NEWS -18-05-2021

 

संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर

मध्य प्रदेश शासन

समाचार

कोरोना महामारी के बीच डाक विभाग ने निभाया दायित्व

डाकपाल ने वृद्धाश्रम पहुँचकर किया 38 हजार 800 रूपये की वृद्धावस्था पेंशन का भुगतान

जबलपुर, 18 मई, 2021

            कोरोना महामारी के बीच डाक विभाग अपनी जिम्मेदारी का वखूबी निर्वहन कर रहा है। प्रवर अधीक्षक डाकघर पी.एन. पांडे के मार्गदर्शन में नई तकनीक आधारित भुगतान प्रणाली के तहत घर-घर जाकर जहाँ ग्राहकों को भुगतान किया जा रहा है। वहीं वरिष्ठ नागरिकों एवं वृद्धों को वृद्धावस्था पेंशन सहित अन्य सामाजिक सुरक्षा पेंशनों का भुगतान किया जा रहा है। इसके अलावा काउण्टर बेस्ड डाक सेवायें भी निरंतर जारी हैं।

            प्रवर अधीक्षक श्री पांडे ने बताया कि आज मंगलवार को तिलवारा रोड स्थित वृद्धाश्रम पहुँचकर लम्हेटाघाट डाकघर के डाकपाल विकास पटेल ने 28 वृद्ध हितग्राहियों को एक दिन में 38 हजार 800 रूपये की वृद्धावस्था पेंशन राशि का भुगतान किया। श्री पटेल के इस कार्य की प्रवर अधीक्षक श्री पांडे ने प्रशंसा करते हुये कहा कि सभी डाक कर्मियों से अपील की है कि वे इस महामारी के दौरान कोरोना प्रोटोकाल का पालन करते हुये अभी तक जनता को जो सेवायें और सुविधायें मुहैया कराते रहे है, उन्हें आगे भी अनवरत् जारी रखें।

क्रमांक/1887/मई-231/मनोज

 

4 हजार व्यक्तियों से वसूला गया 4.14 लाख रुपये का जुर्माना

जबलपुर, 18 मई, 2021

रोको-टोको अभियान के तहत बीते चौबीस घण्टे के दौरान कोरोना कर्फ्यू का उल्लंघन करने, मास्क पहनने और फिजिकल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन करने पर 4 हजार 160 व्यक्तियों से 4 लाख 14 हजार 700 रुपये का जुर्माना वसूला गया है। इनमें पुलिस द्वारा 3 हजार 802 व्यक्तियों से 3 लाख 85 हजार 400 रुपये, नगर निगम जबलपुर द्वारा 40 व्यक्तियों से 3 हजार 600 रुपये, एसडीएम जबलपुर द्वारा 40 व्यक्तियों से 3 हजार 500 रुपये, एसडीएम गोरखपुर द्वारा 45 व्यक्तियों से 4 हजार रुपये, एसडीएम आधारताल द्वारा 50 व्यक्तियों से 4 हजार 500 रुपये, एसडीएम रांझी द्वारा 42 व्यक्तियों से 3 हजार 600 रुपये, एसडीएम पाटन द्वारा 35 व्यक्तियों से 2 हजार 800 रुपये, एसडीएम शहपुरा द्वारा 20 व्यक्तियों से 1 हजार 500 रुपये, एसडीएम सिहोरा द्वारा 25 व्यक्तियों से 2 हजार रुपये, एसडीएम कुंडम द्वारा 10 व्यक्तियों से 500 रुपये, नगर पालिका पनागर द्वारा 8 व्यक्तियों से 400 रुपये, नगर पालिका सिहोरा द्वारा 8 व्यक्तियों 400 रुपये, नगर परिषद पाटन द्वारा 7 व्यक्तियों से 350 रुपये, नगर परिषद शहपुरा द्वारा 10 व्यक्तियों से 500 रुपये, नगर परिषद मझौली द्वारा 4 व्यक्तियों से 250 रुपये, नगर परिषद बरेला द्वारा 3 व्यक्तियों से 300 रुपये, नगर परिषद कटंगी द्वारा 5 व्यक्तियों से 500 रुपये तथा नगर परिषद भेड़ाघाट द्वारा 6 व्यक्तियों से 600 रुपये का वसूला गया जुर्माना शामिल है लाकडाउन और कोरोना कर्फ्यू का उल्लंघन करने पर बीते चौबीस घण्टे में 4 दुकानों को सील भी किया गया है

क्रमांक/1888/मई-232/जैन

 

प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा कोरोना प्रबंधन में मध्यप्रदेश के जन-भागीदारी मॉडल की सराहना

अन्य राज्य भी लें मध्यप्रदेश से प्रेरणा- प्रधानमंत्री श्री मोदी
प्रधानमंत्री ने कोविड-19 के प्रबंधन पर राज्यों और जिलों के अधिकारियों से किया संवाद
राष्ट्रीय बेस्ट प्रेक्टिसेस में सिर्फ म.प्र. का राज्‍य स्तरीय जन-भागीदारी मॉडल
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रधानमंत्री श्री मोदी का माना आभार

जबलपुर, 18 मई, 2021

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना प्रबंधन में मध्यप्रदेश द्वारा अपनाये गये जन-भागीदारी मॉडल की सराहना की है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा है कि जिला, ब्लाक और पंचायत स्तर पर क्राइसिस मनेंजमेंट कमेटियाँ बनाई गई हैं। इनमें पक्ष-विपक्ष के सभी राजनैतिक दलों के लोगों को जोड़ा गया है। यह जनता से जुड़ने का सबसे अच्छा तरीका है। जन-प्रतिनिधियों को जोड़कर हम उनकी ऊर्जा का उपयोग कोरोना के विरूध लड़ाई में कर सकते हैं। कोरोना संक्रमण गाँवों में फैल रहा है। वहाँ इसका सामना बिना जनशक्ति और जन-सहयोग के नहीं किया जा सकता। ग्राम, वार्ड, जिला स्तर पर जन-प्रतिनिधियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि कोरोना के विरूध लड़ाई में राजनैतिक दल लोगों को जोड़ने की दिशा में अन्य राज्य भी मध्यप्रदेश के समान कार्य करें तो यह प्रभावी सिद्ध होगा। प्रधानमंत्री श्री मोदी देश भर के राज्य और जिले के अधिकारियों के साथ कोरोना महामारी के दौरान उनके अनुभवों के बारे में वीडियो कॉफ्रेंसिंग के द्वारा संवाद कर रहे थे। इनमें वे जिले शामिल थे जहाँ कोरोना के प्रकरण और संक्रमण अधिक है। वर्चुअल संवाद में जिला अधिकारियों द्वारा अपनाई गई रणनीति, नवाचार और जिलों और राज्यों द्वारा अपनाई गई बेस्ट प्रेक्टिसेस की जानकारी भी दी गई। प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कार्यक्रम को संबोधित भी किया। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान निवास से वीडियो कॉफ्रेंसिंग द्वारा कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। राष्ट्रीय स्तर के इस कार्यक्रम में इंदौर कलेक्टर श्री मनीष सिंह द्वारा इंदौर में अपनाई गई रणनीति, जन-सहभागिता के लिए किए गए प्रयासों, स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारियों और आपूर्ति श्रृंखला की दिशा में किए गए कार्यों की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में गौतम बुद्ध नगर, चंडीगढ़, पटना, देहरादून, चैन्नई के अधिकारियों ने भी अनुभव साझा किये। वीडियों कांफ्रेंसिंग में जबलपुर जिले के कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा भी जुड़े थे।

गृह मंत्री श्री अमित शाह ने किया संबोधित

            गृह मंत्री श्री अमित शाह ने कार्यक्रम की जानकारी देते हुए कहा कि जिलों और राज्यों द्वारा स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप अपनाई गई रणनीतियों को क्षेत्रीय आवश्यकता के अनुसार दोहराया जा सकता है। केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव श्री राजेश भूषण द्वारा देश में कोविड की स्थिति और राज्यों व जिलों द्वारा अपनाई गई बेस्ट प्रेक्टिसेस पर प्रस्तुतीकरण दिया गया। प्रधानमंत्री श्री मोदी के समक्ष हुए बेस्ट प्रेक्टिसेस के प्रस्तुतीकरण में मध्यप्रदेश का जन-भागीदारी मॉडल ही एक मात्र राज्य स्तरीय था, जबकि अन्य सभी बेस्ट प्रेक्टिसेस जिला स्तरीय थे। केन्द्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि जिला, ब्लाक, पंचायत स्तर पर क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियों के गठन से जन-भागीदारी सुनिश्चित करने के परिणाम स्वरूप मध्यप्रदेश में जनता कर्फ्यू का क्रियान्वयन बहुत प्रभावी रहा। इसके साथ ही कोविड के प्रबंधन और टीकाकरण में भी जन-भागीदारी से सहायता मिली। मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने प्रधानमंत्री श्री मोदी द्वारा आगामी समय में कोविड प्रबंधन के लिए दिये गये मार्गदर्शन के लिए आभार माना।

ट्रेसिंग और टेस्टिंग में भी मिला जनता का सहयोग

            कलेक्टर इंदौर श्री मनीष सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देशानुसार प्रदेश में कोरोना के विरूध युद्ध में प्रत्येक स्तर पर जनता का सहयोग लिया जा रहा है। जिला, ब्लाक, पंचायत स्तर पर क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटियाँ विद्यमान हैं। इनमें सभी राजनैतिक दलों के सभी स्तर के जन-प्रतिनिधि सम्मिलित हैं। इनकी पहल और सहयोग से ही जनता कर्फ्यू का क्रियान्वय किया जा रहा है, जिससे संक्रमण की चेन तोड़ने में मदद मिली। जनता का सहयोग ट्रेसिंग और टेस्टिंग में भी मिला। कलेक्टर श्री मनीष सिंह ने ग्रामीणों द्वारा स्व-प्रेरणा से विभिन्न गतिविधियों में कोरोना बचाव के लिए अपनाई जाने वाली सावधानियों की जानकारी भी दी।

            नगरीय क्षेत्र में माइक्रो कंटेनमेंट एरिया, बाजारों की व्यवस्था, औद्योगिक इकाईयों के सीमित संचालन और ग्रामीण स्तर पर जारी किल कोरोना अभियान, कोविड केयर सेंटर, स्टेप डाउन सेंटर तथा टीकाकरण की व्यवस्था के संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि जन-सहभागिता के परिणामस्वरूप इन व्यवस्थाओं का प्रबंधन बेहतर हुआ और संभावित मरीजों की पहचान तथा उनके सही समय पर इलाज करने में मदद मिली।

क्रमांक/1889/मई-233/मनोज

 

कटंगी में कोरोना कर्फ्यू का उल्लंघन करने पर दो दुकानें सील

जबलपुर 18 मई, 2021

नगर परिषद कटंगी में आज मंगलवार को कोरोना कर्फ्यू का उल्लंघन करने पर दो दुकानों को सील कर दिया गया । नायब तहसीलदार कटंगी आकाश दीप नामदेव के अनुसार दोनों दुकानों पर एक हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया गया ।

क्रमांक/1890/मई-234/जैन

 

शीतला माई वार्ड में बीमार व्यक्तियों के घर जाकर लिये गये सेम्पल

जबलपुर 18 मई, 2021

नगर निगम के भानतलैय्या जोन के अंतर्गत  बनाये गये कोरोना सहायता केंद्र की टीम द्वारा आज शीतलामाई वार्ड में घर- घर जाकर बीमार एवं कोरोना सन्दिग्ध मिले व्यक्तियों के सेंपल लिये गये । इस दौरान नायब तहसीलदार रूपेश्वरी कुंजाम भी सेम्पल लेने वाली टीम के साथ मौजूद थीं । उन्होंने बताया कि आज 28 व्यक्तियों के सेम्पल घर जाकर लिये गये हैं।

क्रमांक/1891/मई-235/जैन

 

किराना एवं जनरल स्टोर सील

जबलपुर 18 मई, 2021

कोरोना कर्फ्यू का उल्लंघन करने पर आज गोरखपुर अनुभाग के अंतर्गत ग्वारीघाट रोड स्थित रतनचंद भगवान दास किराना एवं जनरल स्टोर्स को सील कर दिया गया । दुकान को सील करने की कार्यवाही तहसीलदार गोरखपुर अनूप श्रीवास्तव द्वारा की गई। कार्यवाही के दौरान खुली पाई गई इस दुकान पर जुर्माना भी किया गया है।

क्रमांक/1892/मई-236/जैन

 

विधायक श्रीमती मरावी ने अस्पताल पहुंचकर ऑक्सीजन कन्संट्रेटर का किया अवलोकन

जबलपुर 18 मई, 2021

जिले के ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना पीड़ित मरीजों के उपचार हेतु सिविल अस्पताल सिहोरा को दिये गये ऑक्सीजन कन्संट्रेटर का क्षेत्रीय विधायक श्रीमती नन्दिनी मरावी ने आज अस्पताल पहुँचकर अवलोकन किया। इस मौके पर उन्होंने अस्पताल के कोविड वार्ड में भर्ती मरीजों को बेहतर उपचार देने के बात कही।

       ज्ञात हो कि ऑक्सीजन की कमी के शिकार कोरोना मरीजों के इलाज हेतु जिले के ग्रामीण क्षेत्र में स्थित सामुदायिक एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों को 50 ऑक्सीजन कन्संट्रेटर उपलब्ध कराये गये हैं। इसमें से सिविल अस्पताल सिहोरा को आठ ऑक्सीजन कन्संट्रेटर दिये गये हैं। तहसीलदार सिहोरा राकेश चौरसिया के मुताबिक विधायक श्रीमती मरावी ने मझगवां स्वास्थ्य केंद्र जाकर सीबीसी जांच हेतु उपलब्ध कराई गई मशीन का भी अवलोकन किया।

क्रमांक/1893/मई-237/जैन

 

गरीब परिवारों की प्रसूताओं को गुड़ के पौष्टिक लड्डू का वितरण

जबलपुर 18 मई, 2021

कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा के जरूरतमंदों की मदद करने के आव्हान पर कलेक्ट्रेट कंट्रोल रूम से ऐसी 18 प्रसूताओं को घर जाकर गुड़, सौंठ और गोंद से बने पौष्टिक लड्डुओं का वितरण किया गया जिनके परिवार के मुखिया मजदूरी करते हैं तथा कोरोना कर्फ्यू के कारण उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है ।

कन्ट्रोल रूम से गरीब परिवार की इन प्रसूताओं  को गुड़ के पौष्टिक लड्डू उनके घर पहुँचाने के इस शुभ कार्य का शुभारंभ कल सोमवार को कलेक्ट्रेट कन्ट्रोल रूम में डिप्टी कलेक्टर अनुराग तिवारी ने किया । बाद में मेडिकल, विक्टोरिया एवं एल्गिन अस्पताल तथा रामपुर, गोरखपुर, मदन महल, पुरवा, गढा, बाजनामठ बस्ती, शास्त्री नगर, बरगी हिल्स आदि क्षेत्रों में जाकर प्रसूताओं को लड्डूओं का वितरण किया गया ।

क्रमांक/1894/मई-238/जैन

 

 

 

 

कलेक्टर पहुंचे बरेला

कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए किये जा रहे कार्यों की समीक्षा

होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों से भी की बात

कोविड केयर सेंटर और कंट्रोल रूम का किया निरीक्षण

जबलपुर, 18 मई, 2021

कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने आज शाम बरेला पहुंचकर यहां कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए किये जा रहे कार्यों का ब्यौरा अधिकारियों से प्राप्त किया। श्री शर्मा ने बरेला प्रवास के दौरान नगर परिषद कार्यालय में स्थापित कोरोना कंट्रोल रूम का तथा शासकीय महाविद्यालय भवन में बनाये गये कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण भी किया।

कलेक्टर ने बरेला में कोरोना की रोकथाम के लिए किये जा रहे कार्यों की समीक्षा के दौरान किल कोरोना अभियान के तहत डोर-टू-डोर सर्वे के बारे में विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने सर्वे के दौरान बीमार एवं कोरोना संदिग्ध मरीजों को दवाओं की किट उपलब्ध कराने के साथ-साथ उनकी सेम्पलिंग करने के निर्देश भी दिये।

श्री शर्मा ने नगर परिषद कार्यालय में स्थापित कोरोना कंट्रोल रूम में तैनात कर्मचारियों से होम आइसोलेशन में रहे मरीजों का ब्यौरा लिया तथा उन्हें इन मरीजों से नियमित रूप से संपर्क करने तथा उनके स्वास्थ्य पर निगरानी रखने के निर्देश दिये। कलेक्टर ने खुद कंट्रोल रूम से फोन कर होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों से बात भी की। उन्होंने कोरोना पाजिटिव एक महिला से बात करते हुए उसके हालचाल जाने तथा शीघ्र स्वस्थ्य होने की कामना व्यक्त करते हुए उसे चिकित्सकों द्वारा बताई गई दवाओं का नियमित सेवन करने की सलाह दी। 

कोरोना कंट्रोल रूम के निरीक्षण के बाद कलेक्टर ने बरेला के शासकीय महाविद्यालय भवन के बनाये गये 80 बिस्तरों के कोविड केयर सेंटर का अवलोकन किया। उन्होंने इस कोविड केयर सेंटर की व्यवस्थाओं तथा यहां तैनात चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य विभाग के सेवाभाव की सराहना करते हुए उन्हें यहां उपचार के लिए भर्ती होने वाले मरीजों को बेहतर उपचार देने के निर्देश दिये।

श्री शर्मा ने कोविड केयर सेंटर के अवलोकन के दौरान अधिकारियों को कोरोना की रोकथाम के लिए लगाये गये जनता कफ्र्यू का सख्ती से पालन कराने की हिदायत दी। उन्होंने बरेला और बरगी क्षेत्र के आसपास के उन गांवों में विशेष ध्यान देने के निर्देश अधिकारियों को दिये जहां अपेक्षाकृत कोरोना मरीजों की संख्या ज्यादा है। श्री शर्मा ने दवाओं की किट की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित करने के साथ ही ऐसे गांवों को सख्ती से कन्टेन करने तथा प्रशासन एवं पुलिस अधिकारियों को उनका नियमित भ्रमण करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि बरेला और बरगी क्षेत्र के आसपास के गांवों में कोरोना वेक्सीनेशन को लेकर ग्रामीणों में जागरूकता पैदा की जाये।

कलेक्टर के बरेला स्थित कोरोना कंट्रोल रूम और कोविड केयर सेंटर के निरीक्षण के दौरान एसडीएम जबलपुर नम:शिवाय अरजरिया एवं स्थानीय जनप्रतिनिधि भी मौजूद थे।  बरेला कोविड केयर सेंटर के निरीक्षण के दौरान बताया गया कि 80 बिस्तरों वाले इस केन्द्र में फिलहाल दो कोरोना पॉजिटिव मरीज और एक कोरोना संदिग्ध मरीज भर्ती हैं। सेंटर में कोरोना पॉजिटिव और कोरोना संदिग्ध मरीजों के उपचार की अलग-अलग व्यवस्था की गई है। बताया गया कि इस केन्द्र में यहां एक दिन में सर्वाधिक मरीजों की संख्या 30 रही है। कलेक्टर ने निरीक्षण के दौरान कोरोना कफ्र्यू खुलने के बाद कोरोना मरीजों की संख्या बढऩे की संभवाना को देखते हुए यहां तैनात चिकित्सकीय अमले को सतर्क रहने के निर्देश दिये। उन्होंने इस दौरान कोविड केयर सेंटर में ऑक्सीजन की उपलब्धता निरंतर बनाये रखने के बारे में अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिये।

क्रमांक/1895/मई-239/जैन

नगर निगम और कैण्ट क्षेत्र में 19 कोविड सहायता केन्द्र स्थापित

चिकित्सक, स्टाफ नर्स और पर्यवेक्षक अधिकारी तैनात

जबलपुर, 18 मई, 2021

            कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के निर्देशानुसार किल कोरोना अभियान के व्यवस्थित सुचारू संचालन और लोगों को चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से छावनी क्षेत्र सदर सहित नगर निगम के सभी 16 जोन को मिलाकर कुल 19 कोविड-19 सहायता केन्द्र स्थापित किये गये हैं। प्रत्येक सहायता केन्द्र में डॉक्टर, स्टाफ नर्स, आयुष चिकित्सक और पर्यवेक्षक अधिकारी की ड्यूटी लगाई गई है।

            इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी के कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक कोविड सहायता केन्द्र स्थापित करने के पीछे शासन की मंशा शीघ्रतिशीघ्र सर्दी-खांसी, आई.एल.आई. के लक्षण वाले रोगियों की प्राथमिक जांच एवं परामर्श दिलाने की है। साथ ही गले में खराश, सांस लेने में कठिनाई बदन दर्द, सिर दर्द के साथ बुखार आदि लक्षण युक्त संभावित कोविड-19 रोगियों का निकटस्थ फीवर क्लीनिक पर रेफरल करना एवं कोविड लक्षण वाले रेपिड किट द्वारा जांच एवं दवाईयाँ उपलब्ध कराई जायेंगी।

            नगर निगम के गढ़ा जोन क्रमांक एक में कोविड-19 सहायता केन्द्र जोन कार्यालय के पीछे स्थित सामुदायिक भवन में बनाया गया है। जबकि कछपुरा जोन क्रमांक दो का सहायता केन्द्र जोन कार्यालय कछपुरा के ऊपर स्थित हॉल में स्थापित किया गया है। इसी प्रकार रामपुर जोन क्रमांक तीन का सहायता केन्द्र खालसा पब्लिक स्कूल ग्वारीघाट रोड में, छोटी लाईन फाटक जोन क्रमांक 4 का सहायता केन्द्र शासकीय बालक प्राथमिक शाला गोरखपुर वार्ड 13 में और बल्देवबाग जोन क्रमांक 5 का कोविड सहायता केन्द्र प्राथमिक शाला दीक्षितपुरा राममंदिर में तथा दमोहनाका जोन क्रमांक 6 का सहायता केन्द्र सिंधी धर्मशाला राजीव गांधी वार्ड में एवं आधारताल जोन क्रमांक 7 का सहायता केन्द्र संजय नगर शासकीय प्राथमिक शाला सामुदायिक भवन के पास स्थापित किया गया है।

            जबकि भानतलैया जोन क्रमांक 8 का कोविड सहायता केन्द्र जबलपुर विद्यापीठ में, लालमाटी जोन क्रमांक 9 का सहायता केन्द्र बाल्मीक भवन सेठ गोविन्ददास वार्ड में, रांझी जोन क्रमांक 10 का सहायता केन्द्र गणेशगंज स्कूल बड़ा पत्थर में तथा राजा गोकुलदास धर्मशाला जोन क्रमांक 11 का सहायता केन्द्र सामुदायिक भवन श्री दादा रोहाणी मॉडल टाउन बिलहरी रेल्वे सराय स्कूल जोन कार्यालय के पीछे बनाया गया है।

            इसी प्रकार घंटाघर जोन क्रमांक 12 का कोविड-19 सहायता केन्द्र पुत्री शाला खलासी लाईन में, मुख्यालय जोन क्रमांक 13 का सहायता केन्द्र एम.एल.बी. स्कूल में, विजयनगर जोन क्रमांक 14 का सहायता केन्द्र लोक सेवा गांरटी कार्यालय दमोहनाका बस स्टैण्ड में तथा सुहागी जोन क्रमांक 15 का सहायता केन्द्र सुहागी पंचायत भवन और महाराजपुर पंचायत भवन में और आनंद नगर जोन क्रमांक 16 का सहायता केन्द्र शासकीय उर्दू प्राथमिक शाला मोतीनाला पानी टंकी के पास स्थापित किया गया है।

नगर निगम के राजा गोकुलदास धर्मशाला जोन 11 और सुहागी जोन 15 में दो-दो कोविड सहायता केन्द्र स्थापित किये गये है। जबकि छावनी परिषद कैण्ट में कोविड-19 सहायता केन्द्र रामलीला मैदान सदर में बनाया गया है।

क्रमांक/1896/मई-240/मनोज

 


43 हजार किसानों से खरीदा गया 47.69 लाख क्विंटल गेहूं

40 हजार किसानों को 741 करोड़ का भुगतान

जबलपुर, 18 मई, 2021

            समर्थन मूल्य पर गेहूँ के उपार्जन की चल रही प्रक्रिया के तहत जबलपुर जिले में अभी तक 42 हजार 965 किसानों से 47 लाख 69 हजार 550 क्विंटल गेहूं की खरीदी की जा चुकी है। खरीदी गये गेहूं में से करीब 95 फीसदी का परिवहन भी हो चुका है। जिला सूचना विज्ञान अधिकारी आशीष शुक्ला के मुताबिक खरीदी गये गेहूं के एवज में 40 हजार 821 किसानों को अभी तक 741 करोड़ रूपये की राशि का भुगतान भी किया जा चुका है। शेष किसानों का भुगतान भी प्रक्रियाधीन है।

जिला सूचना विज्ञान अधिकारी के अनुसार किसानों से समर्थन मूल्य पर गेहूं के उपार्जन के लिये 123 केन्द्र स्थापित किये गये हैं। प्रत्येक केन्द्र से प्रति दिवस 40 किसानों को एसएमएस किये जा रहे हैं। अभी तक लगभग 61 हजार 494 किसानों को प्रथम एसएमएस एवं 11 हजार 184 किसानों को द्वितीय एसएमएस किया जा चुका है। जिन किसानों के प्रथम एसएमएस की वैधता समाप्त हो गई है, उन्हें उपार्जन केन्द्र से द्वितीय एसएमएस करने की सुविधा भी दी गई है।

क्रमांक/1897/मई-241/जैन


एनएसए के आरोपियों की निरोध अवधि तीन माह और बढ़ी

जबलपुर, 18 मई, 2021

जिला दण्डाधिकारी कर्मवीर शर्मा द्वारा राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत केन्द्रीय जेल में निरूद्ध किये गये थाना हनुमानताल निवासी राजकुमार उर्फ बाबूनाटी सोनकर, गज्जू उर्फ गजेन्द्र सोनकर एवं रजनीश वर्मा की निरोध अवधि राज्य शासन के गृह विभाग द्वारा तीन माह और बढ़ा दी गई है।

            जिला दण्डाधिकारी न्यायालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत आरोपी राजकुमार उर्फ बाबूनाटी आत्मज श्री सूरजवली सोनकर, गज्जू उर्फ गजेन्द्र सोनकर आत्मज श्री राजकुमार उर्फ बाबूनाटी एवं राजनीश वर्मा आत्मज श्री हनुमान प्रसाद वर्मा के विरूद्ध राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम के तहत क्रमश: 4 दिसम्बर, 13 नवम्बर एवं एक दिसम्बर 2020 को निरोधादेश जारी किया जाकर केन्द्रीय जेल जबलपुर में निरूद्ध किया गया था। बाद में पुलिस अधीक्षक द्वारा प्रस्तुत किये गये प्रतिवेदन से सहमत होकर तीनों की निरोध अवधि तीन माह बढ़ाने का प्रस्ताव शासन के गृह विभाग द्वारा स्वीकार किया जाकर अनावेदकों को कुल 6 माह निरूद्ध रखा गया था।

पुलिस अधीक्षक द्वारा एक बार पुन: प्रस्तुत किये गये प्रतिवेदन से सहमत होकर जिला दण्डाधिकारी कर्मवीर शर्मा द्वारा तीनों अनावेदकों की निरोध अवधि आगामी 3 माह बढ़ाने का प्रस्ताव शासन के गृह विभाग को भेजा गया। जिसे शासन द्वारा पुन: स्वीकार कर लिया गया है। राज्य शासन से स्वीकृति मिलने के बाद जिला दण्डाधिकारी द्वारा अनावेदकों राजकुमार उर्फ बाबूनाटी, गज्जू उर्फ गजेन्द्र सोनकर एवं रजनीश वर्मा को माह सितम्बर 2021 तक अर्थात कुल 9 माह तक के लिये केन्द्रीय जेल में निरूद्ध रखने हेतु अवधि बढ़ाई गई  है।

क्रमांक/1898/मई-242/जैन

 

ब्लैक फंगस के उपचार के लिये टॉस्क फोर्स बनाई जाये

रोगी की जल्द पहचान कर हर मरीज का उपचार करें
प्रदेश के 5 मेडिकल कॉलेजों में नि:शुल्क उपचार
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वी.सी. के माध्यम से दिए निर्देश 

जबलपुर, 18 मई, 2021

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने निर्देश दिये हैं कि ब्लैक फंगस  'म्यूकॉरमाइकोसिस' के उपचार संबंधी व्यवस्थाओं के लिये एक डेडिकेटेड टॉस्क फोर्स बनाई जाये, जिसमें स्वास्थ्य मंत्री, चिकित्सा शिक्षा मंत्री, संबंधित विभागों के ए.सी.एस./पी.एस., ईएनटी विशेषज्ञ डॉ. एस.पी. दुबे, डॉ. लोकेन्द्र दवे तथा अन्य एक्सपर्ट रहेंगे। टास्क फोर्स तुरंत कार्य करना प्रारंभ कर दें।

            मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में ब्लैक फंगस  'म्यूकॉरमाइकोसिस की प्राथमिक अवस्था में ही पहचान कर हर मरीज का उपचार करें। इस कार्य को जन-आंदोलन का रूप दिया जाए तथा हर जिले में इसकी जाँच की व्यवस्था हो। इस कार्य में निजी चिकित्सकों का भी पूरा सहयोग लिया जाए।

            मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में वर्तमान में 5 मेडिकल कॉलेज इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर तथा रीवा में इसका नि:शुल्क उपचार किया जा रहा है। उन्होंने निर्देश दिए कि इसके उपचार के लिए निजी अस्पताल भी चिन्हित किए जाएँ, जहाँ व्यवस्थाएँ संभव हों।

            मुख्यमंत्री श्री चौहान आज निवास से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मंत्रियों एवं अधिकारियों के साथ ब्लैक फंगस रोग के संबंध में चर्चा कर रहे थे।

हर मरीज का हो नि:शुल्क इलाज

            मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ब्लैक फंगस का इलाज अत्यंत महंगा है। अत: प्रदेश में इसके नि:शुल्क इलाज की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी।

शासकीय के अलावा निजी अस्पतालों को भी दिए जाएंगे इंजेक्शन

            मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ब्लैक फंगस के इलाज में लगने वाले एम्फोटेरिसिन-बी इंजेक्शन शासकीय चिकित्सा केन्द्रों के अलावा निजी अस्पतालों को भी उपलबधता अनुसार प्रदान किए जाएंगे। प्रदेश में ढाई हजार एम्फोटेरिसिन इंजेक्शन प्राप्त हो गए हैं तथा 10 हजार इंजेक्शन शीघ्र ही मॉयलान कम्पनी के प्रदेश को प्राप्त हो जायेंगे। स्वास्थ्य आयुक्त श्री आकाश त्रिपाठी ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में ब्लैक फंगस के 573 प्रकरण 5 मेडिकल कॉलेजों में उपचाररत हैं।

नि:शुल्क नेजल एंडोस्कॉपी की व्यवस्था

            चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग ने बताया कि ब्लैक फंगस की जाँच के लिए जिलों में नि:शुल्क नेजल एंडोस्कॉपी की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज में भी इसकी नि:शुल्क जाँच के लिए डेस्क बनाई जा रही है।

ब्लैक फंगस : महत्वपूर्ण तथ्य

  • कम रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले, डायबिटीज के रोगी, श्वसन या गुर्दा रोगी, अंग प्रत्यायोजित करा चुके गंभीर रोग के रोगियों या पूर्व में कोरोना उपचार करा चुके लोगों को यह संक्रमण मुख्य रूप से अपना शिकार बना रहा है।
  • यह संक्रमण रोगी की नाक, मुँह, दाँत, आँख एवं गंभीर स्थिति में मस्तिष्क को संक्रमित करता है।
  • मरीजों में डायबिटीज की मॉनीटरिंग करके, डॉक्टरों की सलाह पर स्टेरॉइड ले रहे मरीजों की निगरानी करके, स्टेरॉइड एवं ब्रॉड स्पेक्ट्रम एंडीबायोटिक के अनुचित और अनावश्यक उपयोग को रोककर हम ब्लैक फंगस संक्रमण को रोक सकते हैं।
  • कोरोना रोगियों में ऑक्सीजन के उपयोग के दौरान ह्यूमिडीफाई बॉटल में स्टेराइल (Sterile) या डिस्ट्रिल वाटर का उपयोग करके तथा नियमित रूप से पानी को बदल कर, हम इस संक्रमण को रोक सकते हैं।
  • रोगी के ऑक्सीजन मास्क, केनुला आदि का नियमित विसंक्रमण एवं यथोचित बदलाव सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
  • कोविड वार्ड, एचडीयू, आईसीयू आदि में भर्ती कोरोना मरीजों की आँख, नाक, मुँह की समुचित देखभाल करें, कोविड से ठीक होने के पश्चात 4-6 सप्ताह तक नमक के पानी के गरारे करें तथा नाक साफ करते रहें।
  • ब्लैक फंगस के मुख्य लक्षण नाक, मुख और आँख आदि से काले कण अथवा काला रिसाव, नाक बंद होना, नाक के आसपास गालों की हड्डियों में दर्द, दाँतों और जबड़ों में दर्द, आँख में दर्द के साथ धुंधला दिखना, आँखों और नाक के आसपास दर्द और लालपन, बुखार आना, शरीर में नील पड़ना, सीने में दर्द, सांस लेने में दर्द, फेफड़ों में पानी आना, खून की उल्टी होना, मुँह से बदबू आना, मानसिक भ्रम होना हैं।
  • ब्लैक फंगस संक्रमण नाक के जरिए प्रवेश करता है और धीरे-धीरे आँख और मस्तिष्क को प्रभावित करता है।
  • शुरूआत में इसकी पहचान करके उचित इलाज किया जा सकता है। घबराएँ नहीं, लक्षण आने पर तुरंत इलाज कराएँ।
  • ब्लैक फंगस के नि:शुल्क उपचार के लिए प्रदेश के भोपाल, इंदौर, ग्वालियर, जबलपुर और रीवा चिकित्सा महाविद्यालयों में इकाइयों का गठन किया गया है। इन इलाकों में उपचार शुरू हो गया है।

क्रमांक/1899/मई-243/मनोज

 

 

 

 

 

 

सभी जिला चिकित्सालयों में स्थापित करें "पोस्ट कोविड वॉर्ड" - स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी

ब्लैक फंगस के लक्षणों पर रखें नजर 

जबलपुर, 18 मई, 2021

स्वास्थ्य मंत्री डॉ. प्रभुराम चौधरी ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान की पहल पर प्रदेश में कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ हुए रोगियों के प्रबंधन के लिए प्रत्येक जिला चिकित्सालय में 'पोस्ट कोविड वॉर्ड' की स्थापना की जा रही है। इस संबंध में सभी कलेक्टर्स, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सिविल सर्जन सह मुख्य अस्पताल अधीक्षक को निर्देश जारी किये गये हैं।

            मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि जिला चिकित्सालय पर स्थापित एक आइसोलेशन वॉर्ड को 10 बिस्तरीय 'पोस्ट कोविड वॉर्ड' स्थापित किया जायेगा। उन्होंने बताया कि 'पोस्ट कोविड वॉर्ड' में कोरोना से ठीक‍हो चुके व्यक्तियों, जिनको अत्यधिक थकान एवं सुस्ती, साँस लेने में कठिनाई, घबराहट के लक्षण, तनाव, अवसाद, जोड़ों में दर्द जैसे लघुकालिक एवं दीर्घ-कालिक लक्षण होते हैं। साथ ही रोध प्रतिरोधक क्षमता की कमी वाले कतिपय व्यक्तियों में ब्लैक फंगस जैसे घातक रोग के लक्षण दिखाई देते हैं। ऐसे व्यक्तियों का इलाज 'पोस्ट कोविड वॉर्ड' में किया जायेगा। मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि 'पोस्ट कोविड वॉर्ड' में भर्ती मरीज का टेम्प्रेचर, ब्लड प्रेशर, श्वसन की मात्रा, ऑक्सीजन की मात्रा की जाँच प्रति 8 घंटे के अंतराल पर सुनिश्चित की जायेगी।

            स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि कोविड-19 संक्रमण की रोकथाम के लिए प्रोटोकॉल अनुसार मास्क का उपयोग, हाथों की स्वच्छता, श्वसन शिष्टाचार, शारीरिक दूरी बनाने संबंधी व्यवहारों का पालन किया जाये। उन्होंने बताया कि आयुष चिकित्सा अधिकारी के परामर्श अनुसार मरीजों को रोग प्रतिरोधक आयुष औषधियों का सेवन कराया जाये, जिसमें आयुष काव्हा, शंशमणि वटि, गिलोय पाउडर, अश्वगंधा पाउडर, मुलैठी पाउडर, गर्म हल्दी दूध, लहसुन हल्दी नमक का सेवन कराया जाये। मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया 'पोस्ट कोविड वॉर्ड' में भर्ती मरीज में ब्लैक फंगस के लक्षण होने पर तत्काल रोगी को नेत्र संभागीय मेडिकल कॉलेज के ई.एन.टी. वॉर्ड में भर्ती किया जाये, जिससे विशेषज्ञों द्वारा उचित उपचार किया जाये। मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि ऐसे मरीजों को परिवहन करने के लिए बी.एल.एस. एम्बुलेंस का उपयोग किया जा सके। एम्बुलेंस उपलब्ध न होने पर अन्य ऐसे वाहन का उपयोग किया जाये, जिसमें ऑक्सीजन सिलेण्डर एवं पल्स ऑक्सीमीटर उपलब्ध हो। साथ ही रोगी के परिवहन के दौरान चिकित्सीय देखभाल के लिए पैरामेडिकल स्टॉफ अनिवार्य रूप से रहे।

            स्वास्थ्य मंत्री डॉ. चौधरी ने बताया कि 'पोस्ट कोविड वॉर्ड' में मरीजों के लिए संतुलित भोजन की व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि 'पोस्ट कोविड वॉर्ड' में मरीजों को व्यायाम कराने के भी निर्देश जारी किये गये हैं, जिससे श्वास नियंत्रण, खाँसी, थकान एवं मानसिक तनाव जैसी बीमारी से मुक्त होने में सहायता मिलेगी।

क्रमांक/1900/मई-244/मनोज

 

 

 

 

 

 

सिटी अस्पताल में नये मरीजों की भर्ती पर रोक

जबलपुर, 18 मई, 2021

आज जिला स्तरीय स्वास्थ्य टीम द्वारा सिटी अस्पताल का निरीक्षण किया गया।  निरीक्षण के दौरान उक्त अस्पताल में 16 मरीज भर्ती हैं जिसमें 14 कोरोना व 2 अन्य बीमारी के मरीज मिले।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ रत्नेश कुररिया ने अस्पताल में मरीजों को उपचार में हो रही असुविधा को ध्यान में रखते हुए सिटी अस्पताल को पत्र जारी कर नये मरीजों की भर्ती पर रोक लगा दी है एवं निर्देश दिये हैं कि वर्तमान में भर्ती सभी मरीजों का विधिवत उपचार हो। भर्ती मरीजो को असुविधा होने पर विभाग द्वारा मध्यप्रदेश राजोउपचार एवं स्थापना अधिनियम 1973 एवं नर्सिंग होम अधिनियम के तहत कार्यवाही की जावेगी ।

क्रमांक/1901/मई-245/उइके

 

अवैध मुरम उत्खनन पर दो हाइवा जब्त

जबलपुर, 18 मई, 2021

बरगी तहसील के ग्राम मंगेली में शासकीय मद की भूमि खसरा नं. 338/1/1 पर आर.के. कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा अवैध रूप से मुरम का उत्खनन किया जा रहा था। जिस पर एसडीएम जबलपुर नम: शिवाय अरजरिया के मार्गदर्शन में उनकी टीम द्वारा मौके पर दो हाइवा एमपी-20 एचबी 8591 और एमपी-20 एचबी 8791 को जब्त कर बरगी थाने में खड़े किये।

क्रमांक/1902/मई-246/उइके

 

रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने वाले तीन और आरोपियों को

छह माह तक जेल में निरूद्ध रखने के आदेश

जबलपुर, 18 मई, 2021

जिला दंडाधिकारी  एवं कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी करने के तीन और आरोपियों को चोरबाजारी निवारण एवं अत्यावश्यक वस्तु प्रदाय अधिनियम के तहत छह माह की अवधि के लिए केन्द्रीय जेल जबलपुर में निरूद्ध रखने के आदेश दिये हैं। इन आरोपियों में अतुल राव शर्मा निवासी ग्राम भटिया जिला दमोह उम्र 24 वर्ष, रामलखन पटैल निवासी सिहोरा उम्र 24 वर्ष एवं विवेक असाठी ग्राम बुढ़ागर थाना गोसलपुर उम्र 24 वर्ष शामिल हैं।

जिला दंडाधिकारी द्वारा तीनों आरोपियों को केन्द्रीय जेल में निरूद्ध करने का यह आदेश पुलिस अधीक्षक से प्राप्त प्रतिवेदन के आधार पर दिया है। तीनों के विरूद्ध रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी का प्रकरण थाना माढ़ोताल में दर्ज किया गया था। आरोपियों में विवेक असाठी दवा कंपनी में एमआर का तथा अतुल राव शर्मा मार्बल सिटी हॉस्पिटल में एवं रामलखन पटैल स्वास्तिक अस्पताल में नर्सिंग का काम करते थे। तीनों को 15 अप्रैल को नेमा हार्ट हॉस्पिटल माढ़ोताल के पास रेमडेसिविर के चार इंजेक्शन अवैध रूप से 77 हजार रुपए में बेचते पकड़ा गया था तथा माढ़ोताल थाने में अपराध पंजीबद्ध किया गया था।

ज्ञात हो कि जिला दंडाधिकारी द्वारा रेमडेसिविर इंजेक्शन की कालाबाजारी के आरोप में कल पांच आरोपियों को चोर बाजारी निवारण एवं आवश्यक वस्तु प्रदाय अधिनियम के तहत छह माह तक केन्द्रीय जेल में निरूद्ध रखने के आदेश दिये गये थे।

क्रमांक/1903/मई-247/जैन

 

एक आरोपी पर की गई एनएसए की कार्यवाही

जबलपुर, 18 मई, 2021

कलेक्टर एवं जिला दंडाधिकारी श्री कर्मवीर शर्मा द्वारा आदतन अपराधी अधारताल निवासी चंदन सिंह को केन्द्रीय जेल में एनएसए के तहत तीन माह की अवधि के लिए निरूद्ध करने का आदेश जारी किया गया है। आरोपी चंदन सिंह पिता बलवंत सिंह उम्र 34 साल निवासी छोटा सांई मंदिर के पास जयप्रकाश नगर थाना अधारताल वर्ष 2004 से अपराधिक गतिविधियों में लिप्त है तथा इस पर कुल 19 अपराध पंजीबद्ध थे।

आरोपी के विरूद्ध अवैध पिस्टल से फायर कर हत्या करने का प्रयास करना, चाकू से मारपीट कर हत्या करने का प्रयास करना, जिला बदर आदेश की अवहेलना कर जिले की सीमा में प्रवेश करना, अवैध रूप से पैसों की मांग कर मारपीट करना, जातिगत रूप से अपमानित करना, विस्फोट करना, अश्लील गालियां देना व जान से मारने की धमकी देना, घर में घुसकर मारपीट करना, रास्ता रोककर मारपीट करना, तोडफ़ोड़ करना, अवैध शस्त्र कब्जे में रखना, विस्फोटक पदार्थ कब्जे में रखना, साथियों के साथ एक राय होकर मारपीट करना तथा कूट रचना कर धोखाधड़ी करना आदि प्रकरण थाना अधारताल में पंजीबद्ध थे।

जिला दंडाधिकारी द्वारा चंदन सिंह को राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम 1980 की धारा 3 (2) के तहत तीन माह के लिए केन्द्रीय जेल जबलपुर में निरूद्ध करने का आदेश पुलिस अधीक्षक से प्राप्त प्रतिवेदन पर जारी किया गया है।

क्रमांक/1904/मई-248/जैन