News.11.08.2019


संभागीय जनसंपर्क कार्यालय-जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार

आदिम जाति कल्याण मंत्री श्री ओमकार सिंह मरकाम का आगमन आज
जबलपुर, 11 अगस्त, 2019
      प्रदेश के आदिम जाति कल्याण, विमुक्त घुमक्कड़ एवं अर्द्ध घुमक्कड़ तथा जनजातीय कल्याण मंत्री श्री ओमकार सिंह मरकाम का कल सोमवार 12 अगस्त की सुबह श्रीधाम एक्सप्रेस द्वारा भोपाल से जबलपुर आगमन होगा । श्री मरकाम यहां कुछ देर रूकने के बाद सुबह 8 बजे कार द्वारा डिण्डौरी रवाना होंगे ।
क्रमांक/1323/अगस्त-110/जैन



पर्यटन केंद्र बनेगा चौहानी हिल्स का इलाका
लैंड सकैपिंग तथा सुंदर और व्यवस्थित पार्क विकसित करने कलेक्टर श्री भरत यादव ने दिए निर्देश,
सेल्फी पॉइंट, वॉटर हार्वेस्टिंग और फाउंटेन से लैस होगा चौहानी हिल्स क्षेत्र
जबलपुर, 11 अगस्त, 2019
चौहानी हिल्स के तीन एकड़ क्षेत्र को पर्यटन के मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा। आज रविवार को मदन महल पहाड़ी स्थित चौहानी क्षेत्र का निरीक्षण करने पहुंचे कलेक्टर श्री भरत यादव ने प्रारम्भिक चरण में तीन एकड़ के क्षेत्र में सुंदर और व्यवस्थित पार्क बनाए जाने की कार्ययोजना पर जल्द से जल्द कार्य प्रारंभ किए जाने के निर्देश निगमायुक्त श्री आशीष कुमार को दिए। श्री यादव ने चौहानी हिल्स की खाली जगह पर लैंड सकैपिंग करने, सेल्फी पॉइंट बनाने और फाउंटेन लगाने की बात भी कही । कलेक्टर ने निगमायुक्त से चर्चा करते हुए कहा कि इस क्षेत्र को इस तरह से विकसित किया जाए कि नागरिक यहां के प्राकृतिक सौंदर्य को देखने दूर दूर से खिंचे चले आये
कलेक्टर ने चौहानी स्थित मिनी तालाब को संरक्षित करने और इसे सुंदर तरीके से विकसित किए जाने के भी निर्देश दिए। इस अवसर पर निगमायुक्त श्री आशीष कुमार एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ श्री यादव ने इस क्षेत्र में स्थापित वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम का भी अवलोकन किया और इसे और अधिक उपयोगी बनाए जाने पर ज़ोर दिया। निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने बताया कि चौहानी में पर्यटन की दृष्टि से भव्य और आकर्षक स्वरूप दिये जाने और यहां सेल्फी प्वाइंट बनाये जाने से यह क्षेत्र पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केन्द्र बन जायेगा साथ ही तालाब के माध्यम से जल संरक्षण और संवर्धन का सकारात्मक संदेश भी समाज को मिलेगा। उन्होंने प्रथम चरण में तीन एकड़ क्षेत्र को विकसित करने के बाद उसी तर्ज़ पर इससे लगे अन्य क्षेत्रों का भी विकास किये जाने के निर्देश दिये । इस अवसर पर नगर निगम के अपर आयुक्त श्री गजेंद्र सिंह नागेश, अपर कलेक्टर श्री हर्ष दीक्षित, उपायुक्त श्री राकेश अयाची, एसडीएम मनीषा वास्कले, उद्यान अधिकारी श्री अनिल मिश्रा, कार्यपालन यंत्री श्री अजय शर्मा, सहायक यंत्री श्री राजेश गोस्वामी, उपयंत्री श्री वीरेन्द्र पाण्डे आदि उपस्थित थे।
क्रमांक/1321/अगस्त-108/जैन
कैरियर गाइडेंस कार्यक्रम में युवाओं को दिया गया
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों के बारे में मार्गदर्शन
जबलपुर, 11 अगस्त, 2019
      जिला प्रशासन द्वारा आज रविवार को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं के लिए पिछले रविवार की तरह इस रविवार को भी मॉडल स्कूल में कैरियर गाइडेंस का कार्यक्रम आयोजित किया गया ।  कलेक्टर श्री भरत यादव की पहल पर शुरू किये गये इस कार्यक्रम में आज संयुक्त कलेक्टर नम:शिवाय अरजरिया एवं डिप्टी कलेक्टर आशीष पाण्डे ने भूगोल एवं लेखन शैली तथा रीजनिंग पर युवाओं को टिप्स दिये ।
      श्री अरजरिया ने कार्यक्रम में शामिल युवाओं को बताया कि यूपीएससी और एमपीपीएससी एवं अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रश्नों के उत्तर किस तरह लिखे जाने चाहिए ।  उन्होंने बताया कि लिखावट अच्छी होने के साथ-साथ इन प्रश्नों का उत्तर देने में ग्राफिक्‍ और चित्रों का इसतेमाल भी किया जाना चाहिए ।  इससे जांच कर्त्ताओं को उत्तर समझने में आसानी होगी ही और कम समय में उत्तर दिये गये तथ्यों को अच्छे से देख भी सकेंगे ।
      डिप्टी कलेक्टर एवं एसडीएम अधारताल आशीष पाण्डे ने कैरियर गाइडेंस के कार्यक्रम में युवाओं को रीजनिंग विषय पर मार्गदर्शन दिया ।  उन्होंने बताया कि प्रतियोगी परीक्षाओं में आये प्रश्नों का सटीक जवाब देने के लिए अच्छी समझ होना जरूरी है ।  इसे विकसित करने के लिए युवाओं को विषयों का गहन अध्ययन करना होगा है ।
      कैरियर गाइडेंस के इस कार्यक्रम में पचास से अधिक युवा शामिल और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों को लेकर कई प्रश्न पूछे । युवाओं के लिए कैरियर गाइडेंस का यह कार्यक्रम आगे भी जारी रहेगा ।  
क्रमांक/1322/अगस्त-109/जैन


डाटा एन्ट्री ऑपरेटर के चयन हेतु समिति गठित
जबलपुर 11 अगस्त 2019
      कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी भरत यादव ने स्थानीय निर्वाचन कार्यालय में संविदा पर डाटा एन्ट्री ऑपरेटर पद हेतु चयन प्रक्रिया संपादित करने के लिए अपर कलेक्टर प्रथम की अध्यक्षता में समिति गठित कर दी है।
      इस समिति का संयोजक उप जिला निर्वाचन अधिकारी स्थानीय निर्वाचन को बनाया गया है। जबकि प्रभारी अधिकारी व नोडल स्थानीय निर्वाचन, जिला कोषालय अधिकारी और जिला संस्थागत वित्त अधिकारी को सदस्य बनाया गया है। यह समिति अनारक्षित वर्ग के एक पद पर डाटा एन्ट्री आपरेटर संविदा की चयन प्रक्रिया पूर्ण करेगी।
क्रमांक/1324/अगस्त-111/मनोज
हाथकरघा उत्पाद चंदेरी एवं बाघ प्रिंट की बिक्री का आजीविका आउटलेट शुरू
जबलपुर 11 अगस्त 2019
      स्वसहायता समूहों और हाथकरघा उत्पादों को बाजार उपलब्ध कराकर आजीविका संवर्धन गतिविधियों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से मप्र राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत समदड़िया मॉल के तृतीय तल में हाथकरघा उत्पादों जैसे बाघ प्रिंट, चंदेरी साड़ियों आदि की बिक्री हेतु आजीविका आउटलेट शुरू किया गया है।
      जिला परियोजना प्रबंधक श्वेता मेहतो ने बताया कि उत्पादों का विक्रय विकासखण्ड जबलपुर के ग्राम संगठन के सदस्यों द्वारा प्रारंभ किया गया है। इस आजीविका आउटलेट द्वारा प्रदेश के अशोकनगर, धार सहित अन्य जिलों के स्वसहायता समूहों द्वारा निर्मित चंदेरी साड़ी, सलवार सूट तथा बाघ प्रिंट की साड़ी एवं सूट का विक्रय किया जाएगा। आउटलेट के शुभारंभ के मौके पर आजीविका मिशन के सहायक राज्य परियोजना प्रबंधक धनंजय वारलिंगे, जिला परियोजना प्रबंधक श्वेता मेहतो, जिला प्रबंधक मिथिलेश कुमार, सीमा पासी, शशिभूषण दुबे, विरल, चित्रा एवं ग्राम संगठन के सदस्यगण मौजूद रहे।
क्रमांक/1325/अगस्त-112/मनोज
कैरियर एवं मनोवैज्ञानिक काउंसलर के लिए 20 अगस्त तक आवेदन आमंत्रित
जबलपुर 11 अगस्त 2019
      जिला रोजगार कार्यालय की कैरियर काउंसलिंग योजना के अंतर्गत वर्ष 2019-20 हेतु बेरोजगार युवाओं को कार्यालय परिसर एवं शिविरों के माध्यम से स्कूल व कालेजों एवं अन्य स्थानों पर रोजगार और स्वरोजगार एवं प्रशिक्षण संबंधी कैरियर काउंसलिंग करने हेतु शासकीय व निजी क्षेत्रों में कार्यरत अनुभवी एवं दक्ष मनोवैज्ञानिक काउंसलर एवं विषय विशेषज्ञों (कैरियर काउंसलर) के गेस्ट पैनल के गठन हेतु 20 अगस्त तक आवेदन पत्र आमंत्रित किया गया है। इनका चयन कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा किया जाएगा।
      नामांकित काउंसलरों को निर्धारित दिवसों में काउंसलिंग हेतु कार्यालय में अथवा स्कूल या कालेज एवं अन्य कैरियर मेला या प्रदर्शनियों में आमंत्रित किया जाएगा एवं निर्धारित मानदेय दिया जाएगा। इच्छुक काउंसलर 20 अगस्त शाम 5 बजे तक अपने आवेदन पत्र जिला रोजगार कार्यालय जबलपुर में निर्धारित आवेदन एवं सहपत्रों के साथ जमा कर सकते हैं। मनोवैज्ञानिक काउंसलर हेतु अनिवार्य योग्यता साइकोलॉजी में स्नातकोत्तर डिग्री या पीजी डिप्लोमा होना चाहिए। कैरियर काउंसलर हेतु स्नातक या स्नातकोत्तर व विभिन्न प्रतियोगी परीक्षा, शिक्षा छात्रवृत्ति, प्रवेश परीक्षा, विशेष शिक्षा व अध्ययन, सूचना तकनीकी, स्वरोजगार योजनाओं की विस्तृत जानकारी, उद्योग संवंर्धन, ऋण परियोजना रिपोर्ट आदि का ज्ञान, व्यावसायिक मार्गदर्शन के क्षेत्र में पर्याप्त अनुभव सहित किसी भी स्ट्रीम में डिग्री, डिप्लोमा या पीजी डिग्री होना चाहिए। इच्छुक आवेदक अधिक जानकारी हेतु पूर्व जिला रोजगार कार्यालय से संपर्क कर आवेदन पत्र प्राप्त कर सकते हैं।
क्रमांक/1326/अगस्त-113/मनोज

स्वतंत्रता दिवस पर विशेष
प्रदेश में निर्मित होगी 45 लाख हेक्टेयर सिंचाई क्षमता
जबलपुर 11 अगस्त 2019
प्रदेश में उपलब्ध जल क्षमता के बेहतर प्रबंधन के लिये जल संसाधन विभागने सिंचाई क्षमता में वृद्धि, उपलब्ध क्षमता के पूर्ण उपयोग और भविष्य के लिये नई योजनाओं की रूप-रेखा तैयार की है। इससे सिंचाई के क्षेत्र में आत्म-निर्भता निर्मित होगी। प्रदेश में कृषि विकास को नई दिशा मिलेगी।
मध्यप्रदेश में आगामी 5 वर्ष में 45 लाख हेक्टेयर तक सिंचाई क्षमता निर्मित करने के लिये राज् सरकार सिंचाई परियोजनाओं पर वर्ष 2025 तक एक लाख 10 हजार 500 करोड़ का निवेश करेगी। वर्तमान में प्रदेश में31 वृहद, 57 मध्यम और 441 लघु सिंचाई योजनाएँ निर्माणाधीन हैं। कुशल प्रबंधन से प्रदेश में सिंचाई क्षमता का शत-प्रतिशत उपयोग किया जा रहा है। अल्प वर्षा एवं कम जल भराव के बावजूद प्रदेश में वर्ष 2018-19 में खरीफ सीजन में 2.49 लाख हेक्टेयर और रबी सीजन में 27.19 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा दी गई। दोनों सीजन में कुल मिलाकर 29 लाख 68 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में किसानों को सिंचाई की सुविधा उपलब्ध हुई। जिन क्षेत्रों में नहरों के माध्यम से पानी पहुँचाने में कठिनाई रही है, वहाँ सूक्ष्म सिंचाई पद्धति (स्प्रिंकलर/ड्रिप) के उपयोग को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके लिये 24 वृहद और 35 मध्यम सिंचाई परियोजनाओं पर तेजी से काम चल रहा है। इनके पूरा होने पर 15 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में अतिरिक्त रूप से सूक्ष्म सिंचाई सुविधा उपलब्ध होगी।
विभिन्न सिंचाई परियोजनाओं को तेजी से पूरा करने के लिये 9 हजार 463 करोड़ रूपये की व्यवस्था की गई है। निर्माण एजेंसी का निर्धारण भी कर लिया गया है। इनके पूरा होने पर 5 लाख 41 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई क्षमता बढ़ेगी। पूर्व से निर्मित वृहद और मध्यम परियोजनाओं की नहरों में जल रिसाव से जल की क्षति को कम करने के लिये लाइनिंग के काम को प्राथमिकता से पूरा कराया जा रहा है। वर्तमान में 2 वृहद परियोजना तवा एवं बारना की नहरों में लाइनिंग का काम किया जा रहा है। प्रदेश में 23 सिंचाई योजनाओं के 10 लाख 37 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में कमाण्ड और 6 लाख 93 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में वाटरकोर्स एवं फील्ड चैनल का कार्य पूरा कर लिया गया है। सिंचाई में जन-भागीदारी बढ़ाने के लिये 2 हजार 64 जल उपभोक्ता संस्थाओं के माध्यम से 24 लाख 74 हजार हेक्टेयर कमाण्ड क्षेत्र में सिंचाई प्रबंधन का कार्य जन सहभागिता के माध्यम से किया जा रहा है।
प्रदेश के सभी अंचलों में सिंचाई की व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। मालवांचल में सिंचाई परियोजनाओं से 5 लाख 38 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की जा रही है। वर्ष 2025 तक मालवांचल में 2 लाख 30 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई क्षमता विकसित की जायेगी। इन योजनाओं में लगभग 6 हजार 65 करोड़ रूपये का निवेश होगा। मालवांचल में 147 लघु सिंचाई परियोजनाओं पर तेजी से काम जारी है। विंध्याचल और जबलपुर अंचल में वर्तमान में 4 लाख 97 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की जा रही है। वर्ष 2025 तक इस अंचल में 2 लाख 77 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में अतिरिक्त सिंचाई क्षमता विकसित की जायेगी। इन सिंचाई परियोजनाओं में करीब 8 हजार करोड़ का निवेश होगा। बघेलखण्ड और रेवांचल में वर्तमान में 3 लाख 37 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की जा रही है। वर्ष 2025 तक इस क्षेत्र में तीन लाख 59 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में अतिरिक्त नई सिंचाई क्षमता विकसित की जायेगी। अंचल में 54 लघु सिंचाई परियोजनाएँ निर्माणाधीन हैं। इन योजनाओं के पूरा होने पर 3 लाख 19 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में नई सिंचाई क्षमता विकसित हो सकेगी। योजनाओं में 7 हजार 914 करोड़ रूपये का निवेश होगा।
प्रदेश के बुन्देलखण्ड अंचल में वर्तमान में 2 लाख 75 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की जा रही है। वर्ष 2025 तक इस अंचल में 9 लाख 33 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में अतिरिक्त सिंचाई क्षमता विकसित की जायेगी। क्षेत्र की सिंचाई परियोजना में लगभग 32 हजार करोड़ रूपये का निवेश होगा। भोपाल अंचल में सिंचाई परियोजनाओं से 2 लाख 85 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की जा रही है। वर्ष 2025 तक भोपाल अंचल में 4 लाख 51 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में अतिरिक्त सिंचाई क्षमता विकसित की जायेगी। इस क्षेत्र की सिंचाई परियोजना में लगभग 13 हजार 781 करोड़ रूपये का निवेश किया जायेगा। ग्वालियर और चंबल अंचल में वर्तमान में 8 लाख 17 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की जा रही है। वर्ष 2025 तक इन अंचलों में 2 लाख 85 हजार हेक्टेयर अतिरिक्त क्षेत्र में सिंचाई क्षमता विकसित की जायेगी। सिंचाई परियोजनाओं में करीब 7 हजार 300 करोड़ रूपये का निवेश किया जायेगा। होशंगाबाद एवं सतपुड़ा अंचल में वर्तमान में 4 लाख 2 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई की जा रही है। वर्ष 2025 तक इस अंचल में एक लाख 43 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में अतिरिक्त सिंचाई क्षमता विकसित की जायेगी। सिंचाई परियोजनाओं में 4 हजार 600 करोड़ रूपये से अधिक का निवेश होगा।
क्रमांक/1327/अगस्त-114/जैन॥