NEWS -28-04-2021-A

 

संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर

मध्य प्रदेश शासन

समाचार

 

रात में हॉस्पिटल में ऑक्सीजन की व्यवस्था कराई

जबलपुर, 28 अप्रैल 2021

कोरोना महामारी के चलते संस्कारधानी में शासकीय अधिकारी एवं कर्मचारी दिन रात कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा के मार्गदर्शन में अपने अपने कर्तव्यों का पूर्ण ईमानदारी एवं निष्ठा के साथ निर्वहन कर रहे है इसी तारतम में

कल रात्रि 1.50 बजे पर कलेक्ट्रेट कंट्रोल रूम में संदीप कुमार जायसवाल नायब तहसीलदार को संजीवनी नगर थाने के पुलिस स्टाफ द्वारा सूचना मिली कि धन्वंतरि नगर स्थित आरोग्यम अस्पताल में कोविड के 07 मरीज भर्ती है जिनमे 03 हाई फ्लो ऑक्सीजन सप्लाई में है पर अस्पताल में अभी मात्र आधे घण्टे का ही ऑक्सीजन बचा है आरोग्यम अस्पताल को ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले वेंडर श्री राम इंटरप्राइजेज के ड्राइवर जो इनके लाइट आदित्य ऑक्सीजन प्लांट में ऑक्सीजन सिलेंडर लेने पहुचा था से पता किया गया तो उसने बताया कि उसकी बात अस्पताल में हुई है वहां अभी 2-3 घण्टे की ऑक्सीजन है जबकि वास्तविक में अस्पताल में मात्र आधे घण्टे की ऑक्सीजन ही बची थी । स्थिति को देखते हुए आदित्य प्लांट में अस्पताल के लिए जल्द ऑक्सीजन भेजने हेतु निर्देशित किया गया और स्थिति को गंभीर देखते हुए रात्रि समय लगभग 02 बजे मोके पर आरोग्यम अस्पताल नायब तहसीलदार संदीप जायसवाल पहुचे जहा पाया कि अस्पताल में मात्र लगभग आधे घण्टे की ऑक्सीजन बची है और प्लांट से ऑक्सीजन की गाड़ी आने में समय लग रहा है इसलिए तत्काल पुलिस की सहायता से धन्वंतरि नगर स्थित महावीर अस्पताल से ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराया जिससे आवश्यकता पडने पर मरीजो को निर्बाध ऑक्सीजन मिल सके ।

आरोग्यम अस्पताल और ऑक्सीजन सप्लाई करने वाले वेंडर के मध्य मिसकम्युनिकेशन के कारण यह गंभीर स्थिति उत्पन्न हुई जिससे अस्पताल में भर्ती 03 मरीजों की जान पर बन आई और समय रहते उपरोक्त व्यवस्था बनाये जाने के कारण बड़ी अप्रिय घटना होने टल गई ।

होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों से संवाद

कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा के निर्देश पर रांझी एसडीएम श्रीमती दिव्या अवस्थी ने जोन क्रमांक 17 में विजिट कर होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों से संवाद कर उनके स्वास्थ्य का  हालचाल जाना तथा  डॉक्टर के बताए अनुसार दवाइयां लेने को कहा।

    सिटी हॉस्पिटल में उन्होंने मरीजों के परिजनों से चर्चा कर अस्पताल प्रबंधन से ऑक्सीजन व दवाइयों की उपलब्धता की जानकारी लेकर वीडियो कॉल के माध्यम से मरीजों का परिजनों से बात करने के निर्देश दिये।इस दौरान उनके साथ सीएसपी केंट सहित टीम के सदस्य साथ मे थे।

क्रमांक/1619/अप्रैल-319/उइके

 

पशुपालन विभाग के टैंकर से आज प्रात: जबलपुर पहुँचेंगी 6 हजार 721 लीटर ऑक्सीजन

जबलपुर, 28 अप्रैल 2021

पशुपालन एवं डेयरी विकास मंत्री प्रेम सिंह पटेल ने बताया है कि पशु पालन विभाग के तीन टैंकर उड़ीसा से ऑक्सीजन के साथ मध्यप्रदेश के छतरपुर, जबलपुर और सागर के लिए रवाना हो चुके हैं। मध्यप्रदेश शासन के अनुरोध पर उड़ीसा शासन ने टैंकरों की सुरक्षा के लिए पुलिस वाहन भी उपलब्ध कराये हैं।

मंत्री श्री पटेल ने बताया कि टैंकर चालक श्री कृष्ण की 6721 .47 लीटर ऑक्सीजन के साथ गुरुवार की सुबह लगभग 5 बजे जबलपुर, चालक दीपचंद की 3241.56 लीटर ऑक्सीजन के साथ प्रातः 11 बजे सागर और चालक श्री गौरव सिंह की 3765.93 लीटर ऑक्सीजन के साथ दोपहर 12 बजे छतरपुर पहुँचने की संभावना है। मंत्री श्री पटेल ने आशा व्यक्त की कोरोना महामारी के कारण वर्तमान में उपजे ऑक्सीजन संकट में इन टैंकरों से तरल मेडिकल ऑक्सीजन सप्लाई गंभीर मरीजों के जीवन रक्षा में काफी सहायक होगी।

नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन द्वारा ऑक्सीजन की मध्यप्रदेश में बेहतर उपलब्धता के लिये पशुपालन विभाग को इन टैंकरों के माध्यम से नियत जिलों में उपलब्ध कराने के लिये आदेश जारी किये गये हैं।

शासन की मदद से जबलपुर के इतिहास में पहली बार ऑक्सीज़न के टैंकर को बुधवार रात 2 बजे एक्सप्रेस ट्रेन के माध्यम से बोकारो से जबलपुर ऑक्सीजन लायी गयी। ताकि समय की बचत की जा सके और जरूरत मंद मरीजो को ऑक्सीज़न उपलब्ध किया जा सके।

क्रमांक/1620/अप्रैल-320/मनोज

 

रोको टोको अभियान :-

2872 हजार व्यक्तियों से वसूला गया 2.89 लाख रुपये का जुर्माना.

जबलपुर, 28 अप्रैल 2021

रोको-टोको अभियान के तहत बीते चौबीस घण्टे के दौरान मास्क न पहनने और फिजिकल डिस्टेंसिंग के नियमों का उल्लंघन करने पर 2 हजार 872 व्यक्तियों से 2 लाख 89  हजार 800 रुपये का जुर्माना वसूला गया है। इनमें पुलिस द्वारा 2 हजार 560 व्यक्तियों से 2 लाख 62 हजार 800 रुपये, नगर निगम जबलपुर द्वारा 45 व्यक्तियों से 3 हजार 500 रुपये, एसडीएम जबलपुर द्वारा 44 व्यक्तियों से 4 हजार रुपये, एसडीएम गोरखपुर द्वारा 30 व्यक्तियों से 2 हजार 800 रुपये, एसडीएम आधारताल द्वारा 35 व्यक्तियों से 3 हजार 500 रुपये, एसडीएम रांझी द्वारा 30 व्यक्तियों से 2 हजार 500 रुपये, एसडीएम पाटन द्वारा 34 व्यक्तियों से 3 हजार रुपये, एसडीएम शहपुरा द्वारा 25 व्यक्तियों से 2 हजार 500 रुपये, एसडीएम सिहोरा द्वारा 18 व्यक्तियों से 1 हजार 500 रुपये, एसडीएम कुंडम द्वारा 20 व्यक्तियों से 1 हजार रुपये, नगर पालिका पनागर द्वारा 8 व्यक्तियों से 800 रुपये, नगर पालिका सिहोरा द्वारा 9 व्यक्तियों 900 रुपये, नगर परिषद पाटन द्वारा 8 व्यक्तियों से 750 रुपये, नगर परिषद शहपुरा द्वारा 7 व्यक्तियों से 700 रुपये, नगर परिषद मझौली द्वारा 5 व्यक्तियों से 500 रुपये, नगर परिषद बरेला द्वारा 5 व्यक्तियों से 450 रुपये, नगर परिषद कटंगी द्वारा 4 व्यक्तियों से 400 रुपये तथा नगर परिषद भेड़ाघाट द्वारा 5 व्यक्तियों से 500 रुपये का वसूला गया जुर्माना शामिल है । कोरोना प्रोटोकॉल और लॉकडाउन के नियमों का उल्लंघन करने पर बीते चौबीस घण्टे के दौरान 3 दुकानों को सील भी किया गया है ।

क्रमांक/1621/अप्रैल-321/जैन

 

उड़ीसा से 24 टन से अधिक ऑक्सीजन लेकर लौटे नाइट्रोजन टैंकर

जबलपुर, 28 अप्रैल 2021

कोरोना मरीजों के लिए जीवन रक्षक ऑक्सीजन की किल्लत को दूर करने के लिए राज्य शासन द्वारा शनिवार को उड़ीसा भेजे गए पशुपालन विभाग के चारों नाइट्रोजन टैंकर 24.28 टन  ऑक्सीजन लेकर वापस आ गए हैं। आवश्यकता के आधार पर इन टैंकरों को गुना, सतना, छतरपुर और शिवपुरी भेजा गया है। पुलिस सुरक्षा के साथ वापस आए नाइट्रोजन  टैंक में आई 7 टन ऑक्सीजन को गुना, 8.460 टन  को सतना, 4.080 को छतरपुर और 4.740 टन को शिवपुरी भेजा गया है। कल गुना पहुँचा टैंकर खाली हो गया है और शासन के निर्देशानुसार नए गंतव्य की ओर प्रस्थान करेगा।

राज्य पशुधन एवं कुक्कुट विकास निगम द्वारा इन नाइट्रोजन टैंकरों का उपयोग प्रदेश के सभी जिलों में गो- भैंस वंशीय पशुओं के कृत्रिम गर्भाधान के लिए सीमन डोज संरक्षण के लिए किया जाता है। नाइट्रोजन में डूबे रहने से यह डोज 20 से 50 वर्ष तक खराब नहीं होते। सीमन डोज -196 डिग्री सेल्सियस तापमान पर नाइट्रोजन में संरक्षित किए जाते हैं। कुक्कुट विकास निगम द्वारा उत्पादित नाइट्रोजन बनाने में किसी तरह के कच्चे माल की जरूरत नहीं होती। वातावरण में 78 प्रतिशत नाइट्रोजन और  होती है। नाइट्रोजन बनाने में सक्षम होने के कारण इन टैंकरों को ऑक्सीजन लाने के लिए उपयुक्त माना गया है।

क्रमांक/1622/अप्रैल-322/मनोज

 

कोरोना संक्रमण की चेन तोड़ना जरूरी - मुख्यमंत्री श्री चौहान ने की अपील

7 मई तक कोरोना कर्फ्यू का करायें कड़ाई से पालन 

जबलपुर, 28 अप्रैल 2021

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना संक्रमण की चेन को तोड़ने से ही कोरोना पर विजय पाई जा सकती है। प्रदेश एक्टिव केसेस में देश में 7 वें नंबर से बेहतर स्थिति में होकर 11 वें नंबर पर आ गया है। परंतु कोरोना का स्वरूप कब क्या रूप ले ले इसलिए हमें संभलकर चलना होगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान कोरोना नियंत्रण के संबंध में आज कोविड प्रभारी मंत्रियों, कमिश्नर, कलेक्टर्स, पुलिस महानिरीक्षक, पुलिस अधीक्षक एवं जिले में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों से वर्चुअली चर्चा कर रहे थे।

रणनीति

  • सभी मरीजों की सेम्पलिंग, टेस्टिंग और 24 घंटे में रिपोर्ट।
  • होम आइसोलेशन की नियमित मॉनिटरिंग।
  • कोविड केयर सेंटर की स्थापना और संचालन।
  • अस्पतालों में बेड्स, ऑक्सीजन, इंजेक्शन और दवाओं की पर्याप्त उपलब्धता।
  • अधिक से अधिक लोगों का कोविड टीकाकरण।
  • कोरोना कर्फ्यू का कड़ाई से पालन।
  • रोग-प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि के उपाय।
  • जन-जागरूकता, किल कोरोना अभियान।

पॉजिटिव मरीजों की दर घटी- रिकवरी रेट में वृद्धि

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश में पॉजिटिव मरीजों की दर लगातार घट रही है। मंगलवार को यह दर 22.76 प्रतिशत थी। जो आज घटकर कर 21.71 प्रतिशत हो गई है। इसके साथ ही रिकवरी दर में लगातार वृद्धि हुई है। प्रदेश में कोरोना की रिकवरी दर लगातार बढ़ रही है। गत 23 अप्रैल को रिकवरी दर 80.41 प्रतिशत थी जो बढ़कर 81.75 प्रतिशत हो गयी है। इसके साथ रिकवर होने वाले मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है, जो कल तक कुल 11 हजार 577 थी। आज 14 हजार 156 हो गई है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश के एक्टिव प्रकरण में आज पहली बार कमी देखने को मिली है। कल तक 94 हजार 276 एक्टिव प्रकरण थे, जो आज घटकर 92 हजार 773 हो गए हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि प्रदेश के छिंदवाड़ा, शाजापुर, पन्ना, आगर-मालवा, उमरिया, कटनी, अनूपपुर, गुना, देवास एवं बड़वानी ऐसे 10 जिले हैं जहाँ प्रतिदिन नए पॉजिटिव केसों में कमी आई है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के कुछ जिलों में नए पॉजिटिव केस निरंतर बढ़ रहे हैं। प्रदेश के इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर और उज्जैन में इन केसों में निरंतर वृद्धि हो रही है। राज्य सरकार का प्रयास है कि सभी जिलों में ऑक्सीजन और इंजेक्शन का आवश्यकतानुसार वितरण किया जा सके।

कोरोना कर्फ्यू का करायें कड़ाई से पालन

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रभारी अधिकारियों से कहा कि संक्रमण की चेन तोड़ने में सबसे ज्यादा कारगर उपाय कोरोना कर्फ्यू है। जनता को प्रेरित कर इसका कड़ाई से पालन सुनिश्चित करें। जनता कर्फ्यू कोई लॉकडाउन नहीं है, जनता द्वारा स्वयं संक्रमण से सुरक्षा के लिए लिया गया निर्णय है। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है प्रदेश के लगभग 90 प्रतिशत ग्राम पंचायतें, अपने गाँवों में कोरोना कर्फ्यू लगाने का स्वयं संकल्प ले चुकी हैं।

लक्ष्य

  • किसी भी कीमत पर संक्रमण की चेन तोड़ना।
  • जिलों में पॉजिटिवटी दर को तेजी से घटाना।
  • जहाँ-जहाँ संक्रमण अधिक है, वहाँ माइक्रो कन्टेनमेंट एरिया बनाना।
  • होम आइसोलेशन और कोविड केयर सेंटर में ही लोगों को स्वस्थ करना।
  • कोरोना कर्फ्यू में सख्ती बढ़ाकर लोगों का अनावश्यक मूवमेंट बंद करना।
  • किल कोरोना अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन कर हर संभावित मरीज की पहचान।
  • अस्पताल में बेड्स, ऑक्सीजन और दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना।
  • नागरिकों की रोग प्रतिरोधक क्षमता में वृद्धि।

किल कोरोना-2 अभियान को दें प्राथमिकता

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिलों के जिन क्षेत्रों में संक्रमण दर अधिक है वहाँ किल कोरोना अभियान-2 चलाया जा रहा है। इसके अंतर्गत रीवा, सीहोर, सतना, रायसेन, दतिया, अनूपपुर, नीमच, शिवपुरी, नरसिंहपुर और श्योपुर आदि जिले हैं। उन्होंने कहा कि संक्रमण प्रभावित क्षेत्रों में माइक्रो कन्टेनमेंट क्षेत्र घोषित कर संक्रमण को वहीं रोक दें। सर्वे में संभावित मरीजों को तत्काल मेडिकल किट एवं सावधानी संबंधी ब्रोशर उपलब्ध करावाकर होम आईसोलेट कराये।

होम आइसोलेशन एवं कोविड सेंटर्स हों सक्रीय

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में आज तक 69 हजार मरीज होम आईसोलेटेड हैं। प्रयास यह होना चाहिए कि मरीजों को अस्पताल ले जाने की जरूरत नहीं पड़े। वे होम आईसोलेशन में ही ठीक हो जायें। होम क्वारेन्टाइन एवं कोविड केयर सेंटर में मरीजों की देखभाल के लिए उनसे सतत संवाद रखें। जिन क्षेत्रों में संक्रमण केस अधिक आ रहे हैं, वहाँ माइक्रो प्लानिंग कर माइक्रो कन्टेन्मेंट एरिया बनायें। नए केस नहीं बढ़ने देना है, जहाँ कोरोना हो वहीं उसे खतम करें।

रेमडेसिविर इंजेक्शन एवं ऑक्सीजन की आपूर्ति

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि रेमडेसिविर इंजेक्शन के उपयोग के लिए निर्धारित प्रोटोकॉल का पालन कराये। अनावश्यक रूप से इंजेक्शन की माँग पर अंकुश लगायें। इंजेक्शन उसे मिले जिसे जरूरत हो और उतना जितनी आवश्यकता हो। सप्लाई एवं वितरण की अनावश्यक प्रतिस्पर्धा की प्रवृति जिले नहीं रखें। जितनी आवश्यकता हो उतना ही माँग रखें।

सभी संभाग में बनेगा बड़ा ऑक्सीजन प्लाँट

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रत्येक संभाग में अधिकतम 6 माह में एक-एक बड़ा ऑक्सीजन प्लांट स्थापित किया जाये। उसके लिए स्थान सुनिश्चित करें। पीथमपुर में पुराने गैस प्लांट को सुधारा गया है, जिससे 30 से 32 मीट्रिक टन ऑक्सीजन प्राप्त होगी। मालनपुर में भी ऐसे ही प्रयास किये गये हैं। बीना रिफायनरी में ऑक्सीजन तो है परंतु उसे टैंकर में नहीं भरा जा सकता है अत: वहीं पर हॉस्पिटल निर्माण काराया जा रहा है। ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए हम रेल, सड़क और वायु मार्ग से जरूरी ऑक्सीजन प्राप्त कर रहे हैं। इसके साथ ही भारत सरकार के साथ समन्वय कर आपूर्ति के प्रयास जारी हैं।

          जबलपुर में वीडियों कांफ्रेंसिंग के दौरान कमिश्नर कार्यालय में कमिश्नर श्री बी. चन्द्रशेखर और आई.जी. श्री बी.एस. चौहान उपस्थित थे।

          वही कलेक्टर कार्यालय के एन.आई.सी. कक्ष में विधायक श्री अजय विश्नोई, श्री अशोक रोहाणी के साथ कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री सिद्धार्थ बहुगुणा, नगर निगम कमिश्रनर श्री संदीप जीआर, एडीएम श्री हर्ष दीक्षित सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।

क्रमांक/1623/अप्रैल-323/उइके

 

अभी तक एक लाख 12 हजार 602 कोरोना मरीजों तक पहुँची मेडिकल किट

जबलपुर, 28 अप्रैल 2021

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार होम आइसोलेट कोरोना मरीजों को मेडिकल किटों का वितरण लगातार जारी है। नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने बताया है कि अभी तक 52 जिलों में एक लाख 12 हजार 602 मेडिकल किट वितरित की जा चुकी हैं।।

मंत्री श्री सिंह  ने बताया  है कि  18 अप्रैल से 27 अप्रैल के मध्य नगरीय क्षेत्रों में फ़ीवर क्लीनिक व होम डिलीवरी के माध्यम से एक लाख 12  हजार 602 मेडिकल किट कोविड मरीज़ों को उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने  जानकारी दी है कि  18 अप्रैल को 12 हजार 583, 19 अप्रैल को 16 हजार 914, 20 अप्रैल को 11 हजार 465, 21 अप्रैल को 10 हजार 327, 22 अप्रैल को 11 हजार 76,  23 अप्रैल को 11 हजार 17,  24 अप्रैल को 10 हजार 658, 25 अप्रैल को 9 हजार 497, 26 अप्रैल को 9 हजार 360 और 27 अप्रैल को 9 हजार 705 कोविड मरीजों को मेडिकल किट वितरित की गई हैं।

क्रमांक/1624/अप्रैल-324/मनोज