NEWS -10-05-2021

 

संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर

मध्य प्रदेश शासन

समाचार

कोरोना संक्रमण को रोकने टीम के रूप में काम करना होगामुख्यमंत्री श्री चौहान

जिला आपदा प्रबंधन समिति की मुख्यमंत्री ने ली बैठक

नकली दवाओं का कारोबार करने वालों और कोरोना मरीजों के उपचार में लापरवाही बरतने वाले निजी अस्पतालों पर होगी कठोर कार्यवाही

जबलपुर, 10 मई, 2021

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई में शासन और प्रशासन  के साथ जनप्रतिनिधियों, समाज एवं आम जनता की भागीदारी को भी जरूरी बताते हुये कहा है कि मिलजुलकर ही हम इस वैश्विक महामारी को परास्त कर सकते हैं श्री चौहान आज यहाँ अपने जबलपुर प्रवास के दौरान जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक को संबोधित कर रहे थे

मुख्यमंत्री ने बैठक में स्पष्ट किया कि कोरोना मरीजों के उपचार में लापरवाही बरतने और गड़बड़ी करने वाले अस्पतालों तथा नकली इंजेक्शन एवं दवाओं के कारोबार में लिप्त लोगों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्यवाही की जायेगी मानवता के खिलाफ अपराध करने वाले ऐसे लोगों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जायेगा

कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित इस बैठक में कोरोना पर नियंत्रण को लेकर जिले के प्रभारी बनाये गये सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री श्री अरविंद सिंह भदौरिया, सांसद श्री राकेश सिंह, विधायक श्री अजय विश्नोई, श्रीमती नन्दिनी मरावी, श्री अशोक रोहाणी, श्री सुशील तिवारी इंदू, श्री लखन घनघोरिया, श्री विनय सक्सेना, श्री तरुण भनोत, डॉ जीतेन्द्र जामदार, संभागायुक्त बी चंद्रशेखर, आई जी पुलिस बी एस चौहान, कलेक्टर कर्मवीर शर्मा एवं पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा भी मौजूद थे

मुख्यमंत्री ने बैठक में पिछले कुछ दिनों से प्रदेश में कोरोना के प्रकरणों में आई कमी का उल्लेख करते हुये कहा कि इस महामारी से आम जनता को बचाने में सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने सभी राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों से कहा कि कोरोना के खिलाफ लड़ाई में एक टीम के रूप में काम करना होगा और जबलपुर तथा प्रदेश को कोरोना से मुक्त करना होगा उन्होंने कहा कि वे एक सकारात्मक सोच के साथ क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी में शामिल सभी राजनैतिक दलों के प्रतिनिधियों से चर्चा करने और कोरोना के खिलाफ लड़ाई में उनका सहयोग लेने जबलपुर आये हैं।

मुख्यमंत्री ने बैठक जबलपुर जिले में कोरोना पर नियंत्रण के लिये किये जा रहे प्रयासों पर संतोष व्यक्त करते हुये कोरोना की तीसरी लहर की जताई जा रही संभावनाओं को देखते हुये अभी से तैयारियां प्रारंभ करने की बात कही। उन्होंने कहा कि भविष्य को ध्यान में रखते हुये ऑक्सीजन और आईसीयू बेड की संख्या बढ़ाने की दिशा में अभी से काम करना होगा। श्री चौहान ने ग्रामीण क्षेत्रों में भी इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता बताते हुये कहा कि विधायकों को अपने-अपने क्षेत्र में इसकी अगुवाई करनी होगी।

मुख्यमंत्री ने बैठक में आयुष्मान कार्डधारी कोरोना संक्रमितों को समुचित उपचार कराने पर विशेष ध्यान दिये जाने के निर्देश जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में अधिकारियों को दिये। उन्होंने सभी पात्र व्यक्तियों के आयुष्मान कार्ड तत्काल बनाने की बात भी कही ताकि गरीब और मध्यम वर्ग के कोरोना संक्रमितों का अनुचित और निजी अस्पतालों में नि:शुल्क उपचार हो सके। उन्होंने जबलपुर जिले में पात्र व्यक्तियों के आयुष्मान कार्ड बनाने के कार्य के प्रति भी संतोष व्यक्त किया।

            मुख्यमंत्री ने बैठक में किल कोरोना अभियान पर चर्चा करते हुये ग्रामीण क्षेत्रों में इसके प्रभावी क्रियान्वयन के लिये शासकीय अमले के साथ स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं को जोडे जाने की जरूरत बताई। ताकि इनकी मदद से घर-घर सर्वे के दौरान सर्दी-खांसी, बुखार से पीड़ित ज्यादा से ज्यादा लोगों को चिन्हित किया जा सके और दवाओं की किट देकर समय पर उनका उपचार शुरू किया जा सके।

श्री चौहान ने बैठक में जिले में कोरोना के टीके लगाने के कार्य में हुई प्रगति पर चर्चा करते हुये कहा कि वैक्सीन का एक भी डोज व्यर्थ जाये यह सभी को सुनिश्चित करना होगा। उन्होंने कहा कि 18 वर्ष से अधिक आयु के युवाओं को कोरोना की वैक्सीन लगाने का खर्च सरकार वहन करेगी। सरकार की कोशिश है कि युवाओं को जितनी जल्दी हो सके कोरोना की वैक्सीन लगाई जाये। इसके लिये जरूरत के मुताबिक वैक्सीन के आर्डर भी दिये जा चुके है और जल्दी ही निर्माता कंपनियों से वैक्सीन मिलना शुरू भी हो जायेगी। मुख्यमंत्री ने वैक्सीन को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में फैलाई जा रही भ्रांतियों और अफवाहों को दूर करने जागरूकता अभियान चलाने की बात कही।

            बैठक में आपदा प्रबंधन समिति के सदस्यों द्वारा कोरोना संक्रमण की रोकथाम को लेकर कई महत्वपूर्ण सुझाव भी दिये गये। सांसद राकेश सिंह ने आयुष्मान योजना को नये स्वरूप में लागू कर आयुष्मान कार्डधारियों को निजी अस्पतालों में नि:शुल्क उपचार दिये जाने के निर्णय के लिये जबलपुर जिले की जनता की ओर से मुख्यमंत्री का आभार जताया। बैठक में मुख्यमंत्री द्वारा गरीबों को तीन माह का नि:शुल्क राशन देने के लिये गये निणर्य की सराहना भी की गई। मुख्यमंत्री ने बैठक में कहा कि गरीबों को तीन माह का एक मुश्त राशन उपलब्ध कराने की इस योजना का सभी गरीबों को लाभ मिले। इसके लिये पात्र व्यक्तियों का तत्काल राशन कार्ड बनायें जायें। ताकि घरेलू कामकाजी महिलाओं, रिक्शा चालकों, हाथ-ठेला चालकों को भी राशन मिल सके।

            बैठक के प्रारंभ में जबलपुर जिले में कोरोना नियंत्रण के लिये किये जा रहे उपायों के बारे में कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने प्रजेण्टेशन दिया। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ दिनों में जबलपुर जिले में पॉजिविटी रेट 29 फीसदी से गिरकर करीब 15 फीसदी हो गया है और रिकवरी रेट बढ़कर 87 प्रतिशत हो गया है। कलेक्टर ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में किल कोरोना अभियान के तहत घर-घर किये जा रहे सर्वे के फलस्वरूप भी कोरोना को रोकने की दिशा में अच्छे परिणाम देखने में रहे है। बैठक में पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा ने कोरोना कर्फ्यू और लॉकडाउन का उल्लंघन करने वालों तथा नकली दवाओं एवं इंजेक्शन का कारोबार करने वालों के खिलाफ पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही की जानकारी दी।

क्रमांक/1779/मई-123/जैन

 

            ब्लॉक, ग्राम स्तरीय एवं नगरीय वार्ड में संकट प्रबंधन समूह गठन के निर्देश

एसीएस गृह ने कलेक्टर्स को लिखा पत्र 

जबलपुर, 10 मई, 2021

राज्य सरकार द्वारा निर्णय लिया गया है कि कोविड-19 महामारी के संक्रमण को प्रभावी रूप से रोकने के लिये ब्लॉक स्तरीय, ग्राम स्तरीय एवं नगरीय क्षेत्रों में वार्ड स्तरीय संकट प्रबंधन समूहों का गठन किया जाये। जिला स्तर पर पूर्व में ही जिला संकट प्रबंधन समूह गठित है और उनके द्वारा कोरोना वायरस संक्रमण के रोकथाम एवं बचाव के लिये सक्रिय भूमिका निभाई जा रही है।

अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजेश राजोरा ने कोविड-19 महामारी के संक्रमण को प्रभावी रूप से रोकने के लिये जिला कलेक्टर्स को पत्र लिखकर ब्लॉक स्तरीय, ग्राम स्तरीय एवं नगरीय क्षेत्रों में वार्ड स्तरीय संकट प्रबंधन समूहों के गठन के निर्देश दिये हैं। इन समूहों द्वारा ब्लॉक, ग्राम एवं नगरीय वार्ड स्तर पर कोरोना वायरस संक्रमण से उत्पन्न आपात स्थिति के नियंत्रण के लिये राज्य सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के प्रभावी क्रियान्वयन और कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिये सामाजिक सहभागिता सुनिश्चित करने की कार्यवाही की जायेगी।

विकासखण्ड संकट प्रबंधन समूह

डॉ. राजोरा ने बताया कि विकासखण्ड संकट प्रबंधन समूह में अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) अध्यक्ष होंगे। इस समूह में अनुविभागीय अधिकारी (पुलिस), मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत, ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर, विकासखण्ड मुख्यालय के नगरीय क्षेत्र के आयुक्त के प्रतिनिधि अथवा मुख्य नगर पालिका अधिकारी, प्रोजेक्ट ऑफिसर महिला एवं बाल विकास विभाग, क्षेत्रीय सांसद एवं विधायक द्वारा नियुक्त प्रतिनिधि, कलेक्टर द्वारा नामांकित विकासखण्ड के जन-प्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक और स्वयंसेवी संगठन सदस्य होंगे।

ग्राम संकट प्रबंधन समूह

डॉ. राजोरा ने कहा कि प्रत्येक गाँव में ग्राम संकट प्रबंधन समूह का गठन किया जाये। ग्राम संकट प्रबंधन के समूह के अध्यक्ष ग्राम पंचायत की प्रशासनिक समिति के अध्यक्ष होंगे। ग्राम पंचायत के सचिव, जन अभियान परिषद, महिला स्व-सहायता समूह, राजनैतिक और सामाजिक कार्यकर्त्ता, प्रशासनिक समिति के संबंधित ग्राम में निवासरत सदस्य, ग्राम रोजगार सहायक, आशा कार्यकर्त्ता, आंगनवाड़ी कार्यकर्त्ता, आंगनवाड़ी सहायिका और ग्राम के कोटवार/पटेल समूह के सदस्य होंगे।

नगरीय क्षेत्रों में वार्ड संकट प्रबंधन समूह

नगरीय क्षेत्रों में वार्ड वार संकट प्रबंधन समूह के गठन के निर्देश दिये गए हैं। डॉ. राजोरा ने बताया कि नगरीय क्षेत्रों में वार्ड संकट प्रबंधन समूह में वार्ड प्रभारी अधिकारी अध्यक्ष होंगे। क्षेत्रीय सांसद एवं विधायक द्वारा नियुक्त प्रतिनिधि, नगर निगम आयुक्त, मुख्य नगर पालिका अधिकारी द्वारा नामांकित जन-प्रतिनिधि, सामाजिक संगठन के प्रतिनिधि, वार्ड के प्रतिष्ठित निजी चिकित्सक, स्वयंसेवी संगठन, जन अभियान परिषद, राजनैतिक एवं सामाजिक संगठन के कार्यकर्ता महिला स्व-सहायता समूह सदस्य होंगे।

अपर मुख्य सचिव गृह डॉ. राजोरा ने बताया कि ब्लॉक संकट प्रबंधन समूह के आदेश जिला कलेक्टर, नगरीय वार्ड संकट प्रबंधन समूह के आदेश सम्बन्धित आयुक्त नगर निगम, मुख्य नगर पालिका अधिकारी और ग्राम संकट प्रबंधन समूह के आदेश मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जनपद पंचायत द्वारा जारी किए जायेंगे। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि उक्त समूहों की माह में कम से कम एक बैठक हो। उनके द्वारा सतत इन समूहों के कार्य की समीक्षा भी सुनिश्चित की जायेगी। श्री राजोरा ने बताया कि पूर्व में ब्लॉक, वार्ड और ग्राम स्तर पर गठित संकट प्रबंधन समूह इस आदेश से गठित समूहों में समाहित होंगें।

क्रमांक/1780/मई-124/मनोज

 मुख्यमंत्री ने 500 बिस्तर के नवनिर्मित कोविड केयर सेंटर का किया निरीक्षण

जबलपुर, 10 मई, 2021

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज सोमवार को यहां जबलपुर शहर के माढ़ोताल क्षेत्र में हाल ही में राज्य शासन और जनसहयोग से निर्मित 500 बिस्तरों की क्षमता वाले अस्थाई कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण किया। वीरांगना रानी दुर्गावती के नाम पर नवनिर्मित इस अस्थाई कोविड केयर सेंटर को जिला प्रशासन, जनप्रतिनिधियों और समाज के सहयोग से तैयार किया गया है। इस कोविड केयर सेंटर में एसिम्टोमेटिक और माइल्ड लक्षणों वाले कोरोना मरीजों का नि:शुल्क उपचार और देखभाल की जायेगी।

मुख्यमंत्री के कोविड केयर सेंटर के निरीक्षण के दौरान प्रदेश के सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री अरविंद सिंह भदौरिया, सांसद राकेश सिंह सहित विधायकगण श्रीमती नंदिनी मरावी, अशोक रोहाणी और सुशील तिवारी इंदू मौजूद रहे।

जनसहयोग का उत्तम उदाहरण

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना महामारी के इस दौर में संक्रमित लोगों के इलाज के लिए सरकार, जबलपुर की जनता और समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग से बना यह कोविड केयर सेंटर सामाजिक सहभागिता का उत्तम उदाहरण है।

मुख्यमंत्री ने सर्वसुविधायुक्त कोविड केयर सेंटर तैयार करने में भागीरथी प्रयास के लिए सांसद सहित विधायकों, जिला प्रशासन के अधिकारियों, चिकित्सकों, समाजसेवियों और जबलपुर की जनता को हृदय से बधाई देते हुए कहा कि यहां मरीजों को अच्छा और बेहतर उपचार मिल सकेगा। मुख्यमंत्री ने बताया कि यहां शासकीय व निजी अस्पतालों के डॉक्टर्स और नर्सिंग स्टॉफ बारी-बारी से मरीजों का उपचार करेंगे। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में अलग-अलग स्थानों में ऐसे कोविड केयर सेंटर बनाये जा रहे हैं।

सर्वसुविधायुक्त है सेंटर

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सर्वसुविधायुक्त चिकित्सा व्यवस्था से युक्त एयरकूल्ड कोविड केयर सेंटर के लिए जिला प्रशासन के प्रयासों की सराहना की। इस दौरान मुख्यमंत्री को कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने बताया कि प्रारंभिक लक्षणों वाले जिन कोरोना संक्रमितों के घर में आइसोलेशन की व्यवस्था नहीं है, वे मरीज यहां भर्ती हो सकेंगे। कलेक्टर ने यहां ऑक्सीजन सपोर्टेड बिस्तरों और ऑक्सीजन कसंट्रेटर की उपलब्धता की जानकारी दी। कलेक्टर ने बताया कि यहां पैथालॉजी और एक्स-रे सहित भोजन व उपचार की नि:शुल्क व्यवस्था रहेगी।

इस दौरान संभागायुक्त बी. चंद्रशेखर, पुलिस महानिरीक्षक बीएस चौहान, कलेक्टर कर्मवीर शर्मा, पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा, नगर निगम आयुक्त संदीप जीआर, डॉ. जितेन्द्र जामदार और एसडीएम नम: शिवाय अरजरिया सहित सीएमएचओ डॉ. रत्नेश कुररिया उपस्थित थे।

क्रमांक/1781/मई-125/मनोज श्रीवास्तव

 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर

डॉक्टर्स, नर्सेस व पैरामेडिकल स्टॉफ से किया संवाद

जबलपुर, 10 मई, 2021

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी कक्ष से मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल व अन्य हॉस्पिटल जो कोविड का इलाज कर रहे हैं उनके संचालकों से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से चर्चा की। इस दौरान सहकारिता एवं लोक सेवा प्रबंधन मंत्री श्री अरविंद भदौरिया, विधायक श्री अजय विश्नोई, कमिश्नर श्री बी. चंद्रशेखर, आईजी श्री बीएस चौहान, कलेक्टर श्री कर्मवीर शर्मा, पुलिस अधीक्षक श्री सिद्धार्थ बहुगुणा और नर्सिंग एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ जितेंद्र जामदार उपस्थित थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सभी डॉक्टर्स, नर्सेस व पैरामेडिकल स्टॉफ से कहा कि मैं आपके संस्कारधानी में आया हूं । आप परिश्रम, समर्पण व मेहनत से कोविड महामारी से लड़ रहे हैं । आप असली कोविड योद्धा हैं। संक्रमण के खिलाफ दिन-रात युद्ध कर रहे हैं । कई लोग कई दिनों से अपने परिवार से नहीं मिले हैं। महामारी के खिलाफ आपका योगदान अभिनंदनीय है। आपके बिना यह लड़ाई नहीं जीती जा सकती।

उन्होंने कहा कि सभी मिलकर इस लड़ाई को लड़ें। दूसरी लहर के खिलाफ लड़ते हुये, आवश्यक स्वास्थ्य सुविधा देने में सफल रहे हैं। इसके फलस्वरूप व्यवस्थायें धीरे-धीरे बेहतर हुई है। जबलपुर को 17- 18 जिलों के मरीजों का भार भी वहन करना पड़ रहा है।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि इलाज निशुल्क हो, इस दिशा में कार्य करें। इसके लिये  कुछ अनुबंधित अस्पताल भी हैं, इसके साथ ही आयुष्मान भारत योजना अंतर्गत भी गरीबों का निशुल्क इलाज करें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा की वैक्सीन को लेकर जो भ्रम है उसे समाप्त कर लोगों को जागरूक करें। जो संक्रमित हैं उन्हें होम आइसोलेट करें और होम आइसोलेशन वालों को कोविड कमांड सेंटर से  फोन के माध्यम से नियमित तौर पर स्वास्थ्य संबंधी सलाह दें। इसके साथ ही उन्होंने ब्लैक फंगस जैसे आंख की बीमारी के संबंध में कहा कि इसमें कौन सी दवाई कारगर है, विशेषज्ञ और चिकित्सक इस बारे विचार करें और सुझाव दें। उन्होंने कहा कि आईसीएमआर और भारत सरकार भी इस संबंध में राज्य शासन के संपर्क में हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड के खिलाफ लड़ाई लंबी हो सकती है तीसरी लहर भी आ सकती है, अतः सभी चिकित्सक और इससे जुड़े लोगों से उन्होंने कहा कि इस दिशा में आवश्यक तैयारी कर लें। वीडियों कांफ्रेसिंग में डॉ. राजेश धीरावाणी, डॉ. पवन स्थापक व डॉ.  जितेन्द्र भार्गव आदि उपस्थित रहे।

क्रमांक/1782/मई-126/उइके

 मुख्यमंत्री श्री चौहान का दोपहर हुआ जबलपुर आगमन

जबलपुर, 10 मई, 2021

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जबलपुर में कोविड प्रबंधन की समीक्षा करने आज  राजकीय विमान से दोपहर 1.15 बजे डुमना एयरपोर्ट पहुँचे। कोरोना प्रोटोकॉल को ध्यान में रखते हुये सोशल डिस्टेंसिग का पालन करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जनप्रतिनिधियों व अधिकारियों से विमानतल पर उनके स्वागत व अगवानी  के लिए डुमना विमानतल नही आने के निर्देश दिये थे। इसी के परिपालन में जिला प्रशासन की ओर से मुख्यमंत्री श्री चौहान के अगवानी के लिए रांझी एसडीएम श्रीमती दिव्या अवस्थी और केवल सहित सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े अधिकारी ही  वहाँ मौजूद थे।

क्रमांक/1783/मई-127/उइके

 

सभी अस्पतालों की फायर और लिफ्ट सेफ्टी आडिट 7 दिन में करायें

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री सिंह ने दिये अधिकारियों को निर्देश 

जबलपुर, 10 मई, 2021

नगरीय विकास एवं आवास मंत्री श्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा है कि कोविड-19 के वर्तमान संक्रमण के परिप्रेक्ष्य में शासकीय एवं निजी अस्पतालों में मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। इसके कारण बिजली खपत का लोड भी बढ़ा होगा। वर्तमान परिस्थिति में अग्नि और लिफ्ट सुरक्षा का महत्व और बढ़ जाता है। इस दृष्टि से म.प्र. भूमि विकास नियम, 2012 के नियम-87 (5) के परिप्रेक्ष्य में सभी शासकीय व निजी अस्पतालों की फायर ऑडिट और लिफ्ट सेफ्टी ऑडिट 7 दिन में करवाकर रिपोर्ट भेजें। उन्होंने कहा है कि फायर और लिफ्ट सेफ्टी ऑडिट में जो भी कमियाँ पाई जाए, उसके बारे में संबंधित अस्पताल संचालक को लिखित में पूर्ति के लिये भी सूचित करें। इस संबंध में जरूरी निर्देश पूर्व में जारी किये जा चुके हैं।

उल्लेखनीय है कि 'अस्पताल एवं नर्सिंग होम्स' नेशनल बिल्डिंग कोड 2016 के भाग-04 अनुसार ' इन्स्टीटयूशनल बिल्डिंग्स' की श्रेणी अंतर्गत आते हैं, और इन अस्पताल एवं नर्सिंग होम्स में फायर सेफ्टी मेजर्स के प्रावधान यथा टाईप, हाईट और एरिया नियमानुसार प्रावधानित किये जाते हैं। उदाहरणस्वरूप 15 मीटर से कम हाईट एवं 1000 वर्ग मीटर से कम क्षेत्रफल वाले अस्पताल एवं नर्सिंगहोम के लिए फायर एक्सटींग्यूशर एवं 5000 लीटर पानी की क्षमता का टेरेस टैंक स्थापित किया जाना आवश्यक है। इसी प्रकार अन्य श्रेणी हेतु भी स्पष्ट प्रावधान किये गये हैं।

सक्षम प्राधिकारियों द्वारा फायर इंजीनियर और इंजीनियर निर्माता कम्पनी का रजिस्ट्रेशन कराया जाना है। यदि किसी निकाय में फायर इंजीनियर / लिफ्ट इंजीनियर का रजिस्ट्रेशन नहीं हो सका है तो संबंधित नगरीय निकाय में पदस्थ योग्यताधारी सक्षम फायर अधिकारी अथवा ई-नगर पालिका पोर्टल www.mpenagarpalika.gov.in पर दर्ज 17 फायर कंसल्टेन्टों की सूची में से किसी भी फायर इंजीनियर से फायर ऑडिट का कार्य कराने के साथ-साथ निकाय के इलेक्ट्रीकल इंजीनियर व संबंधित क्षेत्र के भवन अधिकारी का भी दल गठित कर नियम-83(7) के परिप्रेक्ष्य में लिफ्ट ऑडिट का कार्य 7 दिन के अन्दर कराया जाए। अर्थात दिनांक 17 मई 2021 तक ऑडिट पूर्ण कर पालन प्रतिवेदन ई-मेल आई.डी. ranbir@mpurban.gov.in पर अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराया जाना सुनिश्चित करें।

संभागीय संयुक्त संचालक अपने संभाग के निकायों में इन निर्देशों के पालन की सतत मॉनिटरींग कर पूर्ति सुनिश्चित करें और निर्धारित प्रपत्र में संभागवार पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करें। इस संबंध में किसी प्रकार की तकनीकी सलाह के लिये श्री एल.एस. बघेल परियोजना प्रबंधक (मोबाईल नं. 9425015429) से संपर्क करें। अंकेक्षण में पाई गई कमियों को समय-सीमा में दूर करने की लिखित सूचना अस्पताल संचालको को दी जाए। इसका पालन प्रतिवेदन भी समय-सीमा में लिया जाए।

क्रमांक/1784/मई-128/मनोज

 

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने स्थानीय कार्यक्रम में शामिल होने के बाद शाम 5.30 बजे भोपाल रवाना हुए

जबलपुर, 10 मई, 2021

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान जबलपुर में कोविड प्रबंधन की समीक्षा करने आज  राजकीय विमान से दोपहर 1.15 बजे डुमना एयरपोर्ट पहुँचे। श्री चौहान कलेक्ट्रेट कार्यालय में जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक व मेडीकल कॉलेज हॉस्पिटल एवं अन्य अस्पताल जो कोविड का इलाज कर रहे हैं उनके संचालकों से वीडियो कांफ्रेंस व रानी दुर्गावती कोविड केयर सेंटर के अवलोकन के बाद शाम 5.30 बजे जबलपुर स्थित डुमना एयरपोर्ट से भोपाल के लिए प्रस्थान किये।

क्रमांक/1785/मई-129/उइके

 

गांवों को कोरोना मुक्त करने चलायें अभियान: श्री चौहान

मुख्यमंत्री ने ली ग्रामीण क्षेत्र की विधानसभावार

गठित आपदा प्रबंधन समिति की बैठक

जबलपुर, 10 मई, 2021

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गांवों को कोरोना के संक्रमण से मुक्त करने अभियान चलाने की जरूरत बताते हुए कहा है कि विधायकों की अगुवाई में गठित विधानसभा स्तरीय क्राइसिस मैनेजमेंट कमेटी अपने क्षेत्र के गांवों को संक्रमण मुक्त बनाने के लिए पूरी सक्रियता से कार्य करें और ग्राम स्तरीय आपदा प्रबंधन समितियों का भी मार्गदर्शन करे। श्री चौहान ने कहा कि गांवों को कोरोना मुक्त करने की जिम्मेदारी स्थानीय जनप्रतिनिधियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं को लेनी होगी तथा उन्हें किल कोरोना अभियान के तहत डोर टू डोर सर्वे में लगे शासकीय अमले को कोरोना संदिग्धों की पहचान करने में सहयोग करना होगा।

मुख्यमंत्री श्री चौहान आज यहां कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिले के ग्रामीण क्षेत्र में विधायकों के नेतृत्व में गठित विधानसभावार आपदा प्रबंधन समिति के सदस्यों को संबोधित कर रहे थे। बैठक में प्रभारी मंत्री श्री अरविंद सिंह भदौरिया, सांसद श्री राकेश सिंह, विधायक श्री अजय विश्नोई, श्रीमती नंदिनी मरावी, श्री सुशील तिवारी इंदू एवं श्री संजय यादव भी मौजूद थे।

मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बैठक में जबलपुर जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए किये जा रहे प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इन्हीं प्रयासों के फलस्वरूप जबलपुर जिले के कई गांव कोरोना से अछूते रहे हैं। उन्होंने इसके लिए गांवों के लोगों में आई जागरूकता को भी श्रेय दिया। मुख्यमंत्री ने बैठक में उन गांवों को भी कोरोना के संक्रमण से मुक्त करने की रणनीति बनाने की जरूरत बताई जहां कोरोना के प्रकरण अभी भी सामने आ रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने बैठक में कोरोना की संक्रमण की चेन को रोकने फिजिकल डिस्टेसिंग और मास्क लगाने को अनिवार्य बताते हुए कहा कि हर व्यक्ति इन नियमों का अनिवार्य रूप से पालन करे। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के विरूद्ध जंग में शासन के द्वारा तय की गई रणनीति पर सख्ती से अमल करना होगा। उन्होंने कहा कि गांवों में संक्रमण को रोकने विधानसभावार और ग्रामवार गठित आपदा प्रबंधन समितियां अपने स्तर पर भी प्रतिबंध लगाने का निर्णय ले सकती हैं। श्री चौहान ने जिले के उन गांवों की तारीफ भी की जहां स्थानीय निवासियों द्वारा स्वप्रेरणा से कोरोना कफ्र्यू लगाया गया और आवागमन को प्रतिबंधित किया गया है।

श्री चौहान ने ग्रामीण क्षेत्र में कोरोना वैक्सीन लगाने के कार्य में हुई प्रगति का ब्यौरा भी बैठक में लिया। उन्होंने कोरोना वैक्सीन को लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में फैली भ्रांतियों को दूर करने की जरूरत बताई। श्री चौहान ने कहा कि लोगों को यह बताया जाये कि वैक्सीन ही कोरोना से सुरक्षा का एकमात्र उपचार है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिन गांवों में कोरोना के मरीज अधिक मिल रहे हैं यहां मनरेगा के कार्य एक सप्ताह के लिए स्थगित भी किये जा सकते हैं। उन्होंने गांवों में मिलने वाले कोरोना संक्रमितों को समीप के कोविड केयर सेंटर तथा कोरोना संदिग्धों को गांव में बनाये गये क्वारंटीन सेंटर पहुंचाने के निर्देश भी दिये।

मुख्यमंत्री ने ग्रामीण क्षेत्र में विधानसभावार गठित आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में कोरोना से लडऩे सभी से एकजुट होने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि यह संकट की स्थिति जिसमें सभी को मिलजुलकर लडऩा है। यदि हम गांवों को कोरोना से मुक्त कर सके तो जबलपुर जिला भी जल्दी ही कोरोना से मुक्त होगा। उन्होंने पिछले कुछ दिनों में जबलपुर शहर और जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना के प्रकरणों में आई कमी पर भी प्रसन्नता व्यक्त की। साथ ही आगाह भी किया कि यदि हम लापरवाह या असावधान रहे तो कोरोना का यह संकट हमें फिर से परेशान कर सकता है।

बैठक में संभागायुक्त बी चंद्रशेखर, आईजी पुलिस बीएस चौहान, कलेक्टर कर्मवीर शर्मा, पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा, जिला पंचायत सीईओ रिजु बाफना, अपर कलेक्टर हर्ष दीक्षित एवं राजेश बाथम, नगर निगम आयुक्त संदीप जीआर, डॉ. जीतेन्द्र जामदार, श्री रानू तिवारी, श्री शशिकांत सोनी भी मौजूद थे। वही जनपद पंचायत स्तर के अधिकारी व्हीसी के माध्यम से इस बैठक से जुड़े थे।

क्रमांक/1786/मई-130/जैन