NEWS -24-06-2020- A


संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार

रानी दुर्गावती के समाधि में कलेक्‍टर श्री यादव व पुलिस
अधीक्षक श्री बहुगुणा ने श्रद्धासुमन अर्पित किये
जबलपुर 24 जून 2020
     कलेक्‍टर श्री भरत यादव व पुलिस अधीक्षक श्री सिद्धार्थ बहुगुणा ने आज नर्रई नाला के समीप स्थित रानी दुर्गावती के समाधि स्‍थल पहुंच कर पुष्‍पांजलि अर्पित की तथा उनके शौर्य व बलिदान को नमन किया।
      इस अवसर पर स्‍थानीय गणमान्‍य नागरिकों ने समाधि स्‍थल के जीर्णोद्वार व नवीनीकरण के साथ पेयजल, स्‍ट्रीट लाइट, रानी दुर्गावती की मूर्ति के ऊपर छतरी, रैनबसेरा की व्‍यवस्‍था करने की मांग की । कलेक्‍टर श्री यादव ने समाधि स्‍थल के पास स्थित केंटीन को अपडेट कर रेनबसेरा बनाने के निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिये। साथ ही सहायक आयुक्‍त आदिवासी विकास को निर्देशित किया कि वे समाधि स्‍थल के जीर्णोद्वार व नवीनीकरण से संबंधित प्रस्‍तावों को तैयार कर प्रस्‍तुत करे।
क्रमांक/5018/जून-341/उइके

वीरांगना रानी दुर्गावती के त्‍याग व बलिदान हो याद कर केन्‍द्रीय इस्‍पात राज्‍यमंत्री श्री कुलस्‍ते और सांसद राकेश सिंह ने अर्पित किया श्रृद्धा सुमन

जबलपुर 24 जून 2020
     वीरांगना रानी दुर्गावती ने 456 वॉं बलिदान दिवस आज सोशल डिस्‍टेंसिंग के साथ श्रृद्धापूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर केन्‍द्रीय इस्‍पात राज्‍यमंत्री श्री फग्‍गन सिंह कुलस्‍ते, सांसद श्री राकेश सिंह, विधायक सिहोरा श्रीमती नंदनी मरावी, पनागर विधायक श्री सुशील तिवारी सहित अन्‍य गणमान्‍य जनप्रतिनिधि नरई नाला के समीप स्थित महारानी दुर्गावती के समाधि स्‍थल पर पहुंचकर श्रृद्धा सुमन अर्पित कर उनके शौर्य व बलिदान को याद किया। श्री कुलस्‍ते ने इस अवसर पर कहा कि वीरांगना दुर्गावती के पूर्वजों का इतिहास लम्‍बा व गौरवपूर्ण है वे स्‍वयं 15 वर्षों तक गढ़ा मंडला की शासिका रही और वर्तमान जबलपुर जिसके केन्‍द्र में था। उन्‍होंने मातृभूमि⃻की रक्षा के लिये युद्ध करते - करते नरई नाला के समीप स्‍वाभिमान के साथ बलिदान हो गई, उसके बलिदान व गौरवगाथा आज सभी के लिये प्रेरणादायक है। सांसद श्री राकेश सिंह ने भी अपने उद्बोधन में कहा कि इतिहास के पन्‍नों में वीरांगना रानी दुर्गावती की गौरवगाथा अंकित है, वह किसी के अधीन न रहकर स्‍वाभिमान के साथ युद्ध करते-करते बलिदान हो गई। महाकौशल क्षेत्र के रहने वाले उनके ऋणी है। क्‍योंकि उन्‍होंने अनेक तालाबों व जल संरचनाओं के निर्माण पर विशेष काम किया। जिससे उनके समानता व परोपकार का भाव निहित था वह रानी होकर भी सभी वर्गों के कल्‍याण के लिये कंधा से कंधा मिलाकर कार्य की। उन्‍होंने कहा कि इस पवित्र भूमि की पवित्रता को अक्षुण बनाये रखें क्‍योंकि हम उनके गौरव गाथा से गौरवान्वित महसूस करते है।
क्रमांक/5019/जून-342/उइके

कलेक्‍टर ने जॉय सीनियर सेकेण्‍ड्री स्‍कूल के प्रबंधक
व प्राचार्य से किया स्‍पष्‍टीकरण तलब
जबलपुर 24 जून 2020
कलेक्‍टर भरत यादव ने जॉय सीनियर सेकेण्‍ड्री स्‍कूल विजयनगर के प्रबंधक और प्राचार्य से फीस के संबंध में अभिभावक के साथ बातचीत के सोशल मीडिया पर जारी वीडियो के संबंध में तीन दिवस के भीतर स्‍पष्‍टीकरण देने का निर्देश दिया है।    
      स्‍पष्‍टीकरण देने के लिये कलेक्‍ट्रेट कार्यालय से जारी पत्र में कहा गया है कि 23 जून से सोशल मीडिया पर जॉय सीनियर सेकेण्‍ड्री स्‍कूल विजयनगर की प्राचार्य और अभिभावक के बीच चर्चा के दौरान, पूरी फीस जमा करने के संबंध में बहस की जा रही है। जिसमें आपत्तिजनक शब्‍दों का प्रयोग भी किया जा रहा है, यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से चल रहा है।
      कलेक्‍टर श्री यादव ने प्रबंधन को जारी पत्र में उल्‍लेखित किया है कि, राज्‍य शासन के स्‍कूल शिक्षा विभाग ने निर्देशित किया था कि वर्तमान शैक्षणिक सत्र 2020-21 के लिये अशासकीय विद्यालयों द्वारा लॉकडाउन अवधि में मात्र शिक्षण शुल्‍क प्रभारित किया जा सकेगा, इसके अतिरिक्‍त अन्‍य किसी भी प्रकार का शुल्‍क नहीं लिया जायेगा। लेकिन राज्‍य शासन द्वारा तदाशय का आदेश जारी करने के बाद भी आपके द्वारा अभिभाव‍क पर पूरी फीस जमा करने का दबाब दिया जा रहा है। इसलिये इस संबंध में तीन दिन के भीतर संस्‍था अपना स्‍पष्‍टीकरण प्रस्‍तुत करे।
क्रमांक/5020/जून-343/मनोज

जिले में अब तक 75.5 मिलीमीटर औसत वर्षा दर्ज
सिहोरा में हुई है अब तक सर्वाधिक बारिश
जबलपुर 24 जून 2020
     जिले में एक जून से अब तक 75.5 मिलीमीटर औसत वर्षा रिकार्ड की गई है। अब तक सर्वाधिक बारिश का रिकार्ड 95.2 मिलीमीटर सिहोरा तहसील में दर्ज की गई है। जबकि पिछले साल इसी अवधि के दौरान मात्र 24.7 मिलीमीटर औसत वर्षा हुई थी।
      अधीक्षक भू-अभिलेख द्वारा दी गई जानकारी के मुताबिक इस साल अब तक वर्षामापी केन्‍द्र जबलपुर में 70.1 मिलीमीटर, पनागर में 64.9 मिलीमीटर, कुण्‍डम में 86.4 मिलीमीटर और पाटन में 48.4 मिलीमीटर वर्षा रिकार्ड की गई। इसी प्रकार शहपुरा वर्षामापी केन्‍द्र में अब तक 68.9 मिलीमीटर, सिहोरा में 95.2 मिलीमीटर और मझौली में 94.3 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई।
क्रमांक/5021/जून-344/मनोज
प्रदेश में एक जुलाई से संचालित होगा "किल कोरोना अभियान"
सभी का सहयोग प्राप्त कर करें कोविड-19 का खात्मा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने दिए निर्देश
मार्च में एक लैब थी, आज 27 लैब कार्य कर रही हैं, जागरूकता बढ़ाने कोविड मित्र करेंगे कार्य 
जबलपुर 24 जून 2020
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में एक जुलाई से किल कोरोना अभियान चलाया जाएगा। भोपाल से अभियान की शुरुआत की जाएगी। प्रदेश के सभी जिलों में वायरस नियंत्रण और स्वास्थ्य जागरूकता के इस महत्वपूर्ण अभियान में सरकार और समाज साथ-साथ कार्य करेंगे। किल कोरोना अभियान प्रत्येक परिवार को कवर करेगा। इसके लिए दल गठित किए जा रहे हैं। कोविड मित्र भी बनाये जायेंगे, जो स्वैच्छिक रूप से इस अभियान के लिये कार्य करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज कमिश्नर-कलेक्टर की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग में निर्देश दिए कि वे इस अभियान के लिए आवश्यक तैयारियाँ अभी से प्रारंभ कर दें। देश के इस अनूठे और बड़े अभियान के संचालन से अन्य प्रदेशों तक भी एक सार्थक संदेश पहुंचेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि जिलों और संभागों में आईजी और कमिश्नर्स भी कोरोना नियंत्रण पर निगाह रखें। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के करीब 14 हजार महिला और पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं पर सर्वे कार्य की अहम जिम्मेदारी रहेगी। कॉन्फ्रेंस में स्वास्थ्य और गृह मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्र, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस, अपर मुख्य सचिव लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण श्री मोहम्मद सुलेमान, प्रमुख सचिव श्री फैज अहमद किदवई, मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव श्री मनीष रस्तोगी और अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
डोर-टू-डोर सर्वे में सभी का सहयोग प्राप्त करें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश को कोरोना के नियंत्रण में अन्य राज्यों की तुलना में सफलता भी मिली है। लेकिन सजगता का स्तर बना रहे और सभी आवश्यक उपायों को अपनाते रहें, यह बहुत आवश्यक है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना वायरस को समाप्त कर ही हमें चैन की साँस लेना है। प्रदेश में अब डोर-टू-डोर विस्तृत सर्वे के माध्यम से संदिग्ध रोगी की शीघ्र पहचान और उपचार का कार्य अधिक आसान हो जायेगा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि जिलों में क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप के सदस्यों के साथ ही सभी का सहयोग लेते हुए अभियान को गति दी जाए। वायरस के पूर्ण नियंत्रण की रणनीति के साथ कार्य करना है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि मध्यप्रदेश में ग्रोथ रेट और एक्टिव प्रकरणों की संख्या कम है। मध्यप्रदेश 76.1 प्रतिशत रिकवरी रेट के साथ देश में दूसरे क्रम पर है। वायरस के इस स्प्रेड को रोकने में कामयाबी मिली है।
आमजन भी बने सहयोगी
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आमजन से भी अपील की है कि 'किल कोरोना अभियान'' में अपना सहयोग प्रदान करें। घर-घर पहुंच रहे सर्वे दल को आवश्यक जानकारी देकर सहयोग करें। इस सर्वे में महिला और पुरुष स्वास्थ्य कार्यकर्ता, आशा कार्यकर्ता, आँगनवाड़ी कार्यकर्ता शामिल रहेंगे। सर्दी-खांसी जुकाम के साथ ही डेंगू, मलेरिया, डायरिया आदि के लक्षण पाये जाने पर भी जरूरी परामर्श और उपचार नागरिकों को मिल सकेगा। सार्थक एप का उपयोग कर इन जानकारियों की प्रविष्टि की जाएगी। कुल दस हजार दल कार्य करेंगे। सर्वे दल अनुमानित दस लाख घरों में रोज जाएंगे। एक दल करीब 100 घरों तक पहुंचेगा। राज्य की शत-प्रतिशत आबादी को इस सर्वे से कवर किया जाएगा। स्वास्थ्य शिक्षा देने का कार्य भी साथ-साथ चलेगा। विभिन्न तरह की प्रचार सामग्री और प्रत्यक्ष सम्पर्क कर नागरिकों को सर्वे दल के आने की सूचना देने का कार्य एडवांस टीम द्वारा किया जाएगा। इन कार्यों में सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखते हुए नागरिकों से सहयोग प्राप्त किया जाएगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने की है 210 घंटे मीटिंग और वी.सी.
कान्फ्रेंस में जानकारी दी गई कि प्रदेश में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 23 मार्च, मुख्यमंत्री का पदभार ग्रहण से लेकर 22 जून तक कुल 210 घंटे बैठकों और वीडियो कान्फ्रेंस के माध्यम से प्रदेश में कोरोना नियंत्रण की निरंतर समीक्षा की है। इस सतत् अनुश्रवण से प्रत्येक जिले की एक-एक गतिविधि की जानकारी मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्राप्त की। जिन जिलों में पॉजीटिव रोगी अपेक्षाकृत अधिक पाये गए, उनके बारे में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रत्यक्ष समीक्षा भी की।
ग्वालियर में रोग नियंत्रण प्रयासों की प्रशंसा
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने वीडियो कॉन्फ्रेंस में ग्वालियर जिले में कोरोना वायरस के नियंत्रण के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए कलेक्टर को बधाई दी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि ग्वालियर इस क्षेत्र में अच्छे कार्य का एक उदाहरण बना है। उन्होंने अन्य जिलों में भी निरंतर पूरी ऊर्जा से वायरस नियंत्रण के साथ-साथ टेस्टिंग सुविधा, उपचार, सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखे जाने के निर्देश दिए। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि कोरोना के टेस्ट की रिपोर्ट और कम समय में आ जाये, ऐसे प्रयास किये जायें। इससे पॉजीटिव पाये गये रोगी के शीघ्र और पूर्ण सफल उपचार में आसानी होगी।
3 लाख को दी गई विशेष ट्रेनिंग
प्रदेश में करीब 3 लाख लोगों को कोविड-19 के दृष्टिगत जांच, उपचार, क्वांरेंटाइन, सर्वेलांस, संक्रमित क्षेत्र के लिए आवश्यक सावधानियाँ बरतने, सोशल डिस्टेंसिंग आदि का प्रशिक्षण दिया गया है। प्रशिक्षित लोगों में चिकित्सक, नर्स, स्वास्थ्य कार्यकर्ता आदि शामिल हैं।कोविड से संबंधित कार्यों की इस ट्रेनिंग में आशा वर्कर्स और वालंटियर्स भी शामिल हैं।
नौ हजार की क्षमता हो गई प्रतिदिन
बैठक में बताया गया कि मध्यप्रदेश में देश के अन्य राज्यों की तुलना में बेहतर नियंत्रित किया गया है।इस समयनौ हजार की क्षमता हो गई है। प्रतिदिन बढ़ती जाँच क्षमता के कारण पॉजीटिव रोगियों के सामने आने और उन्हें उपचार के बाद स्वस्थ करने के कार्य में आसानी हुई है। इसलिए मध्यप्रदेश रिकवरी रेट में काफी आगे है। प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा ने जानकारी दी कि प्रदेश में चिकित्सा महाविद्यालयों के नए उपकरणों के स्थापित होने से शीघ्र ही 16 हजार से अधिक टेस्टिंग की सुविधा विकसित हो जाएगी।
प्रदेश में किए गए प्रबंध आवश्यकता से काफी अधिक
कोरोना पॉजीटिव रोगियों को कोविड केयर सेंटर में दाखिल करने के लिए प्रदेश में जो उपलब्ध बिस्तर क्षमता है उसका 20 प्रतिशत ही उपयोग किया जा रहा है। आज की कॉन्फ्रेंस में जानकारी देते हुए बताया गया कि प्रदेश में कुल 24 हजार 235 जनरल बेड, 8 हजार 924 ऑक्सीजन बेड और एक हजार 105 आई.सी.यू. बेड उपलब्ध हैं। शासकीय और निजी अस्पतालों में प्रदेश में वायरस के प्रसार की आशंका के कारण यह क्षमता विकसित की गई। इसका एक चौथाई से कम ही उपयोग में आ रहा है। प्रदेश के जिला अस्पतालों में जुलाई माह के अंत तक कुल 956 आई.सी.यू. बेड उपलब्ध रहेंगे। इसी तरह मेडिकल कॉलेज में इनकी संख्या 777 हो जायेगी। जिला और मेडिकल कॉलेज में मिलाकर अगले माह के अंत तक करीब 12 हजार ऑक्सीजन बेड उपलब्ध होंगे। प्रदेश में तीन माह में मिले करीब 12 हजार पॉजीटिव प्रकरणों में कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग का कार्य भी पूर्ण हो गया है। यह इंदौर और ग्वालियर में 99 और 98 प्रतिशत तथा भोपाल, उज्जैन और बुरहानपुर में 100 प्रतिशत है। प्रदेश में 22 जून की स्थिति में 912 फीवर क्लीनिक कार्य कर रही हैं। इन क्लीनिक्स में आये रोगियों में से 77 प्रतिशत रोगियों को घर में आयसोलेट रहने का परामर्श दिया गया। प्रदेश में औसतन प्रति क्लीनिक 3019 रोगी पहुंचे हैं। इनमें सर्वाधिक भोपाल के नागरिक जागरूक हैं, जो प्रति क्लीनिक औसतन 304 की संख्या में जाकर परामर्श प्राप्त कर चुके हैं।
प्रदेश का ग्रोथ रेट सबसे कम
कॉन्फ्रेंस में बताया गया कि प्रदेश की ग्रोथ रेट 1.43 है। यह सभी राज्यों से बेहतर है। वैसे तो प्रदेश में गत 5 सप्ताह से वायरस के नियंत्रण में तेजी आयी है, लेकिन निरंतर प्रत्येक स्तर पर किये गये प्रयासों से प्रदेश की स्थिति बेहतर बन सकी है। देश की आबादी में कभी मध्यप्रदेश के 6 प्रतिशत रोगी होते थे जो आज मात्र 1.3 प्रतिशत ही हैं। इंदौर नगर से देश के कुल कोविड रोगियों में 6.3 प्रतिशत शामिल थे, जो अब मात्र 01 प्रतिशत हैं। भोपाल और उज्जैन नगरों में भी नियंत्रण के प्रयास काफी सफल हुए हैं। एक्टिव प्रकरणों में जहाँ भारत का प्रतिशत 40 है वहीं मध्यप्रदेश में सिर्फ 19 प्रतिशत एक्टिव प्रकरण ही शेष हैं। इसका अर्थ है वायरस की तीव्रता भी कम हो रही है और मध्यप्रदेश संक्रमण का प्रकोप रोकने में अधिक सफल है। प्रदेश के 33 जिलों में 10 से कम एक्टिव केस हैं।
समुदाय आधारित प्रयासों पर होगा अमल
कॉन्फ्रेंस में स्वास्थ्य मिशन की प्रबंध संचालक सुश्री छवि भारद्वाज ने प्रजेंटेंशन में बताया कि सार्थक एप की उपयोगिता बढ़ रही है। प्रदेश के नागरिकों के स्वास्थ्य सर्वे में यह एप महत्वपूर्ण सिद्ध होगा। कोविड मित्र की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। समुदाय आधारित प्रयासों से सर्विलेंस आसान होगा। जिला प्रशासन ऐसे स्वैच्छिक कार्यकर्ताओं को शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड मित्र का दायित्व दे सकता है, जो 45 वर्ष की आयु से कम हों। इस कार्य में स्वैच्छिक संगठन भी जुड़ेंगे।
क्रमांक/5022/जून-345/मनोज
मध्यप्रदेश को मिला ई-पंचायत का प्रथम पुरस्कार 
जबलपुर 24 जून 2020
पंचायतों में सूचना और संचार प्रौद्योगिकी का बेहतर उपयोग कर काम-काज में दक्षता एवं जवाबदेही सुनिश्चित करने के लिये मध्यप्रदेश को ई-पंचायत पुरस्कार-2020 मिला है। पंचायती राज मंत्रालय द्वारा मध्यप्रदेश को द्वितीय श्रेणी अंतर्गत वर्ष-2020 का ई-पंचायत प्रथम पुरस्कार प्रदान किया गया है।
गौरतलब है कि प्रदेश की पंचायतों द्वारा योजनाओं के ऑनलाईन क्रियान्वन तथा ऑनलाईन आय-व्यय के लिये भारत सरकार पंचायती राज मंत्रालय के विभिन्न ऑनलाईन एप्लीकेशन पी.एफ.एम.एस., ई-ग्राम स्वराज, लोकल गवर्मेंट डायरेक्ट्री आदि के साथ-साथ विभागीय पंचायत दर्पणपोर्टल का उपयोग बेहतर तरीके से किया गया।
भारत सरकार पंचायती राज मंत्रालय द्वारा मध्यप्रदेश को ई-पंचायत पुरस्कार 2020” से सम्मानित किया है। भारत सरकार द्वारा प्रतिवर्ष सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग द्वारा पंचायतों में पारदर्शी रूप से प्रभावी उत्तरदायित्व निर्वहन के लिये तीन श्रेणियों में ई- पंचायत पुरस्कार प्रदान किये जाते हैं, जिसमें समस्त राज्य अपना नामांकन करते हैं।
क्रमांक/5023/जून-346/मनोज
राज्य स्तरीय परामर्शदात्री समिति गठित 
जबलपुर 24 जून 2020
राज्य शासन द्वारा किसान उत्पादक संगठनों (एफ.पी.ओ.) का गठन और संवर्धन योजना के राज्य स्तर पर संचालन एवं समीक्षा के लिए राज्य स्तरीय परामर्शदात्री समिति का गठन किया गया है। अपर मुख्य सचिव सह कृषि उत्पादन आयुक्त इस समिति के अध्यक्ष होंगे।
प्रमुख सचिव किसान कल्याण तथा कृषि, प्रमुख सचिव उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण, प्रमुख सचिव पशुपालन, प्रमुख सचिव मछुआ कल्याण तथा मत्स्य, प्रमुख सचिव सहकारिता, सचिव पंचायत एवं ग्रामीण विकास इस परामर्शदात्री समिति के सदस्य होंगे। इसके अतिरिक्त राज्य समन्वयक राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति जोनल आफिस सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया भोपाल, क्षेत्रीय निदेशक क्षेत्रीय संचालनालय राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम, मुख्य कार्यपालन अधिकारी के प्रतिनिधि लघु कृषक कृषि व्यवसाय कंसोर्टियम भोपाल, निदेशक केन्द्रीय कृषि अभियांत्रिकी संस्थान भोपाल, संचालक अनुसंधान सेवाएं जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय जबलपुर और राजमाता विजयराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय ग्वालियर को भी समिति का सदस्य नियुक्त किया गया है। मुख्य महाप्रबंधक राष्ट्रीय कृषि ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) को समिति का सदस्य सचिव बनाया गया है।
क्रमांक/5024/जून-347/मनोज

कहानी सच्ची है
प्रवासी श्रमिक अनूप को मिला 500 रुपए रोज का काम
मुख्यमंत्री से बातकर खुश हुए अनूप

जबलपुर 24 जून 2020
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लॉकडाउन की वजह से उड़ीसा राज्य के गोपालपुर से जबलपुर वापस लौटे प्रवासी कामगार अनूप सिंह से आज वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से बात की। मुख्यमंत्री से बातकर उत्साहित अनूप ने बताया कि वे काफी खुश और प्रसन्न हैं कि उन्हें यहां 500 रुपए प्रतिदिन की दर से राजमिस्त्री का काम मिल गया है।
यहां जिक्र हो रहा है अनूप सिंह का जो जबलपुर जिले के कुंडम विकासखंड के ग्राम पंचायत अमझर के पोषक ग्राम कोटराघोंडी के निवासी हैं। जिले में आने के बाद इनका नाम रोजगार सेतु पोर्टल में दर्ज हुआ।
मुख्यमंत्री ने अनूप से पूछा कि अब वापस उड़ीसा जाओगे तो नहीं। इस पर अनूप ने कहा अभी तो नहीं, अब यहीं काम मिल गया है तो मेरा यहीं मन लग गया है। श्री अनूप सिंह आजीविका के लिए उड़ीसा के गोपालपुर गये थे। गांव से दूसरे राज्य में उन्हें रोजगार के दौरान परेशानी तो हुई। लॉकडाउन में कामधंधे बंद होने से वह और भी परेशान रहने लगे। अंतत: उन्होंने अपने गांव का रूख किया, बड़े मुश्किल से गांव पहुंचे तो यहां भी आजीविका की समस्या थी।
इसी दौरान प्रदेश के संवेदनशील मुख्यमंत्री ने रोजगार पोर्टल शुरू कर प्रवासी श्रमिकों को काम देने का अभियान शुरू किया। जिसके माध्यम से कर्नाटक निवासी श्री शशिधर सावनूर ने जबलपुर जेपी स्ट्रक्चर प्रा.लि. जजेज कालोनी सिविल लाइन में श्री अनूप को राजमिस्त्री के रूप में 15 हजार रुपए प्रतिमाह के हिसाब से रोजगार प्रदान किया।
श्री अनूप बताते हैं कि वे राजमिस्त्री का काम अच्छे से कर रहे हैं और उनकी आजीविका अब पहले से बेहतर है।
क्रमांक/5025/जून-348/उइके

कहानी सच्ची है
स्व सहायता समूह से जुड़कर जयंती बनी आत्मनिर्भर

जबलपुर 24 जून 2020
ग्रामीण आजीविका मिशन के स्व सहायता समूह के माध्यम से आजीविका संवर्धन गतिविधियों से जुडऩे के बाद आत्मनिर्भर हुई जबलपुर जिले के विकासखंड पनागर के ग्राम भरदा की जयंती कोल के सामाजिक व आर्थिक स्थिति में बड़ा बदलाव आया है।
जयंती कोल ने बताया कि गांव में पहुंचे मिशन के अधिकारियों की सलाह द्वारा 13 महिलाओं ने मिलकर श्री गणेश आजीविका स्व-सहायता समूह बनाया और इसका अध्यक्ष भी मुझे बना दिया गया। समूह से जुडऩे के बाद जयंती महिलाओं के साथ बैठक में भी शामिल होने लगी। घरेलू कामकाजी महिला जयंती इसके पहले घर में ही रहकर सिलाई का काम करके बमुश्किल एक-डेढ़ हजार रुपए प्रतिमाह कमा पाती थीं। जयंती के पति मजदूरी का काम करते थे और करीब 3000 रुपए तक हर माह कमा लेते थे। ऐसे में दोनों की आमदनी मिलकर जैसे-तैसे परिवार का खर्च चल रहा था। गुजर-बसर के लिए यह राशि काफी कम पड़ती थी। विशेषकर परिवार के किसी सदस्य के बीमार होने पर इलाज में काफी पैसा खर्च हो जाता था। कर्ज लेने तक की नौबत आ जाती थी. लेकिन भला हो ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत बने स्व-सहायता समूह का जिससे जुडऩे के बाद मैंने स्वरोजगार योजना के अंतर्गत एक लाख रुपए का ऋण लिया।
जयंती बताती है कि ऋण के विरूद्ध मुझे 30 हजार रुपए का अनुदान मिला। इस राशि से मैंने अपने पति के लिए सेन्ट्रिंग कार्य हेतु लकड़ी के पटिए खरीदे। पति ने अब मजदूरी का काम छोड़कर सेन्ट्रिंग ठेकेदार का काम करने लगे हैं। इससे उन्हें अब 8 हजार से 10 हजार रुपए प्रतिमाह की आमदनी होने लगी है। मैंने भी सिलाई का प्रशिक्षण लिया और स्व-सहायता समूह से ऋण लेकर बड़ी सिलाई मशीन खरीदी। वर्तमान में मैं सिलाई कार्य से 3 हजार से 4 हजार रुपए प्रतिमाह कमा लेती हूं. यह सब आजीविका मिशन के कारण ही संभव हो पाया है।
वर्तमान में पति-पत्नी दोनों की आय मिलाकर हर माह 11 हजार से 14 हजार रुपए तक की आमदनी हो जाती है। इससे परिवार का जीवन स्तर ऊपर उठा है। साथ ही पहले की तुलना में आर्थिक रूप से संपन्नता बढ़ी है।
क्रमांक/5026/जून-349/मनोज कुमार श्रीवास्तव

कुण्डम और बीजापुरी में महिलाओं को दिया गया सेनेटरी पेड
जबलपुर 24 जून 2020
विकासखंड कुण्डम के ग्राम बीजापुरी एवं कुण्डम में किशोरी बालिकाओं एवं ग्राम की अनुसूचित जाति, जनजाति की महिलाओं को आज संगिनी-सहेली एन.जी.. के माध्यम से संयुक्त आयुक्त आयकर मुनमुन शर्मा एवं एनजीओ कार्यकर्ता प्रियल भारद्वाज, अमनप्रीत कौर एवं सुश्री नेहा शर्मा द्वारा सेनेटरी पेड्स का वितरण किया गया।
लॉकडाउन के बाद स्वच्छता हेतु प्रेरित करने के उद्देश्य से बीजापुरी आंगनबाड़ी केन्द्र कुण्डम में जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। जिसमें सेनेटरी पेड्स का वितरण स्थानीय जनप्रतिनिधि जनपद सदस्य श्रीमती कृष्णा परस्ते, सरपंच ग्राम पंचायत बीजापुरी, श्रीमती शीला दाहिया एवं अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कुण्डम और राजस्व टीम एवं महिला बाल विकास के अधिकारियों एवं कर्मचारियों की उपस्थिति में किया गया। स्वच्छता एवं स्वास्थ्य के लिए इसी तरह के संसाधनों का उपयोग हेतु प्रेरित किया गया। 
क्रमांक/5027/जून-350/मनोज

वीरांगना रानी दुर्गावती के जनहितैषी कार्यों से मिल रही
सतत प्रेरणा: केन्द्रीय मंत्री श्री कुलस्ते
विवि में रानी दुर्गावती को अर्पित किए श्रद्धासुमन,
ऑनलाईन परिचर्चा का आयोजन

जबलपुर 24 जून 2020
वीरांगना रानी दुर्गावती के जनहितैषी कार्यों से हमें सतत प्रेरणा मिल रही है। प्रजा के हित में महान गोंडवाना साम्राज्य में जो भी विकास कार्य हुए वे सराहनीय हैं। वर्तमान में विपरीत परिस्थितियों में भी माननीय प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आत्मनिर्भर भारत की संकल्पना से लेकर विभिन्न जन हितैषी कार्यों को अंजाम दिया जा रहा है। प्रजा हित में किए गए कार्य ही महान रानी को सच्ची श्रद्धांजलि हैं। उपरोक्त उद्गार माननीय श्री फग्गन सिंह कुलस्ते, इस्पात राज्य मंत्री, भारत सरकार ने मुख्य आतिथि के रूप में रानी दुर्गावती विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित ऑनलाईन परिचर्चा के दौरान व्यक्त किए।
वीरांगना रानी दुर्गावती जी के बलिदान दिवस पर 24 जून को दोपहर 2.00 बजे से रादुविवि राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा वीरांगना रानी दुर्गावती की जीवनी एवं शौर्य गाथा पर आधारित एक ऑनलाईन परिचर्चा की अध्यक्षता करते हुए माननीय कुलपति प्रो. कपिल देव मिश्र ने कहा कि वीरांगना रानी दुर्गावती महिला सशक्तिकरण का रोल मॉडल हैं। प्रत्येक युवा को उनके जीवन दर्शन का अनुसरण करना चाहिए। उन्होंने प्रजा के हित में ही शासक का हित वाले भाव को चरितार्थ किया। वीरांगना रानी दुर्गावती पर आधारित अंतर विषय शोधों को प्रोत्साहन मिलना आज की आवश्यकता है।
क्रमांक/5028/जून-351/मनोज