संभागीय जनसंपर्क कार्यालय-जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
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संभागायुक्त
ने की समन्वित कृषि प्रणाली अपनाने वाले कृषकों से बातचीत
संभागायुक्त पहुंचे स्कूल-आंगनबाड़ी केन्द्र
बच्चों से सुनी कविता, हल कराए गणित के प्रश्न
अचानक पहुंचे स्कूल मध्यान्ह भोजन ग्रहण किया कहा अच्छा
है, सिर्फ मिर्च अधिक है
जबलपुर 13 सितंबर 2019
संभागायुक्त राजेश बहुगुणा कुण्डम विकासखण्ड
की ग्राम पंचायत फिफरी के शासकीय प्राथमिक शाला में बिना कोई पूर्व सूचना अचानक पहुंचे।
दोपहर थी मध्यान्ह भोजन बनकर तैयार हुआ था। उन्होंने भोजन मंगाया और ग्रहण किया। भोजन
में रोटी, सब्जी और दाल थी। उन्हें भोजन अच्छा लगा। सिर्फ सब्जी में मिर्ची थोड़ी अधिक
थी।
संभागायुक्त के पूछने पर खाना बनाने वाली महिला
ने बताया कि उसे पूरा पारिश्रमिक समय पर मिल जाता है। संभागायुक्त ने कक्षा दूसरी के
बच्चों से गिनती सुनी। कापी में लिखी गिनती देखा। इस शाला में दो शिक्षक हैं एक अतिथि
शिक्षक लम्बन सिंह मरावी शाला में मिले। शिक्षिका मंजूलता गोंटिया अर्जित अवकाश पर
थीं। संभागायुक्त ने इसी तरह ग्राम बीजापुरी में प्राथमिक शाला, आंगनबाड़ी केन्द्र,
बघराजी में शासकीय उच्च्तर माध्यमिक बालक-बालिका विद्यालय देखा। छात्रों, शिक्षकों
से बातचीत की। वहीं अमझर, बीजापुरी में तालाब का निरीक्षण किया। संभागायुक्त समन्वित
कृषि प्रणाली अपनाने वाले कृषकों से मिले। उनके द्वारा किए गए कृषि कार्यों की जानकारी
ली। समस्या पूछी। अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। इस अवसर पर जिला पंचायत जबलपुर के
मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रियंक मिश्रा, संयुक्त आयुक्त अरविंद यादव, अनुविभागीय अधिकारी
राजस्व सुश्री विमलेश सिंह और संबंधित विभागों के अधिकारी भी साथ में थे।
प्राथमिक शाला फिफरी में संभागायुक्त ने कक्षा
पांचवी के बालक से शासन द्वारा प्रदत्त हिन्दी पाठ्य-पुस्तक का एक पाठ पढ़वाया जो उसने
थोड़ा गलत उच्चारण करते हुए पढ़ा। दूसरे छात्र से गणित का सवाल 1984 में चार का भाग हल
कराया। जिसे छात्र ने हल कर दिया। संभागायुक्त ने शिक्षक से कहा कि जो छात्र पढ़ाई-लिखाई
में पीछे रह जाते हैं उन पर अधिक ध्यान देना होगा। पाठ को समझाकर पढ़ाया जाए और छात्र
को उसे बार-बार पढ़ने के लिए प्रेरित किया जाए। उन्होंने शौचालय की मरम्मत ग्राम पंचायत
के माध्यम से कराने जिला पंचायत के सीईओ से कहा।
कुण्डम विकासखण्ड के ग्राम बीजापुरी के आंगनबाड़ी
केन्द्र जिसे आदर्श बाल शिक्षा केन्द्र के रूप में विकसित किया गया था संभागायुक्त
श्री बहुगुणा द्वारा देखा गया। उन्होंने बच्चों से बड़े स्नेह से बात की। उनसे कविता
और गिनती सुनी। अक्षर ज्ञान परखा। खेल-खेल में पढ़ने की विधि का
जायजा लिया। जब वे केंद्र पहुंचे थे तो बच्चे प्रसन्नता के साथ खिलखिलाते हुए खेलते
मिले। खेल-खेल में चित्रों के माध्यम से अक्षर ज्ञान, गिनती, त्रिभुज, चतुर्भुज आदि
जानकारी दी जा रही थी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता रेखा उद्दे ने बताया कि बच्चों की संख्या
बढ़कर 22 हो गई है। पूछने पर बताया कि बच्चों को नाश्ता सुबह 10 बजे और दोपहर का खाना
एक बजे दिया जाता है। संभागायुक्त ने बच्चों को टॉफी दी। आंगनबाड़ी केन्द्र के बगल में
प्राथमिक शाला का भी निरीक्षण किया। बच्चों से गणित के कई सवाल हल कराए। जो बच्चों
ने हल किए। शाला में 40 बच्चे दर्ज हैं। आज 31 उपस्थित थे। पदस्थ दो शिक्षिकाएं मौजूद
थीं। संभागायुक्त ने शिक्षा के स्तर में और सुधार की आवश्यकता महसूस की। तदानुसार निर्देश
दिए।
शासकीय उच्चतर माध्यमिक कन्या शाला बघराजी के मुख्य गेट से प्रवेश
करते हुए सुव्यवस्थित शाला की झलक मिली। मुख्य द्वार से शाला तक टाइल्स लगा पथ था।
छात्राएं गणवेश में थीं। शाला परिसर में सफाई थी। बघराजी के सरपंच और ग्रामीणों ने
शाला के प्राचार्य एमएल बाघरी की निष्ठा और परिश्रम की तारीफ की। प्राचार्य ने बताया
कि वे 30 सितम्बर को सेवानिवृत्त होंगे तथा शाला के लिए यथासंभव आर्थिक सहयोग करेंगे।
संभागायुक्त ने सरपंच और गांव के लोगों और वरिष्ठ शिक्षकों को शाला को और उत्कृष्ट
बनाने के लिए प्रेरित किया। संभागायुक्त ने कक्षा 10 वीं और 12 वीं की छात्राओं से
बोर्ड परीक्षा की तैयारी अभी से करने प्रेरणा दी। कहा पाठ बार-बार दोहराएं। कोई संदेह
हो तो कक्षा में पूछने से हिचके नहीं। आपको भी तथा अन्य छात्राओं को भी फायदा होगा।
परिसर को स्वच्छ रखने शिक्षक और छात्र को मिलकर काम करने की सीख दी। पुस्तकालय में
वैज्ञानिकों, महापुरूषों के जीवन से जुड़ी पुस्तकें और नेशनल पुस्तक ट्रस्ट की सामान्य
ज्ञान की पुस्तकें शामिल करने के लिए कहा। समाचार पत्र खरीदने और पढ़ने की हिदायत दी।
संभागायुक्त ने दो अक्टूबर को शाला के प्राचार्य को आमंत्रित कर उनका
सम्मान करने के लिए कहा। उन्होंने निर्देश दिए कि शाला के लिए एलईडी टीव्ही क्रय कर
दो अक्टूबर को बच्चों को गांधी फिल्म दिखाई जाए। प्राचार्य ने बताया कि वे प्रोजेक्टर
खरीदेंगे। शाला में आठ सीसीटीव्ही कैमरे भी स्थापित हैं। 75 मीटर बाउंड्री वाल के निर्माण
की मांग पर इसे स्वीकृत करने के निर्देश दिए गए। संभागायुक्त ने बघराजी के उच्च्तर
माध्यमिक बालक विद्यालय का निरीक्षण किया। ये दोनों शालाएं एक परिसर एक शाला के अंतर्गत
कक्षा एक से कक्षा 12 वीं तक संचालित हैं। बालक विद्यालय में जाकर संभागायुक्त ने कक्षा
दसवीं के छात्रों से बात की। कक्षा में रोशनी कम मिलने पर एक ट्यूबलाइट लगाकर रोशनी
बढ़ाने के निर्देश दिए। बच्चों से गणित के प्रश्न किए और हल कराए।
संभागायुक्त ने शासकीय उच्च्तर माध्यमिक शाला पड़रिया का निरीक्षण किया।
शाला में 900 बच्चे पढ़ रहे हैं। संभागायुक्त के पूंछने पर प्राचार्य ने बताया कि कक्षा
10 वीं का रिजल्ट 62 प्रतिशत था। संभागायुक्त ने 100 प्रतिशत रिजल्ट लाने की हिदायत
दी। परिसर की साफ-सफाई पर ध्यान देने के निर्देश दिए। व्यवस्थित साइकिल स्टेंड बनाने,
कचरे को खाद में बदलने, दो पिट बनाने तथा पेयजल की सुव्यवस्थित आपूर्ति के लिए जरूरी
इंतजाम करने के निर्देश दिए गए।
समन्वित कृषि प्रणाली
संभागायुक्त श्री बहुगुणा समन्वित कृषि प्रणाली को अपनाकर कृषि करने
वाले कृषकों के खेत गए तथा उनके प्रयास को देखा और कृषक से बातचीत की।
संभागायुक्त ने ग्राम तिलसानी में कृषक राकेश सिंह भवेदी से उसके खेत
में जाकर मुलाकात की और समन्वित कृषि प्रणाली के संबंध में चर्चा की। अधिकारियों को
निर्देश दिए इन्हें हर संभव सहयोग दिया जाए। 35 वर्षीय कृषक राकेश सिंह ने उन्नत किस्म
की दो गाय खरीदी हैं। उन्होंने साढ़े तीन एकड़ के अपने खेत में सब्जियां, टमाटर, भटा
लगाया है। साथ ही फलदार वृक्षों के पौधे भी रोपे हैं। कृषक ने उड़द, मक्का, धान की फसल
लगाई है। उनके पिता भी अपने चार एकड़ खेत में कृषि में एकीकृत कृषि प्रणाली अपनाकर खेती
कर रहे हैं। इसी गांव की कृषक द्रोपदी बाई अपने पति भाग सिंह के साथ पांच एकड़ कृषि
भूमि में समन्वित कृषि प्रणाली को अपनाते हुए खेती करने के लिए प्रेरित हुई हैं। उन्होंने दो देशी
गाय खरीदी हैं। खेत में सब्जी लगाई है, धान और मक्का की फसल ले रही हैं। फलदार वृक्षों
के पौधे रोपे हैं। संभागायुक्त ने ग्राम खम्हरिया के भूरेलाल गौड़ और एक अन्य किसान
चरण सिंह से भी उनके द्वारा समन्वित कृषि प्रणाली से कृषि के संबंध में बात की। चरण
सिंह ने बताया कि उनके पास तीन एकड़ भूमि है। दो देशी गाय हैं। वह नस्ल सुधार कराएगा।
उसने आम, कटहल, अमरूद, नीबू लगाया है। उड़द, मक्का, धान की फसल ले रहा है।
तालाबों का निरीक्षण
संभागायुक्त श्री बहुगुणा ने ग्राम अमझर में
जनपद पंचायत द्वारा बनाए जा रहे 9 लाख 72 हजार लागत के तालाब का निरीक्षण किया। उन्होंने
तालाब में पानी भरने में नियम का पालन करते हुए तालाब के समीप रिक्त भूमि पर वृक्षारोपण
करने के लिए कहा। ग्राम बीजापुरी में मनरेगा से निर्मित तालाब को देखा। बताया गया इसकी
गहराई 7 फिट है। संभागायुक्त ने कहा तालाब को मछली पालन के लिए अनुसूचित जाति या जनजाति
के व्यक्ति जो भी नियमानुसार पात्रता रखता हो को दिया जाए। बताया गया कि इस तालाब में
जनवरी तक पानी रहता है। मछली पालन हो सकता है। ग्राम पंचायत के अन्य तालाबों को भी
मछली पालन के लिए देने के निर्देश दिए गए।
मनरेगा से हुए विकास कार्यों
का निरीक्षण
संभागायुक्त श्री बहुगुणा ने ग्राम पंचायत जुझारी
में कृषक लाल सिंह के खेत में मनरेगा से बनाए गए कूप का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा
कि खेत में समन्वित कृषि प्रणाली से खेती कराने
किसान को प्रेरित करें। ग्राम टिकरिया में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना से बनाए गए
मार्ग, सड़क किनारे वृक्षारोपण आदि का निरीक्षण किया।
संभागायुक्त श्री बहुगुणा ने ग्राम टिकरिया के
समीप सॉफ्टवेयर इंजीनियर अनुराग के निजी खेत को देखा। इंजीनियर से कृषक बने अनुराग
ने अपने 9.5 एकड़ खेत का उपयोग समन्वित कृषि प्रणाली से कृषि करने के लिए किया जा रहा
है।
क्रमांक/1584/सितंबर-107/खरे॥
तिलसानी में लगे आपकी सरकार आपके द्वार शिविर में
740 आवेदनों का हुआ
मौके पर ही निराकरण
सौ से अधिक हितग्राहियों को मिला योजनाओं का लाभ
जबलपुर, 13 सितंबर, 2019
आपकी सरकार
आपके द्वार योजना के तहत जिले के कुंडम विकासखंड के ग्राम तिलसानी में आज शुक्रवार
को लगाये गये जनसमस्या निवारण में 740 आवेदनों का मौके पर ही निराकरण किया गया है । शिविर में कुल 1 हजार 554 आवेदन प्राप्त हुए थे
। शेष आवेदनों का निराकरण पन्द्रह दिन के भीतर
करने के निर्देश संबंधित विभागों के अधिकारियों को दिये गये । शिविर में सौ से अधिक
ग्रामीणों को शासकीय योजनाओं के हितलाभ भी प्रदान किया गया ।
हाट बाजार
के दिन तिलसानी में आयोजित इस शिविर में करीब ढ़ाई हजार से अधिक ग्रामीण शामिल हुए थे
। इस मौके पर जिला अधिकारियों ने अपने-अपने
विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की विस्तार से जानकारी दी तथा किस तरह इन योजनाओं का
लाभ लिया जा सकता है इसकी प्रक्रिया बताई । शिविर स्थल पर सभी विभागों ने अपने स्टॉल
भी लगा रखे थे । इस दौरान स्वास्थ्य शिविर का आयोजन भी किया गया । शिविरों में ग्रामीणों
के स्वास्थ्य परीक्षण के बाद नि:शुल्क दवायें वितरित की गई ।
इस शिविर में
संभागायुक्त श्री राजेश बहुगुणा भी शामिल हुए ।
क्षेत्रीय विधायक श्रीमती नंदिनी मरावी, जिला पंचायत सदस्य श्री नन्हेंलाल धुर्वे
एवं श्रीमती जमुना मरावी, कलेक्टर श्री भरत यादव, जिला पंचायत के सीईओ प्रियंक मिश्र,
पूर्व विधायक श्री नित्य निरंजन खम्परिया, जनपद पंचायत कुंडम की अध्यक्ष श्रीमती अराधना
महोबिया, श्री खिलाड़ी सिंह आर्मो, श्री मुन्ना मरावी तथा क्षेत्र के लगभग सभी जनप्रतिनिधि
भी इस शिविर में उपस्थित थे ।
संभागायुक्त
ने शिविर में आये ग्रामीणों को संबोधित करते हुए आपकी सरकार आपके द्वार योजना की खूबियाँ
बताई । उन्होंने कहा कि शिविर के आयोजन का
मुख्य मकसद ग्रामीणों की समस्याओं का गाँव में जाकर ही निराकरण करना है । श्री बहुगुणा
ने इस मौके पर मौजूद सभी अधिकारियों से कहा कि सरकार की मंशा के अनुरूप आम जनता की
समस्याओं के निराकरण के प्रति उन्हें ज्यादा संवेदनशील बनकर काम करना होगा । उन्होंने अधिकारियों को ग्रामीण क्षेत्रों का नियमित
रूप से भ्रमण करने के निर्देश भी दिये । संभागायुक्त ने कहा कि सभी विभागों के जिला
अधिकारी और मैदानी अमला जितना ज्यादा ग्रामीणों से संपर्क में रहेगा और उनकी जरूरतें
समझेगा गाँव की समस्याओं का निराकरण भी उतनी त्वरित गति में हो सकेगा ।
कलेक्टर श्री
भरत यादव ने भी शिविर में अपने विचार व्यक्त किये । उन्होंने शिविर में प्रापत हुए सभी आवेदनों के निराकरण
का भरोसा ग्रामीणों को दिया साथ ही अधिकारियों को उन सभी आवेदनों का निराकरण पन्द्रह
दिन के भीतर कर आवेदकों को सूचित करने के निर्देश भी दिये जिनका निपटारा शिविर स्थल
पर नहीं किया जा सका है । श्री यादव ने इस अवसर पर कुंडम क्षेत्र की समस्याओं के निराकरण
को लेकर जनप्रतिनिधियों द्वारा शिविर में दिये गये सुझावों पर शीघ्र कार्यवाही करने
की बात कही । उन्होंने कहा कि कुंडम विकासखंड की बड़ी ग्राम पंचायतों में ग्रामीणों
के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए जल्दी ही शिविरों का आयोजन किया जायेगा । कलेक्टर ने बिजली
बिल की गड़बड़ियों को दुरूस्त कराने प्रत्येक वितरण केन्द्र स्तर पर माह में तीन बार
लगाये जा रहे शिविरों की जानकारी भी दी । उन्होंने कहा कि बिजली बिल की गड़बड़ियों के
साथ ही ग्रामीणों की बिजली संबंधी समस्याओं का निराकरण इन शिविरों में होगा । श्री
यादव ने कुंडम में चिकित्सकों की कमी को पूरा करने के लिए शासन स्तर पर किये जा रहे
प्रयासों की जानकारी भी दी ।
शिविर में
विधायक श्रीमती नंदिनी मरावी, जनपद पंचायत अध्यक्ष अराधना महोबिया, जिला पंचायत सदस्य
नन्हेंलाल धुर्वे, श्रीमती जमुना मरावी, श्री खिलाड़ी सिंह आर्मो ने भी संबोधित किया
तथा ग्रामीणों की समस्याओं का गाँव में जाकर ही निराकरण करने की मुख्यमंत्री श्री कमलनाथ
की पहल पर शुरू की गई इस योजना की तारीफ की ।
आपकी सरकार
आपके द्वार योजना के तहत आयोजित जनसमस्या निवारण शिविर के प्रथम चरण में सुबह 9 बजे
से आम जनता से सीधे जुड़े विभागों के जिला अधिकारियों ने तिलसानी एवं इसके आसपास के
गाँवों का पैदल भ्रमण किया तथा ग्रामीणों से चर्चा कर शासकीय योजनाओं के क्रियान्वयन
के बारे में फीडबेक लिया ।
क्रमांक/1585/सितंबर-108/जैन
जिला अस्पताल के पोषण पुनर्वास
केन्द्र में पोषण परिचर्चा का आयोजन
जबलपुर, 13 सितंबर, 2019
कलेक्टर श्री भरत यादव के निर्देशों के अनुरूप राष्ट्रीय पोषण माह में आंगनबाड़ी
स्तर, परियोजना स्तर एवं जिला स्तर पर जन आंदोलन में रूप में पोषण संबंधी विविध आयोजन
किये जा रहे है । इसी क्रम में आज शुक्रवार को विक्टोरिया अस्पताल परिसर स्थित पोषण
पुनर्वास केन्द्र में उपस्थित अति कुपोषित बच्चों की माताओं को पौष्टिक व्यंजन की जानकारी
दी गई और मुनगे का सूप, मुनगे का पराठा, मुनगे की कढ़ी एवं टी.एच.आर. हलवा प्री-मिक्स
से पौष्टिक लड्डू बनाना सिखाया गया ।
कार्यक्रम में उपस्थित सहायक संचालक महिला एवं बाल विकास
मनीष सेठ ने बताया कि मुनगा से 300 रोगों का उपचार संभव है इसमें विटामिन “सी” संतरे
से सात गुना अधिक, विटामिन “ए” गाजर से चार गुना अधिक कैल्सियम दूध से चार गुना अधिक
एवं प्रोटीन दही की तुलना में तीन गुना अधिक पाया जाता है। बच्चों के कुपोषण एवं किषोरी
बालिकाओं एवं महिलाओं में एनीमिया को दूर करने में मुनगा प्रभावी भूमिका निभा सकता
है। इस अवसर पर सहायक संचालक महिला एवं बाल विकास पुनीत मरवाह ने बताया कि आंगनबाड़ी
में प्रत्येक मंगलवार को गर्भवती धात्री माताओं का टी.एच.आर. के पैकेट दिये जाते हैं
। इनसे विभिन्न पौष्टिक व्यंजन बनाये जा सकते हैं ।
एन.आर.सी.एवं बच्चा वार्ड विक्टोरिया में
पोषण परिचर्चा का आयोजन बाल विकास परियोजना शहरी क्र.-चार जबलपुर द्वारा किया गया था
। इस अवसर पर परियोजना अधिकारी रीतेश दुबे
ने बताया कि ऐसे कार्यक्रम नियमित रूप से आयोजित किये जायेंगे । जिससे पोषण अभियान को जन आंदोलन का रूप देने में
मदद मिलेगी । कार्यक्रम के समापन पर अति कुपोषित बच्चों की माताओं को प्रोत्साहन स्वरूप
टिफिन भेंट किये गये ।
क्रमांक/1586/सितंबर-109/जैन
जिले में अब तक 1160.4 मिलीमीटर
औसत वर्षा दर्ज
जबलपुर 13 सितम्बर 2019
जिले में एक जून 2019 से 13 सितम्बर की प्रात: तक
1160.4 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई है। जिले में स्थापित वर्षामापी केन्द्रों में
आंकी गई वर्षा रिकार्ड के अनुसार एक जून से 13 सितम्बर तक जबलपुर केन्द्र पर सर्वाधिक
1473.4 मि.मी. वर्षा दर्ज हुई है। उल्लेखनीय है कि पिछले वर्ष इस अवधि तक जिले में
1045.9 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज की गई थी।
अधीक्षक भू-अभिलेख द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक
एक जून से आज दिनांक तक वर्षामापी केन्द्र जबलपुर में 1473.4 मिलीमीटर वास्तविक वर्षा
दर्ज की गई है। इसी प्रकार पनागर में 890.6 मिलीमीटर, कुंडम में 1080 मिलीमीटर, पाटन
में 1448.9 मिलीमीटर, शहपुरा में 1282 मिलीमीटर, सिहोरा में 927.6 मिलीमीटर और मझौली
वर्षामापी केन्द्र में 1020 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है।
क्रमांक/1587/सितंबर-110/खरे