राज्य के बिजनेस रजिस्टर जैसे मौजूदा डाटाबेस की पूरी कवरेज को सुनिश्चित करना, राज्य व क्षेत्रीय कार्यालय के पर्यवेक्षकों
द्वारा किए गए सुपरविजन के आधार पर आकड़ों की सत्यता संबंधी रिपोर्ट तैयार करना और जिला स्तरीय समन्वय समिति से प्राप्त फीडबेक का अनुश्रवण कर गणना कार्य में आ रही समस्याओं का निराकरण भी समिति का दायित्व होगा। समिति गणना कार्य में सहयोग के लिए जन-सामान्य और व्यापारिक संगठनों को जागरूक भी करेगी। राज्य स्तर के प्रावधिक गणना परिणाम का अनुमोदन भी समिति करेगी।
समिति अपना प्रतिवेदन योजना,आर्थिक एवं सांख्यिकी विभाग को देगी। कार्यकाल 7वीं आर्थिक गणना के कार्य समाप्ति तक रहेगा।
क्रमांक/619/जून-87/मनोज