NEWS -22-06-2020 -A


संभागीय जनसम्पर्क कार्यालय जबलपुर
मध्य प्रदेश शासन
समाचार

राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिये चलायें अभियान
कलेक्‍टर श्री यादव ने दिये राजस्‍व अधिकारियों को निर्देश

जबलपुर 22, जून, 2020
कलेक्टर भरत यादव ने आज सोमवार को जिले में पदस्थ सभी राजस्व अधिकारियों की बैठक लेकर नामांतरण, बंटवारा और सीमांकन के अविवादित प्रकरणों का अभियान चलाकर सप्ताह भर के भीतर निराकरण के निर्देश दिये हैं। श्री यादव ने कहा कि अब जबकि सभी सरकारी दफ्तरों में सामान्य कामकाज शुरू हो गया है राजस्व अधिकारियों को राजस्व वसूली पर भी अधिक ध्यान देना होगा। उन्होंने राजस्व अधिकारियों को न्यायालयों में दर्ज प्रकरणों का भी नियत दिन सुनवाई कर निराकरण करने के  निर्देश दिये हैं।
              कलेक्टर कार्यालय के सभाकक्ष में सम्पन्न हुई इस बैठक में जिला पंचायत के सीईओ प्रियंक मिश्रा, अपर कलेक्टर हर्ष दीक्षित, अपर कलेक्टर संदीप जीआर एवं अपर कलेक्टर व्ही पी द्विवेदी भी मौजूद थे। बैठक में नामांतरण, बंटबारा एवं सीमांकन के लंबित प्रकरणों का ब्यौरा कलेक्टर ने लिया। उन्होंने राजस्व प्रकरणों के निराकरण में गति लाने के साथ-साथ राजस्व अधिकारियों को उनके क्षेत्र में चल रहे निर्माण कार्यों एवं योजनाओं के क्रियान्वयन की नियमित रूप से मॉनिटरिंग करने के निर्देश भी दिये। श्री यादव ने राजस्व अधिकारियों से कहा कि बारिश के मद्देनजर जो निर्माण कार्य जरूरी हों उन्हें तत्काल प्रारम्भ करायें। उन्होंने जलप्लावन की संभावना वाले क्षेत्रों में विशेष सतर्कता बरतने की हिदायत भी अधिकारियों को दी। साथ ही सर्पदंश एवं प्राकृतिक आपदा के कारण जनहानि के मामलों में त्वरित कार्यवाही कर पीड़ित परिवार को राजस्व पुस्तक परिपत्र के प्रावधानों के तहत राहत राशि उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। 
            कलेक्टर ने बैठक में मौजूद सभी अनुविभागीय राजस्व अधिकारियों को कोरोना से बचाव के मद्देनजर  उनके क्षेत्र में स्थित सभी शासकीय एवं निजी कार्यालयों, बाजारों, धार्मिक स्थलों तथा निर्माण स्थलों पर फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन कराने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि जहाँ भी कोरोना संक्रमण से बचाव के हेतु तय किये गये प्रोटोकॉल का उल्लंघन दिखाई दे तत्काल दोषी व्यक्तियों पर कार्यवाही करें तथा जुर्माना भी वसूल करें। श्री यादव ने राजस्‍व अधिकारियों से कहा कि जिले के शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में खोले गये फीवर क्लीनिक की जानकारी आम लोगों तक पहुंचाने तथा सर्दी खांसी एवं साधारण बीमारी से पीड़ित व्यक्तियों को फीवर क्लीनिक पहुँचकर उपचार कराने के लिये प्रेरित करें । कलेक्टर ने वर्षाकाल के दौरान होने वाली बीमारियों की रोकथाम एवं बचाव के उपायों के प्रति जागरूकता पैदा करने तथा जल स्त्रोतों की साफ-सफाई पर ध्यान देने की हिदायत भी दी।
            श्री यादव ने सीएम हेल्पलाईन से प्राप्त शिकायतों तथा समाधान एक दिवस के तहत प्राप्त आवेदनों के त्वरित निराकरण  के निर्देश भी बैठक में दिये। उन्होंने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत पात्र किसानों के आधार नम्बर की त्रुटि को एक सप्ताह के भीतर सुधारने की बात कही तथा इस काम में  पटवारियों को लगाने के निर्देश बैठक में दिये।
क्रमांक/4992/जून-315/जैन

आंगनवाडी कार्यकर्ता व सहायिका की अंतिम चयन सूची जारी
जबलपुर 22, जून, 2020
जिले की महिला एवं बाल विकास परियोजनाओं के आंगनवाड़ी केन्‍द्रों के लिये आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और मिनी आंगनवाड़ी कार्यकर्ता के पद पर चयनित आवेदकों की अंतिम सूची जारी कर दी गई है। चयन सूची से संबंधित आपत्ति कलेक्‍टर के समक्ष 15 दिवस के भीतर की जा सकती है।  
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया कि बाल विकास परियोजना शहरी क्रमांक तीन में सरदार वल्‍लभ भाई पटेल वार्ड के आंगनवाड़ी केन्‍द्र क्रमांक 87 के सहायिका पद पर साक्षी गोयल का अंतिम चयन किया गया है। इसी प्रकार बाल विकास परियोजना शहरी क्रमांक 5 के अंतर्गत ठक्‍कर ग्राम वार्ड के आंगनवाडी़ केन्‍द्र क्रमांक 85 के सहायिका पद पर सुरेखा चौधरी तथा बाल विकास परियोजना क्रमांक 6 के अंतर्गत सिद्ध बाबा वार्ड के आंगनवाड़ी केन्‍द्र क्रमांक 51 में कार्यकर्ता पद पर समुद्री कुमारी भारतीय का अंतिम चयन हुआ है।
इसी प्रकार बाल विकास परियोजना कुण्‍डम परियोजना कुण्‍डम के तहत मखरार आंगनवाडी़ केन्‍द्र के कार्यकर्ता पद पर उदय कुमारी, बाल विकास परियोजना सिहोरा के खजरी आंगनवाड़ी केन्‍द्र में कार्यकर्ता के पद पर प्रेमलता वंशकार तथा बाल विकास परियोजना शहपुरा के आंगनवाड़ी केन्‍द्र सुन्‍द्रादेही 4 में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता पद पर रेखा ठाकुर और पनागर बाल विकास परियोजना के तहत खैरी आंगनवाड़ी केन्‍द्र में सहायिका के पद पर विनीता सिंह गौड़ अंतिम चयन सूची में शामिल है। इन सभी के चयन से संबंधित आपत्ति कलेक्‍टर के समक्ष 15 दिन के भीतर की जा सकती है।
क्रमांक/4993/जून-316/मनोज

नामांतरण के लिए करें ऑनलाइन आवेदन

जबलपुर 22, जून, 2020

नामांतरण के लिऐ कोई भी व्यक्ति वेबसाइटwww.rcms.mp.gov.in पर स्वयं, एम.पी. ऑनलाइन कियोस्क, लोक सेवा केन्द्र, पटवारी अथवा पंचायत सचिव के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकता है। आवेदक को आवेदन की पावती भी ऑनलाइन मिलेगी। लोगों को अब नामांतरण के लिए दफ्तरों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगें। राजस्व विभाग द्वारा राजस्व से संबंधित प्रकरणों के ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के लिये रेवेन्यु केस मैनेजमेंट सिस्टम लागू किया गया है।

नामांतरण के प्रकार
फौती नामांतरण, सभी वारिसों के हक के आधार पर- खातेदार की मृत्यु होने के उपरांत उसके वैध वारिसों का नाम राजस्व रिकार्ड में दर्ज किया जाना। फौती नामांतरण, कुछ वारिसों के हक त्याग के साथ-साथ- खातेदार की मृत्यु होने के उपरांत जिन वारिसों ने अपना हक त्याग कर दिया है उन्हें छोड़ कर शेष वैध वारिसों के नाम राजस्व रिकार्ड में दर्ज किया जाना।फौती नामांतरण, वसीयत के आधार पर- खातेदार द्वारा जीवनकाल में वसीयतनामा करने पर उसकी मृत्यु के बाद उसके आधार पर नाम राजस्व रिकार्ड में दर्ज किया जाना। पंजीकृत विक्रय-पत्र के के आधार पर क्रेता के नाम नामांतरण। पंजीकृत दानपत्र के आधार पर- खातेदार द्वारा अपनी भूमि को अपनी स्वेच्छा से किसी अन्य को बिना प्रतिफल लिए हस्तांतरित करना। पंजीकृत विनिमय पत्र के आधार पर-पंजीकृत विनिमय पत्र के आधार पर भूमि की अदला-बदली।व्यवहार न्यायालय के डिक्री के आधार पर- व्यवहार न्यायालय द्वारा भूमि को खातेदार के स्थान परसय अन्य व्यक्ति के नाम किये जाने का आदेश। नाबालिक से बालिक होने पर-खातेदार के वयस्क (बालिक) हो जाने पर रिकार्ड का अद्यतन। बटाई/बंधक दर्ज करने हेतु- भूमि पर बैंक से ऋण लिए जाने के उपरांत भूमि को बंधक करना। बटाई/बंधक विमुक्त करने हेतु-ऋण वापस जमा करने उपरांत भूमि को विमुक्त किया जाना। किसी अन्य प्रकार से हक अर्जन द्वारा - ऊपर वर्णित प्रकारों से भिन्न प्रकार से हक अर्जन होने पर भी ऑनलाइन आवेदन किया जा सकता है।
इस प्रक्रिया से संबंधित जानकारी का यूजर मेन्युअल भी तैयार किया गया है। पटवारियों और पंचायत सचिवों को इसका प्रशिक्षण भी दिया जा चुका है।
क्रमांक/4994/जून-317/मनोज


कोविड-19 के दौरान आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा किए गए
नवाचार और सफल गाथाओं को संकलित करेगा विभाग
 जबलपुर 22, जून, 2020
महिला बाल विकास विभाग द्वारा कोविड-19 के दौरान आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के कार्यों को प्रोत्साहित करने के लिए उनके द्वारा किए गए नवाचार और सफलता की कहानियों का संकलन किया जायेगा। इसके तहत इन कोरोना योद्धाओं के मोटिवेशन और तनाव प्रबंधन के लिए विभिन्न जिलों के पर्यवेक्षकों और उनके सेक्टर की एक-एक आँगनवाड़ी कार्यकर्ता को जूम एप के द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
विभाग द्वारा आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के साथ चर्चा करने के लिए वेबिनार श्रँखला का आयोजन किया जा रहा है। वेबिनार सीरिज के माध्यम से पर्यवेक्षकों और आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को तनाव प्रबंधन और मोटिवेशन के लिये प्रशिक्षित किया जा रहा है। वेबिनार सीरिज दस सत्रों में आयोजित की जा रही है, जिसका यू-टयूब पर लाइव स्ट्रीम किया जा रहा है।
कोविड-19 के दौरान प्रदेश की आँगनवाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा सराहनीय एवं अनुकरणीय कार्य किए गए है। इस दौरान कुपोषित बच्चों के घर अतिरिक्त सत्तू का वितरण, उन्हें हाथ धोने, मास्क लगाने तथा सोशल डिस्टेंसिंग के बारे में बताना, लॉकडाउन के दौरान बच्चे एवं गर्भवती, धात्री माताओं को पोषण आहार वितरित करने का कार्य बखूबी किया गया।
क्रमांक/4995/जून-318/मनोज

मुर्गियों से नहीं फैलता कोरोना
पूरी तरह सुरक्षित है कुक्कुट उत्पादों का सेवन 
जबलपुर 22, जून, 2020
पशुपालन विभाग ने स्पष्ट किया है कि मुर्गियों से कोरोना फैलने की बात झूठी अफवाह है। पशुपालन विभाग ने स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त जानकारी के आधार पर स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार के कुक्कुट उत्पादों से कोरोना फैलने की बात पूरी तरह भ्रामक और आधारहीन है तथा कुक्कुट उत्पादों का सेवन पूरी तरह से सुरक्षित है।
संचालक पशुपालन डॉ. आर.के. रोकड़े ने बताया कि भारत सरकार के पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय ने भी सभी राज्यों के सचिवों को पत्र के जरिये सूचित किया है कि मुर्गी पालन से मनुष्यों में कोरोना का संक्रमण नहीं होता तथा इनका सेवन न केवल सुरक्षित है बल्कि यह प्रोटीन से भरपूर सस्ता खाद्य पदार्थ है जो मनुष्यों में रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और कईं बीमारियों के संक्रमण को भी रोकता है।
डॉ. रोकड़े ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने अपने पत्र में कुक्कुट उत्पादों का उपयोग नहीं करने तथा मुर्गी पालन फार्म को शीघ्र बंद करने जैसे कोई दिशा-निर्देश या चेतावनी-पत्र जारी नहीं किया है। उन्होंने कहा कि वायरल खबर में उल्लिखित भोपाल, ग्वालियर, देवास, इंदौर, उज्जैन, रतलाम, बड़नगर, सीहोर, बड़वानी और महू में स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुक्कुट के किसी भी प्रकार के नमूने नहीं लिये गये हैं। उन्होंने कहा कि कुक्कुट उत्पादों का उपयोग पूरी तरह से सुरक्षित है तथा इनसे अभी तक किसी भी प्रकार के कोरोना संक्रमण का कोई संकेत विश्व में कहीं भी नहीं मिला है। संचालक पशुपालन ने साफ किया है कि उपयोगकर्ता अफवाहों से सतर्क रहें। उन्होंने कहा है कि चिकन तथा अंडों का उपयोग पूर्णत: सुरक्षित है।
क्रमांक/4996/जून-319/मनोज

मुख्य सचिव की अध्यक्षता में राज्य
ब्रॉडबैंड समिति का गठन

जबलपुर 22, जून, 2020
भारत सरकार, संचार मंत्रालय, दूर संचार विभाग के निर्देशानुसार राज्य में नेशनल ब्रॉडबैंड मिशन के प्रभावी क्रियान्वयन की निगरानी एवं मूल्यांकन के लिए राज्य शासन द्वारा मुख्य सचिव की अध्यक्षता में ब्रॉडबैंड समिति का गठन किया है। यह समिति स्थाई स्वरूप की होगी। समिति प्रदेश में नेशनल ब्रॉडबैंड मिशन के लक्ष्यों की पूर्ति के लिए गवर्निंग काऊंसिल या स्टेयरिंग कमेटी के अनुरोध पर आवश्यक सुझाव एवं सहयोग प्रदान करेगी। समिति गवर्निंग काऊंसिल या स्टेयरिंग कमेटी द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के क्रियान्वयन में राज्य के सामाजिक एवं अर्थिक विकास के लिए ब्रॉडबैंड सेवा के विस्तार, ब्रॉडबैंड रेडीनेस के समस्त विषयों पर कार्य एवं राज्य में अभियान के क्रियान्वयन की निगरानी एवं मूल्यांकन करेगी। समिति प्रत्येक तीन माह में बैठक का आयोजन एवं आवश्यकतानुसार बैठक में विभागों के अधिकारी/विशेषज्ञ को बैठक में आमंत्रित करेगी।
       समिति में प्रमुख सचिव/सचिव विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, प्रमुख सचिव/सचिव नगरीय विकास एवं आवास, प्रमुख सचिव/सचिव वन, प्रमुख सचिव/सचिव पर्यावरण, प्रमुख सचिव/सचिव लोक निर्माण, प्रमुख सचिव/सचिव राजस्व,सलाहकार/वरिष्ठ उप महानिदेशक दूर संचार विभाग समिति में सदस्य सचिव होगें। मुख्य महाप्रबंधक, भारत संचार निगम लिमिटेड., मुख्य महाप्रबंधक, भारत ब्रॉडबैंड निगम लिमिटेड., श्री रामकृष्ण पी., सेल्यूलर ऑपरेशन एसोसियेशन ऑफ इंडिया (COAI) प्रतिनिधि और श्री टी.आर.दुवा, महानिदेशक, टॉवर एण्ड इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोवाईडर्स एसोसियेशन (TAIPA) प्रतिनिधि विशेष आमंत्रित सदस्य होगें।

क्रमांक/4997/जून-320/मनोज